नीलगिरी तेल के स्वास्थ्य लाभों ने पूरे विश्व का ध्यान अपनी और आकर्षित किया है और इसका उपयोग परंपरागत चिकित्सा के साथ-साथ अरोमाथेरेपी में किया जा रहा है।
नीलगिरी का तेल लम्बे, सदाबहार नीलगिरी पेड़ के ताजे पत्तों से प्राप्त किया जाता है। इस वृक्ष को वैज्ञानिक रूप से नीलगिरी ग्लोब्यूलस (Eucalyptus Globulus) के रूप में जाना जाता है।
नीलगिरी का पेड़ सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया में पाया गया था पर पिछले कुछ शताब्दी में यह भारत, यूरोप और दक्षिण अफ्रीका समेत दुनिया के अन्य हिस्सों में भी पाया जाने लगा है। हालांकि कई देशों में छोटी मात्रा में नीलगिरी तेल का उत्पादन होता है पर अभी भी दुनिया में नीलगिरी तेल का मुख्य स्रोत ऑस्ट्रेलिया ही है।
नीलगिरी तेल के औषधीय उपयोग और नीलगिरी में मौजूद यौगिक के कारण इसका उपयोग दवाओं में किया जा रहा है जिनमें बाम, इनहेलर, मरहम, रैश क्रीम (rash creams), माउथवॉश शामिल हैं।
तो चलिए नीलगिरी तेल के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानते हैं -