प्रकाश चिकित्सा कई प्रकार के त्वचा रोग का इलाज करने के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसमें बढ़ती हुई मात्रा में एक नियंत्रित तरीके से अल्ट्रावायलेट लाइट (पराबैंगनी किरण) को त्वचा पर डाला जाता है। एक रोगी का पूरा शरीर या फिर शरीर के किसी भाग का उपचार किया जाता है।
(और पढ़ें - पराबैंगनी किरणों के प्रभाव)
इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि प्रकाश चिकित्सा क्या है, प्रकाश चिकित्सा कैसे होती है और इसके साथ ही यह भी बताया गया है की प्रकाश चिकित्सा के क्या लाभ और नुकसान होते हैं।
- प्रकाश चिकित्सा क्या है - Phototherapy kya hai in hindi
- प्रकाश चिकित्सा (फोटोथेरेपी) कैसे होती है - Phototherapy kaise hoti hai in hindi
- प्रकाश चिकित्सा के लाभ - Phototherapy benefits in hindi
- प्रकाश चिकित्सा के नुकसान - Phototherapy side effects in hindi
प्रकाश चिकित्सा क्या है - Phototherapy kya hai in hindi
प्रकाश चिकित्सा एक ऐसा उपचार है जिसमें मौसम में परिवर्तन की वजह से होने वाली बिमारियों (ख़ास तौर से मौसमी उत्तेजित विकार, यानी एसएडी) और कुछ अन्य बिमारियों को कृत्रिम रोशनी की मदद से ठीक किया जाता है। एसएडी एक प्रकार का अवसाद है जो प्रति वर्ष एक निश्चित समय पर होता है, आमतौर पर पतझड़ या शरद ऋतु में होता है।
(और पढ़ें - डिप्रेशन दूर करने के उपाय)
प्रकाश चिकित्सा के दौरान आप एक बॉक्स के पास बैठते है जिसे "लाइट थेरेपी बॉक्स" कहा जाता है। इस बॉक्स से प्राकृतिक प्रकाश की तरह का प्रकाश निकलता है।
माना जाता है कि प्रकाश चिकित्सा हमारे दिमाग में मूड और नींद से जुड़े हुए रसायनों को प्रभावित करती है और एसएडी के लक्षणों से राहत प्रदान करती है। लाइट थेरेपी बॉक्स का उपयोग अन्य प्रकार के अवसाद, नींद के विकार, और अन्य परेशानियों में भी मदद कर सकता है। प्रकाश चिकित्सा को ब्राइट लाइट थेरेपी या फोटोथेरेपी भी कहा जाता है।
(और पढ़े - योग निद्रा क्या है)
आप प्रकाश चिकित्सा का उपयोग निम्नलिखित कारणों से कर सकते हैं -
- यदि आपके डॉक्टर आपको सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर या किसी अन्य परेशानी के उपचार के लिए इसे करवाने की सलाह देते हैं।
- अगर आप एक ऐसा उपचार चाहते हैं जो अधिक सुरक्षित हो और जिसके साइड इफेक्ट्स बहुत कम हों।
- अगर आप एंटीडिप्रेसेंट दवाइयों या मानसिक स्वास्थ परामर्श (मनोचिकित्सा) के प्रभाव को बढ़ाना चाहते हैं।
- अगर आपको गर्भावस्था के दौरान या स्तनपान के दौरान एंटीडिप्रेसेंट दवाईयाँ नहीं लेनी हैं।
यह उपचार आपको एंटीडिप्रेसेंट दवाइयों की कम मात्रा लेने में मदद करता है।
(और पढ़ें - अवसाद के लिए योग)
प्रकाश चिकित्सा (फोटोथेरेपी) कैसे होती है - Phototherapy kaise hoti hai in hindi
प्रकाश चिकित्सा या फोटोथेरेपी आम तौर पर प्रतिदीप्त प्रकाश (फ्लोरोसेंट लाइट्स) के बॉक्स का उपयोग करके की जाती है। यह प्रकाश प्राकृतिक प्रकाश का कृत्रिम रूप होता है। इस प्रकाश की तीव्रता कम से कम 2,500 lx होनी चाहिए (lx प्रकाश की रोशनी और चमक को नापने की SI यूनिट होती है)।
लाइट बॉक्स जहाँ पर आप बैठते हैं या काम करते हैं वहाँ आस-पास रखा जा सकता है। प्रकाश आपकी आँखों की ओर केंद्रित होता है किंतु आपको बॉक्स को सीधे नहीं देखना चाहिए क्योंकि इससे आँखों को नुकसान हो सकता है।
(और पढ़े - आँखों के दर्द के उपाय)
आमतौर पर प्रकाश चिकित्सा सुबह के समय अच्छा काम करती है क्योंकि यह सूर्य के प्रकाश की नक़ल करती है।
प्रकाश चिकित्सा उपचार के सत्र प्रकाश की तीव्रता के आधार पर 15 मिनट से 2 घंटे तक के हो सकते हैं। हालाँकि अधिकांश लोग छोटे-छोटे अंतराल से शुरू करते हैं और फिर समय बढ़ाते हैं।
अगर आप प्रकाश चिकित्सा करना चाहते हैं तो आपके लिए सबसे अच्छा यह होगा की आप लाइट बॉक्स का उपयोग करते समय एक प्रकाश चिकित्सा विशेषज्ञ की निगरानी में रहे। प्रकाश चिकित्सा लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करना हमेशा ही बेहतर होता है किंतु अगर आपको निम्नलिखित में से कोई परेशानी है तो आपके लिए यह और भी आवश्यक हो जाता है -
- अगर आपको कोई ऐसी परेशानी है जिसमें आपकी त्वचा प्रकाश के प्रति संवेदनशील हो जाती है, जैसे कि सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोस (systemic lupus erythematosus)। (और पढ़ें - लुपस के लक्षण)
- अगर आप कोई ऐसी दवा लें जो सूर्य के प्रकाश के प्रति आपकी त्वचा को संवेदनशील बना दें, जैसे कि कुछ एंटी-बायोटिक्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी या हर्बल सप्लीमेंट इत्यादि।
- अगर आपको आँखों की कोई ऐसी बीमारी है जो आपकी आँखों को प्रकाश से होने वाली क्षति के प्रति असुरक्षित करती है।
(और पढ़े - सूरज की किरणों के फायदे)
प्रकाश चिकित्सा के लाभ - Phototherapy benefits in hindi
प्रकाश चिकित्सा सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर, नॉन सीजनल अवसाद और अन्य परेशानियों को पूरी तरह ठीक नहीं करती है। किंतु यह लक्षणों से राहत देने, शरीर की ऊर्जा बढ़ाने और आपको अपने बारे में अच्छा महसूस करने में मदद कर सकती है।
(और पढ़ें - एनर्जी बढ़ाने के उपाय)
प्रकाश चिकित्सा लेने के कुछ दिन के भीतर लक्षणों में सुधार शुरू हो जाता है। कुछ मामलों में इसमें दो या दो से अधिक हफ्ते लग जाते हैं।
प्रकाश चिकित्सा सभी के लिए प्रभावी नहीं होती है। किंतु आप कुछ बाते ध्यान में रख कर इससे लाभ ले सकते हैं, जैसे कि अपने डॉक्टर से बात करके एक सही लाइट बॉक्स का उपयोग करें, योजना के हिसाब से चलें, उपचार लेने के समय का पूरा ध्यान रखें।
अपने डॉक्टर से बात करें अगर आपके लक्षणों में प्रकाश चिकित्सा से कोई अधिक लाभ नहीं हो रहा है क्योंकि आपको कोई अन्य उपचार लेने की आवश्यकता हो सकती है जैसे एंटीडिप्रेसेंट दवा या मनोचिकित्सा।
(और पढ़ें - मानसिक रोग का इलाज)
प्रकाश चिकित्सा के नुकसान - Phototherapy side effects in hindi
प्रकाश चिकित्सा आमतौर पर सुरक्षित होती है। अगर कोई साइड इफेक्ट्स होते हैं तो वे मामूली और कम समय तक रहने वाले होते हैं। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं -
- आंख पर जोर पड़ना
- सिर दर्द (और पढ़ें - सिरदर्द के उपाय)
- मतली (और पढ़ें - मतली रोकने के उपाय)
- चिड़चिड़ापन या व्याकुलता
- बाइपोलर डिसऑर्डर से जुडी हुई उन्माद, यूफोरिया, अतिसक्रियता और व्याकुलता।
जब साइड इफेक्ट्स आते भी हैं तो वो प्रकाश चिकित्सा शुरू करने के कुछ दिनों में अपने आप चले जाते हैं। आप अपने उपचार का समय कम करके, अपने लाइट बॉक्स से दूर जाकर, लंबे सत्र के बिच थोड़ा अंतराल लेकर या अपने उपचार लेने के समय में बदलाव करके भी इन प्रभावों को दूर कर सकते हैं।
अगर साइड इफेक्ट्स आपके लिए एक समस्या बन जाएँ तो अपने डॉक्टर से बात करें।
(और पढ़ें - मानसिक रोग के उपाय)