सेब सबसे ज्यादा लोकप्रिय, स्वादिष्ट और पौष्टिक फलों में से एक है। इस लाल रंग के फल से अनेक लाभ और रहस्य जुड़े हुए हैं। सेब का मीठा और रसदार स्वाद बुहत पसंद किया जाता है। वैज्ञानिक भाषा में सेब को मेलस डोमेस्टिका कहा जाता है। कहा जाता है कि सिकंदर महान के मध्य एशिया में आने के बाद ही सेब का प्रचलन शुरु हुआ था।
क्या आप जानते हैं?
सेब की पुरानी जंगली प्रजाति मलुस सिएवरसि आज भी मध्य एशिया मेंपाई जाती है। मध्य एशिया को ही सेब का प्रमुख स्थान माना जाता है।
सेब का पूरा हिस्सा खाया जाता है। सेब की 7500 से अधिक किस्में हैं और हर एक का अलग-अलग उपयोग किया जाता है। लाल रंग के सेब में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं और यही वजह है कि लाल रंग का सेब एंटी-एजिंग फल माना जाता है। इसके अलावा पीले और हरे रंग के सेब में ढ़ेर सारा क्यूरसेटिन होता है जो मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद करता है। सेब से त्वचा भी स्वस्थ, सुंदर, मुलायम और चमकदार बनती है। हालांकि, सेब के बीजों का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
सेब में प्रचुर मात्रा में एंथोसियानिन और टैनिन होता है। इस फल में खूब विटामिंस, फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते हैं जिनमें भरपूर औषधीय गुण पाए जाते हैं। सेब खाने से कोलेस्ट्रोल कम होता है और दिल दुरुस्त रहता है। ये दांतों को भी मजबूती देता है। कैंसर से बचाने और डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए भी सेब का इस्तेमाल किया जाता है।
सेब के बारे में तथ्य:
- वानस्पतिक नाम: मेलस डोमेस्टिका
- कुल: रोसेसिए
- सामान्य नाम: एप्पल, सेब
- संस्कृत नाम: फलप्रभेदः
- उपयोगी भाग: छिलका और गूदा
- भौगोलिक विवरण: दुनियाभर में सेब की खेती की जाती है और चीन सेब का सबसे बड़ा उत्पादक है। चीन में हर साल लगभग 4.4 करोड़ टन सेब का उत्पादन किया जाता है। भारत में कश्मीर, उत्तर प्रदेश केपहाड़ी इलाकों, हिमाचल प्रदेश, नागालैंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में सेब की खेती की जाती है।
- रोचक तथ्य: 3.7 लीटर एप्पल सिडर (विनेगर का स्वस्थ विकल्प) बनाने के लिए 36 सेब की जरूरत पड़ती है।