सुबह नाश्ते में ओटमील खाना दिन शुरू करने का एक स्वस्थ और बढ़िया तरीका है। ओट्स को हिंदी में "जई" कहा जाता है। यह अनाज सबसे पहले स्कॉटलैंड में उगाया गया था और यह स्कॉटलैंड का एक प्रमुख आहार था। ओटमील का सेवन केवल मनुष्यों द्वारा ही नहीं बल्कि पशुओं के लिए भी उपयोग किया जाता है।

ओट्स में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का सही मिश्रण होता है, जो आपको ऊर्जा देते हैं। हाल के अध्ययनों से पता चलता है कि दिन में एक कटोरा ओटमील का सेवन आपको डॉक्टर से दूर रख सकता है। ओट्स फाइबर से भरे हुए होते हैं और साथ ही एक कप ओट्स में 10 ग्राम प्रोटीन भी होता है।

तो आइये बताते हैं आपको ओट्स या जई खाने के फायदे, गुण और नुकसान।

  1. ओट्स में पोषक तत्वों की मात्रा - Oats nutrition facts in Hindi
  2. ओट्स के फायदे - Oats ke fayde in Hindi
  3. ओट्स के नुकसान - Oats ke nuksan in Hindi
ओट्स के फायदे और नुकसान के डॉक्टर

ओट्स आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद पौष्टिक और फायदेमंद माना जाता है। अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार, जई में पोषक तत्वों की मात्रा इस प्रकार हैं।

पोषक तत्व मान प्रति 100 ग्राम
ऊर्जा 350 किलो कैलोरी
प्रोटीन 12.5 ग्राम
कुल लिपिड (वसा) 6.25 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 67.5 ग्राम
फाइबर 10 ग्राम
फैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड 2.5 ग्राम
फैटी एसिड, कुल पॉलीअनसेचुरेटेड 2.5 ग्राम
खनिज  
कैल्शियम 50 मि.ग्राम
आयरन 4.25 मि.ग्राम
पोटेशियम 350 मि.ग्राम

ओट्स में कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन बी और विटामिन ई भरपूर मात्रा में होते हैं। जो लोग वसा असंतुलन (Dyslipidemia) और डायबिटीज से पीड़ित हैं, उनके लिए ओट्स फायदेमंद होता है। गर्भवती महिलाओं और बढ़ते बच्चों को भी ओट्स खाना चाहिए। आज हम आपको ओट्स खाने के फायदे के बारे में बता रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके लाभों के बारे में -

(और पढ़ें - गर्भवती महिला के लिए भोजन)

जई के गुण हैं कैंसर में लाभदायक - Oats ke fayde hai cancer me in Hindi

अन्य सब्जियों और अनाजों के समान, जई में काफी मात्रा में फाइटोकेमिकल्स (phytochemicals) होते हैं। माना जाता है कि ये फाइटोकेमिकल्स कैंसर को रोकने में मदद करते हैं, विशेष रूप से स्तन कैंसर। अध्ययन और अनुसंधान ने साबित किया है कि आहार फाइबर महिलाओं में एस्ट्रोजेन के सर्कुलेशन को नियंत्रित करता है जिससे स्तन कैंसर का खतरा कम होता है। 

(और पढ़ें - ब्रेस्ट कैंसर का इलाज)

जई के फायदे मधुमेह में - Oats ke labh hai diabetes me in Hindi

जो लोग अपने ब्लड शुगर के स्तर को कम करने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें प्रतिदिन ओट्स का सेवन करना चाहिए। मधुमेह रोगी, खासकर वो लोग जो अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के तरीके खोज रहे हैं। अच्छे परिणामों के लिए प्रति दिन ओट्स का सेवन करना चाहिए।

हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स (glycemic index) वाले खाद्य पदार्थ खाने से शरीर के रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ता है। ओट्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जो शुगर के रोगियों के लिए इसे एक उचित खाद्य पदार्थ बनता है। 

नोट: ग्लाइसेमिक इंडेक्स खाद्य पदार्थ में कार्बोहाइड्रेट्स का माप है जो यह बताता है कि उसको खाने से कितनी जल्दी ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाएगा। शुगर के मरीजों के लिए कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ उचित होते हैं।

(और पढ़ें - शुगर का इलाज)

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जई खाने के फायदे है बीपी कम करने में - Oats ke gun kare BP ko kam in Hindi

हर दिन जई का सेवन करने से उच्च रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है। यह कुछ मामलों में, उच्च रक्तचाप वाली दवाओं की आवश्यकता को कम करने में भी मदद करता है। उच्च रक्तचाप गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकता है। इसलिए, अपने उच्च रक्तचाप के स्तर को बनाए रखने के लिए, अपने दैनिक आहार में ओट्स का सेवन करें। 

(और पढ़ें - बीपी कम करने के उपाय)

जई का उपयोग करता है वजन कम करने में मदद - Oats khane ke fayde kare wajan ko kam in Hindi

जैसा कि ऊपर बताया गया है, जई में मौजूद घुलनशील फाइबर धीमे पाचन और लंबे समय तक पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद प्रदान करता है। इससे आपको लंबे समय के लिए भूख को शांत रखने में सहायता मिलती है। इसलिए जो लोग वजन कम करने के लिए डाइट पर है, उनको ओट्स का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए। 

(और पढ़ें - वजन कम करने के लिए डाइट टिप्स)

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जई का सेवन रखें पाचन को स्वस्थ - Oats khane ke labh kare digestion ko accha in Hindi

ओट्स में मौजूद अघुलनशील फाइबर पाचन को स्वस्थ रखने में सहायता करते हैं। ये फाइबर कब्ज के इलाज में मदद करते हैं। इसके अलावा, गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स (जीईआरडी या गर्ड) से पीड़ित लोगों को भी ओट्स का सेवन करना चाहिए। ओट्स फैट में कम होने के कारण, गर्ड के लक्षण जैसे सीने की जलन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। 

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जई खाने के फायदे दिलाएं कब्ज से राहत - Oats khane se fayde hai constipation me

जई में मौजूद फाइबर आँतों के कार्यों को नियमित रखने में मदद करता है। ओट्स में बहुत अच्छी मात्रा में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर होते हैं। चूंकि अघुलनशील फाइबर पानी में घुलता नहीं है, इसलिए यह मल को भारी बनाता है और मल के बाहर निकलने की प्रक्रिया को आसान बनाता है। इस प्रकार यह कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है। 

(और पढ़ें - कब्ज का इलाज)

ओट्स खाने के फायदे हैं कोलेस्ट्रॉल कम करने में - Oatmeal khane ka fayde kare cholesterol ko kam in Hind

जैसा कि ऊपर बताया गया है, जई में घुलनशील फाइबर की काफी मात्रा होती है। यह पेट की समस्याओं के साथ साथ हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या में भी बहुत लाभकारी होता है।

(और पढ़ें - कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय)

ओट्स के गुण करें मुंहासों को दूर - Oats ke fayde kare pimples ko dur in Hindi

पका हुआ ओटमील मुँहासे के इलाज के लिए एक बहुत ही अच्छा प्राकृतिक उपाय है। ओटमील उबाल कर तैयार कर लें। उसके बाद 15 मिनट के लिए ठंडा होने रख दें। इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं और 10 मिनट के बाद धो लें। यह आपकी त्वचा से अतिरिक्त तेल को खींच लेता है और बैक्टीरिया को बाहर निकाल देता है। यह मृत कोशिकाओं को भी त्वचा से निकालने में मदद करता है।

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ओटमील के फायदे देते हैं ड्राई स्किन से छुटकारा - Oatmeal ke fayde de dry skin se chutkara

जई बेजान और ड्राई स्किन से लड़ने में प्रभावी होती है क्योंकि इसमें पॉलीसेकेराइड होता है, जो पानी में मिलने पर चिकनाई पैदा करता है। त्वचा पर लगाने के बाद ये एक सुरक्षात्मक कवच की तरह काम करता है। यह खुजली, चकत्ते, सूजन जैसे ड्राई स्किन के लक्षणों को ठीक करने में बहुत ही प्रभावी है। ड्राई स्किन से छुटकारा पाने के लिए आप एक केले को बारीक़ पिसे हुए ओटमील में मैश कर लें और साथ ही उसमें कुछ दूध मिलाएं और अपने चेहरे पर लगा लें। 10-15 मिनट के बाद अच्छे से अपने चेहरे को धो लें।

 (और पढ़ें - ड्राई स्किन के उपाय)

जई के गुण त्वचा का रंग निखारने के लिए - Oats ke gun se twacha me aata hai nikhar

ओट्स ना सिर्फ़ हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि यह त्वचा के लिए भी बहुत लाभदायक है। ओट्स त्वचा को नमी देता है। जिन लोगों की त्वचा बहुत ज़्यादा रूखी या उसमें बहुत खुजली और जलन होती है, उनके लिए ओट्स का सेवन बहुत लाभदायक है। ओट्स का उपयोग त्वचा का रंग निखारने के लिए भी किया जाता है, साथ ही साथ यह त्वचा की टोन और बनावट में सुधार करने के लिए भी सहायक होता है।

(और पढ़ें - खूबसूरत त्वचा के लिए आहार)

जई के औषधीय गुण दें चिकन पॉक्स से राहत - Oats chickenpox se deta hai rahat in Hindi

जई में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो सूजन और खुजली कम करने में प्रभावी होते हैं। इसके कारण ओटमील का इस्तेमाल एक्जिमा, कीट के काटने और त्वचा के संक्रमण के इलाज के लिए हजारों सालों से किया जा रहा है। चिकन पॉक्स या सनबर्न की वजह से होने वाली खुजली से राहत पाने के लिए जई का आटा पीस लें और इसे एक पतले कपड़े पर रखें। अब एक नल के चारों ओर इस कपडे को बाँधें और फिर नल चला दें। जो पानी निकलकर आये, उससे स्नान करें।

(और पढ़ें - चिकन पॉक्स के घरेलू उपाय)

जई के लाभ दिलाएं रूसी से छुटकारा - Oats ke fayde dilaye dandruff se chutkara in Hindi

ओटमील को अन्य अवयवों के साथ मिलाया जा सकता है। रूसी से छुटकारा पाने के लिए शैम्पू करने से पहले अपने बालों पर ओटमील लगाएं। ऐसा करने से सिर की त्वचा पर जमा अतिरिक्त तेल और गंदगी हटा जाएगी और सिर साफ हो जाएगा। 

(और पढ़ें - बालों से रूसी हटाने के घरेलू उपाय)

जई के गुण रोकें बालों का झड़ना - Oats ke labh roke balon ka jharna in Hindi

बालों में ज्यादा केमिकल का उपयोग, हार्मोनल असंतुलन या अस्वस्थ जीवनशैली जैसे कई कारणों से बाल झड़ने शुरू हो सकते हैं। कुपोषण (जो आवश्यक विटामिन और खनिजों की कमी की वजह से होता है) बालों के झड़ने का सबसे आम कारण है। ओट्स में काफी मात्रा में जस्ता, लोहा, मैग्नीशियम और पोटेशियम होते हैं जो बालों के बढ़ने में मदद करते हैं।

जई का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. जई का सेवन -
    जई को आप जामुन और कद्दू के साथ खा सकते हैं। इससे आपको विटामिन सी, विटामिन ए और अन्य पोषक तत्व मिलेंगे। विटामिन सी स्कर्वी को रोकता है (एक बीमारी जो बालों के झड़ने का कारण बन सकती है)। 
     
  2. ओटमील हेयर मास्क -
  • सामग्री: ​इसे बनाने के लिए आपको चाहिए एक चम्मच ओटमील (​दलिया), ताज़ा दूध, और बादाम का दूध
  • बनाने का तरीका: सारी सामग्री को मिलकर पीसे और एक स्मूथ पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को लगाने से पहले बालों को सुल्झा लें। बालों में आराम से लगाएं और 20 मिनट तक लगे रहने दें। फिर गुनगुने पानी से बालों को धो लें। 
  • ओटमील मास्क के फायदे: इस मास्क से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं और बाल मजबूत होते हैं। (और पढ़ें - बाल मजबूत कैसे करें)

(और पढ़ें - बालों को झड़ने से रोकने के उपाय)

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ओट्स के अन्य फायदे - Oats ke anya labh in Hindi

  1. ओट्स खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है। ओट्स के रोज सेवन करने से हम बहुत से बिमारियों से दूर रहते हैं। (और पढ़ें - रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय)
  2. ओट्स में फाइबर और मैग्नीशियम पाया जाता है जो कि दिमाग में सेरोटोनिन (serotonin) की मात्रा बढ़ाते हैं जिससे मस्तिष्क शांत रहता है, मनोदशा अच्छी रहती है और नींद भी अच्छी आती है। आप चाहें तो इसमें ब्लूबेरी भी डाल के खा सकते हैं। (और पढ़ें - अच्छी नींद के उपाय)
  3. ओट्स में सैपोनिन होता है (Saponin; एक प्राकृतिक क्लींजर) जो स्किन से गंदगी और तेल को हटाने में मदद कर सकते हैं। यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को भी हटाता है, जिससे त्वचा नरम और चमकदार होती है।

(और पढ़ें - गोरा होने के उपाय)

  1. यदि आपको निगलने में समस्या हैं या यदि आपके दांत नहीं हैं या फिर आपको चबाने में परेशानी होती है, तो आप ओट्स न खाएं।
  2. पेट और आंतों सहित पाचन तंत्र के विकारों से पीड़ित व्यक्ति को ओट्स या उससे बने उत्पादों को खाने से बचना चाहिए।

(और पढ़ें - पेट कम करने के उपाय

Dr. Dhanamjaya D

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उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें जई है

संदर्भ

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