पैतेचिया - Petechiae in Hindi

Dr. Nabi Darya Vali (AIIMS)MBBS

November 25, 2020

December 10, 2021

पैतेचिया
पैतेचिया

पैतेचिया क्या है?

पैतेचिया त्वचा पर छोटे बैंगनी, लाल या भूरे रंग के धब्बे होते हैं। वे आमतौर पर बाहों, पैरों, पेट और नितंबों पर दिखाई देते हैं। यह मुंह के अंदर या  पलकों पर दिखाई दे सकते हैं। ये पिनपॉइंट आकार के स्पॉट हैं जो अलग-अलग स्थितियों का संकेत हो सकते हैं। यह कुछ मामूली व कुछ गंभीर स्थितियों के लक्षण हो सकते है। यह कुछ दवाओं की प्रतिक्रिया के रूप में भी दिखाई दे सकते हैं।

पैतेचिया चकत्ते की तरह दिखते हैं, यह त्वचा के नीचे रक्तस्राव (ब्लीडिंग) की वजह से हो सकता है। चकत्ते और पैतेचिया में मुख्य अंतर यह है कि इन्हें दबाने पर यह सफेद नहीं होते हैं, जबकि चकत्ते पीले हो सकते हैं। दरअसव यह कोई बीमारी नहीं, बल्कि बीमारी का लक्षण है।

पैतेचिया के संकेत और लक्षण क्या हैं? - Petechiae symptoms in hindi

पैतेचिया की पहचान पिनप्वॉइंट धब्बों या स्पॉट के जरिये की जा सकती है। हालांकि, यह अक्सर एक अंतर्निहित स्थिति का संकेत होता है, ऐसे में व्यक्ति को इसके साथ अन्य लक्षणों का अनुभव हो सकता है जैसे :

(और पढ़ें - नाक से खून आना कैसे रोकें)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Long Time Capsule
₹712  ₹799  10% छूट
खरीदें

पैतेचिया का कारण क्या है? - Petechiae causes in hindi

पैतेचिया तब होता है जब छोटी रक्त वाहिकाएं (केशिकाएं) टूट जाती हैं। जब ऐसा होता है, तो खून त्वचा में लीक होने लगता है।

ऐसी स्थितियां, जिनकी वजह से पैतेचिया हो सकता है :

ल्यूकेमिया या अस्थि मज्जा से जुड़ी समस्याएं, जो प्लेटलेट्स की संख्या में कमी का कारण बन सकती हैं

वायरल फीवर जैसे डेंगू, इबोला और येलो फीवर खून के थक्के बनने से रोक सकता है, जिससे त्वचा के नीचे खून का रिसाव होता है।
कुछ दवाएं पैतेचिया की उपस्थिति से जुड़ी होती हैं। साइड इफेक्ट के रूप में पैतेचिया का कारण बनने वाली दवाओं में शामिल हैं :

पैतेचिया का निदान कैसे होता है? - Petechiae diagnosis in hindi

यदि बच्चे में बुखार के साथ पैतेचिया है तो यह मेनिंगोकोकल रोग जैसे गंभीर संक्रमण का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर को तुरंत दिखाएं।

निदान के लिए डॉक्टर बच्चे की जांच करेंगे, चकत्ते को देखेंगे और उनके लक्षणों व मेडिकल हिस्ट्री का पता करेंगे। इसके अलावा खून और यूरिन टेस्ट की भी मदद ली जा सकती है।

अन्य गंभीर बीमारियों की वजह से भी पैतेचिया की समस्या हो सकती है। यदि बच्चे में पिनप्वॉइंट आकार के धब्बे हैं, तो वे अन्य लक्षणों का पता कर सकते हैं :

  • सांस लेने में तकलीफ : यदि बच्चे को सांस की तकलीफ है या इस समस्या के साथ पैतेचिया की भी समस्या है तो यह एंडोकार्डाइटिस नामक एक गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है। एंडोकार्डाइटिस का अर्थ है हृदय और वाल्व के आंतरिक कक्षों के अस्तर में संक्रमण।
  • भ्रम : पैतेचिया के साथ भ्रम की स्थिति यह संकेत दे सकती है कि बच्चे को रॉकी माउंटेन स्पॉटेड बुखार है या नहीं, यह संक्रमण टिक के काटने से फैलता है।
myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Bhringraj Hair Oil
₹850  ₹850  0% छूट
खरीदें

पैतेचिया का इलाज कैसे किया जाता है? - Petechiae treatment in hindi

इसमें पड़ने वाले चकत्ते यदि हल्के हैं तो उपचार की आवश्यकता नहीं है। यदि यह वायरस के कारण होता है, तो संक्रमण दूर होते ही यह स्पॉट भी ठीक हो जाते हैं।

यदि आपको लगता है कि पैतेचिया किसी छोटी बात की वजह से हुआ है जैसे जोर से खांसना, उल्टी या वजन उठाना तो आप निम्न तरीकों से घर पर इसका ध्यान रख सकते हैं;

  • आराम करें
  • शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए अतिरिक्त मात्रा में तरल पदार्थ लें

पैतेचिया एक गंभीर अंतर्निहित स्थिति का परिणाम हो सकता है, जब ये स्पॉट दिखाई देते हैं तो ऐसे में डॉक्टर से परामर्श करना अच्छा विचार हो सकता है।

यदि आपको जीवाणु संक्रमण है, तो  एंटीबायोटिक लेने की आवश्यकता हो सकती है। सुनिश्चित करें कि दवाओं का कोर्स पूरा करें, भले ही आप बेहतर महसूस करना शुरू कर दें।

मेनिंगोकोकल संक्रमण, ब्लड डिसऑर्डर या कैंसर जैसे गंभीर रोगों के उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर आपकी देखरेख के लिए इंफेक्शन स्पेशलिस्ट, ब्लड डिजीज (हेमेटोलॉजिस्ट) या कैंसर के डॉक्टर (ऑन्कोलॉजिस्ट) की मदद ले सकते हैं।



पैतेचिया के डॉक्टर

Dr. Srikanth M Dr. Srikanth M रक्तशास्त्र
25 वर्षों का अनुभव
Dr. Kartik Purohit Dr. Kartik Purohit रक्तशास्त्र
13 वर्षों का अनुभव
डॉक्टर से सलाह लें

शहर के हेमेटोलॉजिस्ट खोजें

  1. सूरत के हेमेटोलॉजिस्ट