हेपेटाइटिस लिवर से संबंधित एक गंभीर बीमारी है, जिसमें लिवर में सूजन आ जाती है. यह समस्या आमतौर पर वायरल संक्रमण के कारण होती है. इसके अलावा, कुछ दवाइयां, शराब और खराब खानपान भी हेपेटाइटिस का कारण बन सकते हैं. इस स्थिति में व्यक्ति को थकान, कमजोरी और त्वचा का पीला पड़ना जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं. हेपेटाइटिस के 5 प्रकार माने गए हैं, जिसमें हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी और ई शामिल है. हेपेटाइटिस लिवर को गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त और व्यक्ति के संपूर्ण स्वास्थ्य व दिनचर्या को प्रभावित कर देता है. यहां तक कि संक्रमित व्यक्ति और उसके साथी की सेक्स लाइफ पर भी हेपेटाइटिस का असर पड़ सकता है.
यहां दिए लिंक पर क्लिक करें और लिवर रोग का आयुर्वेदिक इलाज जानिए.
आज इस लेख में आप जानेंगे कि हेपेटाइटिस का सेक्स लाइफ पर क्या असर पड़ता है -
(और पढ़ें - हेपेटाइटिस का आयुर्वेदिक इलाज)
हेपेटाइटिस से सेक्स लाइफ कैसे प्रभावित होती है?
हेपेटाइटिस ए, बी और सी सेक्स लाइफ को बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं. दरअसल, हेपेटाइटिस से संक्रमित साथी के रक्त और वीर्य के संपर्क में आने से दूसरे पार्टनर को भी हेपेटाइटिस वायरस हो सकता है. हेपेटाइटिस ए, बी और सी का वायरस खासतौर से यौन संपर्क के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है. डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी को प्रमुख रूप से यौन संचारित रोग (एसटीडी) के रूप में भी जाना जाता है.
हेपेटाइटिस ए को उपचार की जरूरत नहीं होती है. यह कुछ हफ्तों या महीनों में अपने आप ठीक हो सकता है, लेकिन हेपेटाइटिस बी और सी लंबे समय तक रह सकते हैं. ये वायरस यौन संबंध के दौरान दूसरे व्यक्ति तक भी पहुंच सकता है. ऐसे में हर संक्रमित व्यक्ति अपने साथी को सुरक्षित रखने के लिए सेक्स के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत होती है, जिसके बारे में नीचे बताया गया है -
हेपेटाइटिस ए का सेक्स लाइफ पर असर
हेपेटाइटिस ए से संक्रमित व्यक्ति के साथ खाने-पीने से यह बीमारी हो सकती है. इसके अलावा, ओरल और फिजिकल सेक्स के माध्यम से भी हेपेटाइटिस ए फैल सकता है. हेपेटाइटिस ए की स्थिति में कंडोम भी सुरक्षात्मक नहीं हो सकता है, क्योंकि सेक्स के दाैरान कंडोम पर भी हेपेटाइटिस के वायरस आ सकते हैं और उसे हाथ लगाने से यह फैल सकता है.
(और पढ़ें - क्या हेपेटाइटिस बी ठीक हो सकता है)
हेपेटाइटिस बी का सेक्स लाइफ पर असर
वैसे तो वायरल हेपेटाइटिस के सभी तीन प्रकार यौन संचारित रोग का कारण बन सकते हैं, लेकिन हेपेटाइटिस बी सबसे अधिक यौन संचारित रोग होता है. इसलिए अगर, किसी को हेपेटाइटिस बी है, तो इस स्थिति को बिल्कुल छुपाना नहीं चाहिए. वहीं, अगर हेपेटाइटिस बी नहीं है, तो इसकी वैक्सीन जरूर लगवाएं.
(और पढ़ें - अल्कोहलिक हेपेटाइटिस का इलाज)
हेपेटाइटिस सी का सेक्स लाइफ पर असर
हेपेटाइटिस अधिक शराब पीने से हो सकता है. इस स्थिति में व्यक्ति का संपूर्ण जीवन प्रभावित हो जाता है. इसका असर यौन स्वास्थ्य पर भी गंभीर रूप से पड़ सकता है. हां, अगर आप सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इससे संक्रमित होने की आशंका काफी कम हो जाती है.
(और पढ़ें - हेपेटाइटिस की होम्योपैथिक दवा)
हेपेटाइटिस में सेफ सेक्स के लिए टिप्स
हेपेटाइटिस ए, बी और सी से पीड़ित लोगों को अपना जल्द-से-जल्द इलाज करवाना जरूरी होता है, क्योंकि हेपेटाइटिस के चलते सेक्स लाइफ बुरी तरह से प्रभावित होती है. हेपेटाइटिस वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है. ऐसे में कई बार लोग संभोग की इच्छा जाहिर नहीं कर पाते हैं, क्योंकि उन्हें अपने साथी के संक्रमित होने का डर भी बना रहता है. वहीं, अगर कोई इस अवस्था में भी सेक्स करना चाहता है, तो कुछ टिप्स को फॉलो करना जरूरी है -
सुरक्षित रहें
जितना संभव हो सके जोखिम भरी यौन गतिविधियों में शामिल होने से बचें. हेपेटाइटिस व यौन संचारित रोगों से बचने के लिए नियमित रूप से टेस्ट जरूर करवाएं. साथ ही किसी के हेपेटाइटिस का इलाज चल रहा है, तो इस बारे में अपने पार्टनर को जरूर बताएं.
(और पढ़ें - हेपेटाइटिस वायरस के संचरण से जुड़े मिथक)
एसटीडी के बारे में जानें
योनि, गुदा या मुंह में कहीं भी खुला घाव होने पर उसके संक्रमित पार्टनर के ब्लड, वीर्य या वजाइनल फ्लूड के संपर्क में आने से संक्रमण फैलने की आशंका बनी रहती है. साथ ही ध्यान रहे कि ऐसा सिर्फ नजर आने वाले घाव के कारण नहीं होता, बल्कि जननांग क्षेत्र की त्वचा या श्लेष्मा झिल्ली में हल्की-सी दरार होने पर भी वायरस शरीर में फैल सकता है.
(और पढ़ें - हेपेटाइटिस बी टेस्ट)
कंडोम का प्रयोग
हेपेटाइटिस के रोगियों को कभी भी बिना कंडोम के सेक्स नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे पार्टनर के संक्रमित होने की आशंका शत प्रतिशत बढ़ जाती है. इसलिए, अगर किसी को हेपेटाइटिस है, तो लेटेक्स कंडोम का इस्तेमाल करके सेक्स को सेफ बनाया जा सकता है. कंडोम को शुरू से लेकर यौन क्रिया के अंत तक पहनना जरूरी होता है. इसके बाद कंडोम को बिल्कुल सेफ तरीके से निकालना चाहिए और फेंकना चाहिए.
(और पढ़ें - हेपेटाइटिस बी ट्रांसमिशन को गर्भवती मां से बच्चे में कैसे रोकें)
शराब न पिएं
हेपेटाइटिस से ग्रस्त व्यक्ति को बार-बार थकान और कमजोरी महसूस होती रहती है. ऐसे में कई बार सेक्स के प्रति रुचि कम हो जाती है या फिर सेक्स करने की क्षमता ही नहीं होती है. इसलिए, इस दौरान शराब बिल्कुल न पिएं. शराब आपकी समस्या को तो बढ़ाएगा ही साथ ही आपकी सेक्स की क्षमता को भी कम कर देगा.
(और पढ़ें - हेपेटाइटिस बी में परहेज)
सारांश
हेपेटाइटिस एक लिवर की गंभीर बीमारी होती है. इससे सेक्स लाइफ काफी हद तक प्रभावित हो सकता है. वहीं सेक्स करने पर इस बीमारी से पार्टनर भी संक्रमित हो सकता है. हेपेटाइटिस ए, बी और सी यौन संचारित रोग हैं. इसलिए, अगर कोई व्यक्ति इन हेपेटाइटिस से पीड़ित है, तो उसे हमेशा सुरक्षित यौन संबंध ही बनाना चाहिए. साथ ही डॉकटर से नियमित चेकअप करना भी जरूरी है.
(और पढ़ें - हेपेटाइटिस-सी में क्या खाना चाहिए)
शहर के हेपेटोलॉजिस्ट खोजें
हेपेटाइटिस से सेक्स लाइफ कैसे प्रभावित होती है? के डॉक्टर

Dr. Murugan N
हीपैटोलॉजी (यकृत पित्त अग्न्याशय चिकित्सा )
18 वर्षों का अनुभव

Dr. Ashwin P Vinod
हीपैटोलॉजी (यकृत पित्त अग्न्याशय चिकित्सा )
5 वर्षों का अनुभव
