लौंग एक सदाबहार वृक्ष है, जो एक फूल कली (Bud) का उत्पादन करता है जिसके कई औषधीय गुण हैं। इसे अक्सर लौंग कली के रूप में जाना जाता है। इसका लैटिन नाम क्लैवस है, जिसका अर्थ है नाखून। लौंग को अंग्रेजी में क्लोव कहा जाता है। लौंग को बड़े पैमाने पर प्राचीन भारतीय और चीनी सभ्यताओं में इस्तेमाल किया जाता रहा है और सातवें और आठवीं सदी के दौरान से यूरोप सहित दुनिया के अन्य हिस्सों में इसकी लोकप्रियता फैल हुई है। अब भी, कई भारतीय और चीनी व्यंजनों में लौंग का उपयोग किया जाता है।

लौंग के तेल में एंटीमाइक्रोबियल, एंटिफंगल, एंटीसेप्टिक, एंटीवायरल, कामोद्दीपक और उत्तेजक गुण होते हैं। लौंग कैल्शियम, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, लोहा, फास्फोरस, सोडियमपोटेशियम और विटामिन ए और विटामिन सी जैसे खनिजों में समृद्ध है। इस तेल का उपयोग दांत दर्द, अपच, खांसीअस्थमा, सिरदर्द, तनाव और रक्त की अशुद्धियों सहित विभिन्न स्वास्थ्य विकारों के इलाज के लिए किया जाता है। 

(और पढ़ें - खांसी के लिए घरेलू नुस्खे)

 

  1. लौंग के तेल के फायदे करें दाँतों की देखभाल - Clove Oil for Dental Care in Hindi
  2. लौंग के तेल का उपयोग बचाएँ संक्रमण से - Clove Oil for Infections in Hindi
  3. लौंग के तेल के लाभ हैं त्वचा के लिए - Clove Oil Benefits for Skin Care in Hindi
  4. लौंग के तेल का प्रयोग बढ़ाए प्रतिरक्षा प्रणाली - Clove Oil for Immunity in Hindi
  5. लौंग का तेल है स्ट्रेस रिलीवर - Clove Oil for Stress in Hindi
  6. लौंग के तेल की मालिश दिलाएँ सिरदर्द से राहत - Clove Oil Good for Headache in Hindi
  7. लौंग के तेल का उपयोग करता है श्वसन विकारों को दूर - Laung ke Tel ke Fayde for Respiratory Problems in Hindi
  8. कान दर्द के लिए करें लौंग के तेल का इस्तेमाल - Clove Oil for Ear Pain in Hindi
  9. लौंग के तेल का सेवन है अपच में सहायक - Clove Oil for Indigestion in Hindi
  10. मतली को कम करने में लाभकारी है लौंग का तेल - Clove Oil for Nausea in Hindi
  11. लौंग के तेल के गुण बढ़ाएं रक्त परिसंचरण - Clove Oil for Blood Circulation in Hindi
  12. लौंग आयल बेनिफिट्स करें शीघ्रपतन का इलाज - Laung ka Tel for Premature Ejaculation in Hindi
  13. लौंग के तेल के औषधीय गुण करें रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित - Clove Oil for Diabetes in Hindi
  14. लौंग के तेल के अन्य फायदे - Other Benefits of Clove Oil in Hindi
  15. लौंग के तेल के नुकसान - Laung ke Tel ke Nuksan in Hindi

लौंग के तेल का सबसे प्रमुख उपयोग दंत चिकित्सा देखभाल में किया जाता है। तेल के कीटाणुनाशक गुण दांत दर्द, मसूड़ों में दर्द और माउथ अल्सर से राहत के लिए बहुत प्रभावी है। इसमें यूजेनॉल कम्पाउंड है, जिसका उपयोग दंत चिकित्सा में कई सालों से किया जा रहा है। लौंग तेल को अन्य तेलों के साथ पतला करके गरारे करने से गले के दर्द और जलन को कम करने में मदद मिलती है। लौंग तेल की गंध भी बुरी सांस को समाप्त करने में मदद करती है। लौंग कैविटी के विरुद्ध भी प्रभावी है और परंपरागत रूप से भारत में, प्रत्येक दिन सोने से पहले लौंग के तेल को रूई के टुकड़े में डालकर कैविटी वाले दांत पर रखा जाता है। इससे कैविटी कुछ दिनों में गायब हो जाएगी। नतीजतन, लौंग का तेल कई दंत चिकित्सा उत्पादों और दवाओं में जोड़ा जाता है, जिसमें माउथ वाश और टूथ पेस्ट शामिल हैं। लेकिन सावधान रहें, यह बहुत मजबूत है और गलत तरीके से उपयोग किए जाने पर आपके मुंह के अंदर जल पैदा कर सकता है। (और पढ़ें - बच्चों के लिए दांतों में कैविटी से बचने के उपाय)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Long Time Capsule
₹712  ₹799  10% छूट
खरीदें

इसके एंटीसेप्टिक गुणों के कारण लौंग का तेल घाव, कट्स, खुजली, फंगल संक्रमण और अन्य प्रकार की चोटों के लिए उपयोगी है। यह कीट के काटने और डंक के उपचार के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह प्रकृति में बहुत मजबूत है और इसे हमेशा पतले रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए और इसके अलावा असामान्य रूप से संवेदनशील त्वचा वाले लोगों द्वारा इसका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। (और पढ़े – सरसों के तेल के लाभ हैं फंगल संक्रमण में)

त्वचा की देखभाल के लिए अक्सर लौंग के तेल का उपयोग करने की सलाह दी जाती है, विशेषकर मुँहासे रोगियों के लिए। तरल रूप में उपयोग किये जाने पर यह बहुत ही अच्छे प्रभाव देता है। आप इसे कई उत्पादों में उम्र बढ़ने के प्रभावों को कम करने के लिए पाएंगे जैसे कि झुर्रियां, सग्गिंग स्किन और आँखों के लिए फेशियल रिज्यूवेनेशन और उत्तेजक गुणों की वजह से यह अस्वस्थ त्वचा में रक्त के प्रवाह को बढ़ा सकता है जिससे आप से फिर से युवा लग सकते हैं। (और पढ़ें - झुर्रियां हटाने के घरेलू उपाय)

दोनों लौंग और लौंग का तेल प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए उपयोगी हैं। इसके एंटीवाइरल गुणों और रक्त को शुद्ध करने की क्षमता बहुत सी बीमारियों के प्रतिरोध को रोकती है, क्योंकि लौंग के आवश्यक तेल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट खतरनाक मुक्त कणों को शरीर से बाहर निकालते हैं जो हृदय रोग और कुछ प्रकार के कैंसर जैसे रोगों का कारण बनता है। (और पढ़ें - गुड़ के साथ दूध पीना है प्रतिरक्षा के लिए अच्छा)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Bhringraj Hair Oil
₹546  ₹850  35% छूट
खरीदें

लौंग का तेल प्रकृति में कामोत्तेजक है और इसलिए एक बहुत ही अच्छे तनाव रिलीवर के रूप में कार्य करता है। इसका दिमाग पर उत्तेजक प्रभाव पड़ता है और मानसिक थकावट और थकान को हटा देता है। जब इसका उचित मात्रा में सेवन किया जाता है, तो यह मन को ताज़ा करता है और मस्तिष्क के कार्यों को उत्तेजित करता है। यह नींद को बढ़ावा देता है और अनिद्रा से पीड़ित रोगियों के लिए उपयोगी है। यह मेमोरी लॉस, अवसाद और चिंता जैसे तंत्रिका संबंधी विकारों के उपचार के लिए भी उपयोगी है। (और पढ़ें - अनिद्रा के आयुर्वेदिक उपचार)

लौंग के तेल को जब नमक के साथ मिलाकर माथे पर लगाया जाता है तो यह शीतलन प्रभाव देता है और सिरदर्द से राहत पाने में मदद करता है। लौंग के तेल में कई फ्लेवोनोइड होते हैं जो एंटी इंफ्लेमेटरी एजेंट होते हैं। जब यह माथे या गर्दन पर लगाया जाता है तो इसकी सूजन को कम करने वाली गुणवत्ता सूजन या तनाव को कम कर देती है जो कि अक्सर सिरदर्द का कारण बनती है। इसी कारण से, लौंग के तेल को शरीर के अन्य हिस्सों में जैसे जोड़ों और अधिक काम करने वाली मांसपेशियों के लिए दर्द निवारक के रूप में उपयोग किया जाता है जिससे दर्दनाक सूजन से कुछ राहत मिलती है। (और पढ़ें - रागी का आटा बेनिफिट्स मस्तिष्क के लिए)

लौंग के तेल में शीतलन और सूजन को कम करने वाले प्रभाव होते हैं और अक्सर नाक मार्ग (nasal passage) को साफ करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। यह कफ, सर्दी, ब्रोन्काइटिस, अस्थमा, साइनसाइटिस और टीबी सहित विभिन्न श्वसन विकारों के लिए एक उपयोगी उपचार है। (और पढ़ें – फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए अच्छे हैं ये आहार)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Energy & Power Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को शारीरिक व यौन कमजोरी और थकान जैसी समस्या के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Power Capsule For Men
₹716  ₹799  10% छूट
खरीदें

गर्म लौंग तेल और तिल का तेल का मिश्रण कान दर्द के लिए अच्छा उपाय है। लौंग के फूल पहले से ही शक्तिशाली आवश्यक तेल के लाभकारी स्रोत हैं। (और पढ़ें - कान में दर्द के घरेलू उपाय)

लौंग का तेल परंपरागत रूप से पेट से संबंधित समस्याओं जैसे हिचकी, अपच, मोशन सिकनेस और पेट फूलना आदि के उपचार के लिए प्रभावी रहा है। इसलिए लौंग कई भारतीय व्यंजनों में मिलाय जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण मसालों में से एक है। (और पढ़ें - साबूदाना का उपयोग करें पाचन के लिए)

लौंग का तेल मतली और उल्टी को कम करने में सहायक होता है और अक्सर गर्भावस्था संबंधी सुबह की बीमारी (मॉर्निंग सिकनेस) और असुविधा के लिए इसका इस्तेमाल होता है। इसे कभी-कभी अरोमाथेरेपी या रात में लॉन्ग टर्म इन्हलेशन के लिए इसे तकिए पर डाला जाता है।

(और पढ़ें - गर्भावस्था के दौरान पेट दर्द और प्रेग्नेंट होने के उपाय)

लौंग तेल रक्त परिसंचरण को बढ़ाने और शरीर के तापमान को कम करने के द्वारा आपके शरीर की चयापचय को बढ़ाता है। रक्त परिसंचरण में वृद्धि का मतलब है रक्त वाहिकाओं के तनाव में कमी जो एक समस्या जिसमें आमतौर पर तनाव सिर दर्द से जुड़ा होता है। इसके अलावा, रक्त परिसंचरण में रक्त और अंग प्रणालियों के ऑक्सीजनकरण में वृद्धि होती है, जिससे चयापचय बढ़ जाता है और अंग क्षमता बढ़ जाती है। अंत में, मधुमेह के मामले में रक्त के प्रवाह में वृद्धि से उस भयानक बीमारी के सबसे खतरनाक साइड इफेक्ट को रोकने में मदद मिल सकती है जो बड़ी जटिलताओं और मौत का कारण बन सकता है। यूजेनॉल लौंग आवश्यक तेल में सक्रिय संघटक है जो रक्त परिसंचरण के इस उत्तेजना का कारण बनता है। (और पढ़ें - कमल ककड़ी के फायदे रक्त बढ़ाने के लिए) लौंग तेल रक्त को शुद्ध करने में भी मदद करता है; अध्ययनों से पता चला है कि अरोमा अर्क वास्तव में खून में से विषाक्तता को कम कर सकते हैं और पूरे शरीर में एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि को उत्तेजित कर सकते हैं, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के साथ-साथ प्लेटलेट भी शुद्ध हो जाते हैं। (और पढ़ें – सिर दर्द के घरेलु उपाय)

रिसर्च के अनुसार लौंग शीघ्रपतन के इलाज के लिए उपयोगी हो सकती है। हालांकि, इन परिणामों की पुष्टि के लिए आगे शोध किए जाने की आवश्यकता है। (और पढ़ें - बरगद के पेड़ के गुण दिलाएँ शीघ्रपतन से छुटकारा)

रक्त शुद्धि के साथ लौंग का तेल ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है जिससे यह मधुमेह से पीड़ित रोगियों के लिए यह बहुत उपयोगी होता है। अध्ययनों से पता चला है कि लौंग तेल शरीर के प्रणालियों पर बहुत ही अच्छा काम कर रहा है जब पोस्ट इंडैंटल और ग्लूकोज प्रतिक्रिया तंत्र अधिक नियमित होते हैं। यह मुख्य रूप से लौंग तेल में पाए जाने वाली फिनोल एकाग्रता के कारण होता है।

लौंग के तेल का उपयोग आम तौर पर बग विकर्षक और कीट-प्रतिकार मोमबत्तियों में एक घटक के रूप में किया जाता है क्योंकि इसकी वाष्प कई कीड़ों की घ्राण इंद्रियों के लिए बहुत शक्तिशाली होती है। परंपरागत रूप से, कीड़ों को दूर रखने के लिए रात में बिस्तरों पर कुछ लौंग तेल डालें। लौंग तेल को अक्सर कॉस्मेटिक क्रीम और लोशन में मिलाया जाता है और इसे आमतौर पर एक अच्छा मसाज आयल कहा जाता है जो दर्द और तनाव से राहत प्रदान करता है। सिगरेट बनाने में लौंग का उपयोग दुनिया भर में एक नया ट्रेंड है, हालांकि परंपरागत रूप से, सबसे पहले इंडोनेशिया में सिगरेट में लौंग को जोड़ा गया था।

धूम्रपान करने वालों ने गलत रूप से महसूस किया कि लौंग के कई स्वास्थ्य लाभ धूम्रपान के खराब प्रभावों को खत्म करेंगे, जबकि लौंग सिगरेट के प्राकृतिक तत्वों से केवल हानिकारक प्रभावों को कम किया जाएगा, लेकिन स्मोकिंग क्लोव सिगरेट्स अभी भी कैंसरजन्य हो सकते हैं। इसके अच्छे स्वाद के कारण कई खाद्य पदार्थों में इस आवश्यक तेल को भी मिलाया जाता है। यह भारतीय व्यंजनों, अचार, सॉस, मसाला केक और कई अन्य सांस्कृतिक खाद्य पदार्थों में भी शामिल किया जाता है। इसकी शक्तिशाली सुगंध, सुखदायक प्रभाव और एंटीसेप्टिक गुणों के कारण, लौंग तेल को अक्सर साबुन बनाने के दौरान मिलाया जाता है और इसे अक्सर सक्रिय संघटक के रूप में पाया जा सकता है। लौंग के तेल का उपयोग शक्तिशाली और अद्वितीय सुगंध के कारण इत्र बनाने में भी किया जाता है।

बहुत से लोग मानते हैं कि लौंग का तेल कैंसर को रोकने और उपचार करने में उपयोगी है। हालांकि, अमेरिकन कैंसर सोसायटी स्पष्ट रूप से उल्लेख करती है कि लौंग के तेल का रोगजनक गुणों पर कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। यह भी कई लोगों द्वारा दावा किया जाता है कि क्लोव तेल वायरल हैपेटाइटिस के इलाज में उपयोगी है, लेकिन इस पर भी आगे शोध की जरूरत है। लौंग के तेल में कई आवश्यक तेल जैसे तुलसी आवश्यक आयल, रोजमेरी एसेंशियल आयल, गुलाब का आयल, दालचीनी एसेंशियल आयल, अंगूर एसेंशियल आयल, नींबू एसेंशियल आयल, पेपरमिंट एसेंशियल आयल, ऑरेंज एसेंशियल आयल, लैवेंडर आवश्यक तेल आदि को मिक्स किया जाता है। यह लौंग तेल को अरोमाथेरेपी और अन्य हर्बल संयोजनों में एक लोकप्रिय तत्व बनाते हैँ।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार कुछ व्यक्तियों ने लौंग के तेल से एलर्जी होने की सूचना दी है। इसमें एनाफिलेक्सिस या गंभीर एलर्जी संबंधी प्रतिक्रियाएं शामिल हैं। एलर्जी की प्रतिक्रिया के लक्षणों में श्वास की कमी, चकत्ते और खुजली शामिल है। लौंग तेल के मामले में, एलर्जी की प्रतिक्रिया तब होती है जब दांत की प्रक्रिया के दौरान यह त्वचा या मुंह पर लग जाता है। क्रीइडन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रयोगशाला अनुसंधान के अनुसार, लौंग तेल संभवतः रक्तस्राव का ज्यादा खतरा पैदा कर सकता है। यही कारण है कि यह उन रोगियों को देने की सलाह नहीं दी गई है जो ब्लीडिंग डिसऑर्डर से ग्रस्त या जो पहले से ही रक्तस्राव के संभावित दुष्प्रभाव के लिए दवाइयां ले रहे हैं। इस कारण, सर्जरी से पहले लौंग और यूजोनॉल से बचें। इंटेलियल हेल्थ के मुताबिक आंतरिक रूप से लौंग के तेल का सेवन ब्लड ग्लूकोज का स्तर कम कर सकता है।

लो ब्लड शुगर (हाइपोग्लाइसीमिया) से पीड़ित लोगों को लौंग तेल का उपयोग करने के बारे में सावधानी बरतनी चाहिए। इसके अतिरिक्त, रक्त शर्करा के स्तर को विनियमित करने के लिए मेटफॉर्मिन या इंसुलिन जैसी दवाइयां लेने वाले व्यक्तियों को लौंग के तेल को लेते समय भी अपने रक्त शर्करा की जांच करनी पड़ सकती है। अन्डाइल्यूटिड (बिना पानी मिला) लौंग तेल की बड़ी खुराक विषाक्त प्रभाव पैदा कर सकती है। इन दुष्प्रभावों में मतली, उल्टी, गले में खराश, बेहोश करने की क्रिया, श्वास लेने में कठिनाई, फेफड़ों में द्रव शामिल हो सकते हैं।

अन्डाइल्यूटिड लौंग तेल की बड़ी मात्रा से रक्त विकार, गुर्दे की विफलता और लिवर की क्षति भी हो सकती है। गुर्दे या लिवर विकार वाले लोग या जिनको दौरे पड़ चुके हैं उन्हें लौंग तेल नहीं लेना चाहिए। ये सभी प्रभाव छोटे बच्चों में भी अधिक होने की संभावना है, यहां तक कि छोटी मात्रा में भी। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को लौंग तेल का उपयोग नहीं करना चाहिए।


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें लौंग का तेल है

संदर्भ

  1. Nilima Thosar et al. Antimicrobial efficacy of five essential oils against oral pathogens: An in vitro study . Eur J Dent. 2013 Sep; 7(Suppl 1): S71–S77. PMID: 24966732
  2. Gupta C et al. Comparative study of cinnamon oil and clove oil on some oral microbiota. Acta Biomed. 2011 Dec;82(3):197-9. PMID: 22783715
  3. L. Nuñez, M. D’ Aquino. Microbicide activity of clove essential oil (Eugenia caryophyllata) . Braz J Microbiol. 2012 Oct-Dec; 43(4): 1255–1260. PMID: 24031950
  4. Ibrahim IM et al. Effectiveness of topical clove oil on symptomatic treatment of chronic pruritus. J Cosmet Dermatol. 2017 Dec;16(4):508-511. PMID: 28382655
  5. Ané Orchard, Sandy van Vuuren. Commercial Essential Oils as Potential Antimicrobials to Treat Skin Diseases . Evid Based Complement Alternat Med. 2017; 2017: 4517971. PMID: 28546822
  6. Chaieb K et al. The chemical composition and biological activity of clove essential oil, Eugenia caryophyllata (Syzigium aromaticum L. Myrtaceae): a short review. Phytother Res. 2007 Jun;21(6):501-6. PMID: 17380552
  7. Marta Ferreira Maia, Sarah J Moore. Plant-based insect repellents: a review of their efficacy, development and testing Malar J. 2011; 10(Suppl 1): S11. PMID: 21411012
  8. Trongtokit Y et al. Comparative repellency of 38 essential oils against mosquito bites. Phytother Res. 2005 Apr;19(4):303-9. PMID: 16041723
  9. Nangle MR et al. Effects of eugenol on nerve and vascular dysfunction in streptozotocin-diabetic rats. Planta Med. 2006 May;72(6):494-500. PMID: 16773532
  10. Oboh G et al. Essential Oil from Clove Bud (Eugenia aromatica Kuntze) Inhibit Key Enzymes Relevant to the Management of Type-2 Diabetes and Some Pro-oxidant Induced Lipid Peroxidation in Rats Pancreas in vitro. J Oleo Sci. 2015;64(7):775-82. PMID: 25994557
  11. Kamilla Ács et al. Antibacterial activity evaluation of selected essential oils in liquid and vapor phase on respiratory tract pathogens . BMC Complement Altern Med. 2018; 18: 227. PMID: 30053847
  12. National Cancer Institute [Internet]. Bethesda (MD): U.S. Department of Health and Human Services; Antioxidants and Cancer Prevention
  13. Namrata Dagli, Rushabh Dagli, Rasha Said Mahmoud, Kusai Baroudi. Essential oils, their therapeutic properties, and implication in dentistry: A review . J Int Soc Prev Community Dent. 2015 Sep-Oct; 5(5): 335–340. PMID: 26539382
  14. G Hartnoll, D Moore, D Douek. Near fatal ingestion of oil of cloves. Arch Dis Child. 1993 Sep; 69(3): 392–393. PMID: 8215554
ऐप पर पढ़ें
cross
डॉक्टर से अपना सवाल पूछें और 10 मिनट में जवाब पाएँ