ब्रायोनिया अल्बा
सामान्य नाम : वाइल्ड हॉप्स
लक्षण : ब्रायोनिया अल्बा सभी श्लेष्म झिल्ली (शरीर के अंगों की अंदरूनी परत) पर काम करता है और यह शरीर के दाहिने हिस्से को बाएं हिस्से की तुलना में अधिक प्रभावित करता है। इस उपाय से जिन लक्षणों का इलाज किया जा सकता है, वे हैं :
- लिवर में सूजन या जलन
- लिवर वाले हिस्से में दर्द, तनाव या खिंचाव
- पेट में जलन और चुभन वाला दर्द, यह लक्षण प्रभावित हिस्से पर किसी तरह का दबाव पड़ने या खांसी आने से और खराब हो सकता है।
- पेट पर छूने से भी दर्द होना
यह लक्षण सुबह और गर्म मौसम में पेट वाले हिस्से पर कुछ गर्म अप्लाई (जैसे सिकाई) करने से और बिगड़ जाते हैं। जैसे ही प्रभावित व्यक्ति बैठने की कोशिश करता है, उसे कमजोरी आने लगती है। हालांकि, ये लक्षण दर्द वाले हिस्से के बल लेटने, किसी तरह का दबाव पड़ने, पर्याप्त मात्रा में आराम करने और ठंडी चीजों के सेवन के बाद ठीक हो सकते हैं।
चेलिडोनियम मैजस
सामान्य नाम : सेलंडाइन
लक्षण : सेलंडाइन मैजस लिवर की समस्याओं के लिए जाने माने उपचारों में से एक है। पीलिया, पीली त्वचा और कंधे की हड्डी के निचले हिस्से में लगातार दर्द की स्थिति में इस उपाय का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों को ठीक करने में भी मददगार है :
- पित्ताशय की थैली में अचानक दर्द
- पेट में खिंचाव (गैस या किसी तरल के जमा होने से)
- मल कठोर आना
- लिवर का बढ़ना
यह लक्षण सुबह के समय मल त्याग करने और मौसम के बदलाव होने पर बिगड़ जाते हैं, लेकिन रात में खाने के बाद और प्रभावित हिस्से पर दबाव पड़ने पर लक्षणों में सुधार होता है।
हेपर सल्फर
सामान्य नाम : हैनिमैन कैल्शियम सल्फाइड
लक्षण : यह उपाय उन लोगों में असर करता है, जिनकी ग्रंथियों में सूजन, मांसपेशियों में कमजोरी और त्वचा की सेहत ठीक नहीं होती है यानी त्वचा फटने का खतरा होता है। इस उपाय का उपयोग निम्नलिखित स्थितियों में किया जा सकता है :
- हिलने-डुलने जैसे चलने, खांसी, सांस लेने या छूने पर लिवर वाले हिस्से में चुभन जैसा दर्द
- पेट में खिंचाव (गैस या किसी तरल के जमा होने से)
- पेट से जुड़ी पुरानी या लंबे समय से कोई परेशानी
यह लक्षण शुष्क और ठंडी हवा, छूने और दर्द वाले हिस्से के बल लेटने से बदतर हो जाते हैं। गर्मी और भोजन के बाद इन लक्षणों में सुधार देखा जाता है।
लैकेसिस म्यूटस
सामान्य नाम : बुशमास्टर
लक्षण : लैकेसिस म्यूटस विशेष रूप से शराब का सेवन करने वालों के लिए अनुकूल है। यह उपाय निम्नलिखित लक्षण वाले व्यक्तियों को भी दिया जा सकता है :
- लिवर वाले हिस्से में संवेदनशीलता
- कमर के आसपास कुछ भी बर्दाश्त न कर पाना
- पेट में दर्द
यह लक्षण शरीर के बाएं तरफ होने पर और वसंत के मौसम में बदतर हो जाते हैं। इसके अलावा नींद लेने के बाद, किसी तरह का दबाव या संकुचन की वजह से भी यह लक्षण बिगड़ सकते हैं।
मर्क्यूरियस सॉल्यूबिलिस
सामान्य नाम : क्विकसिल्वर
लक्षण : क्विकसिल्वर शरीर के प्रत्येक अंग और ऊतक को प्रभावित करता है। इसके अलावा यह ऊतकों में सूजन, मृत कोशिका और खून के अपघटन (जिसमें तत्व अलग-अलग सूक्ष्म भागों में विभाजित हो जाते हैं) की स्थिति में भी असर करता है। हालांकि, इस खनिज को होम्योपैथी के सिद्धांतों का उपयोग करके औषधीय रूप में परिवर्तित किया जाता है। इसके अलावा निम्न स्थितियों में भी इस उपाय की आवश्यकता होती है :
- ठंड लगने के साथ लिवर वाले हिस्से में तेज दर्द
- दाहिने कमर में दर्द
- पेट में दर्द व पेट फूलना
- लिवर बढ़ना और लिवर में सूजन, प्रभावित हिस्से के आसपास छूने पर भी दर्द होना
- पीलिया
यह लक्षण रात में, नम मौसम में, पसीना आने और दाएं तरफ लेटने से खराब हो जाते हैं।
फास्फोरस
सामान्य नाम : फॉस्फोरस
लक्षण : इस उपाय से जिन लक्षणों का इलाज किया जा सकता है, वे हैं :
- ठंड लगना
- पेट में तेज, चुभन वाला दर्द
- कमजोरी, पेट के गुहा में खालीपन
- लिवर में किसी चीज का जमाव
- शरीर के ऊतकों का खराब होना
- पीलिया
- अग्नाशय से जुड़ा विकार
- पेट पर बड़े और पीले धब्बे
यह लक्षण शाम के समय, अत्यधिक थकावट, मौसम के बदलने या भीगने, गर्म भोजन का सेवन करने, बाएं तरफ लेटने और सीढ़ियों पर चढ़ने से बिगड़ते हैं। जबकि ठंडी हवा के संपर्क में आने, ठंडे पानी से नहाने, ठंडा भोजन खाने, पर्याप्त नींद लेने और दाएं ओर लेटने पर इन लक्षणों में सुधार आ जाता है।
नक्स वोमिका
सामान्य नाम : पॉइजन-नट
लक्षण : नक्स वोमिका का उपयोग निम्नलिखित स्थितियों के उपचार के लिए किया जाता है :
- पेट की सतह या दीवारों में दर्द (किसी चोट लगने जैसा)
- हवा या गैस की वजह से पेट या आंतों का फूलना या बढ़ना
- चुभन वाला दर्द व लिवर का बढ़ना
- शिशुओं में अम्बिलिकल हर्निया (नाभि के आसपास मांसपेशियों में कमजोरी)
सुबह के समय, मानसिक तनाव, कुछ खाने के बाद - खासकर कुछ मसालेदार खाने के बाद, नशीले पदार्थों के सेवन और सूखे व ठंडे मौसम में यह लक्षण खराब हो जाते हैं। लेकिन नियमित रूप से सोने, शाम के समय और गर्मी के मौसम में इन लक्षणों में सुधार होता है।
लाइकोपोडियम क्लैवैटम
सामान्य नाम : क्लब मॉस
लक्षण : यह निम्नलिखित लक्षणों को ठीक करने में मदद करती है :
- हल्के भोजन के तुरंत बाद पेट फूलना
- दाएं तरफ हर्निया
- लिवर का संवेदनशील होना
- पेट पर भूरे धब्बे
- लिवर रोग के कारण सूजन
- लिवर का सही तरह से कार्य न करना
- पेट के निचले हिस्से में चुभन वाला दर्द
यह लक्षण शाम 4 से रात 8 बजे के बीच, दाएं ओर लेटने, गर्मी या गरम माहौल में खराब हो जाते हैं। आधी रात के बाद, गले और पेट पर गर्म अप्लाई करने, गर्म भोजन या पेय पदार्थ के सेवन से इन लक्षणों में सुधार हो सकता है।
कार्डुअस मैरियानस
सामान्य नाम : सेंट मैरी थीसल
लक्षण : यह दवा लिवर के स्वास्थ और पोर्टल प्रणाली (रक्त वाहिकाओं की एक प्रणाली, जो पेट के अन्य अंगों को लिवर से जोड़ती है) पर फोकस करती है। यह पेट दर्द और पीलिया को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों को भी ठीक करने में मददगार है :
- लिवर वाले हिस्से में दर्द (ऊपरी दाहिनी ओर)
- लिवर के बाएं हिस्से का संवेदनशील होना
- निरंतर पेट भरे होने का एहसास होना
- कब्ज (मल सख्त रूप में आना) के साथ दस्त आना
- पीले रंग का मल
- पित्ताशय (पित्त) की सूजन व टेंडन में दर्द होना
- पीलिया व लिवर में संकुचन
- द्रव इकट्ठा होने के साथ सिरोसिस (लिवर की कोशिकाओं का खत्म होना)
सीएनोथस अमेरिकैनस
सामान्य नाम : न्यू जर्सी टी
लक्षण : सीएनोथस अमेरिकैनस के जरिए निम्नलिखित लक्षणों को ठीक किया जा सकता है :
यह लक्षण किसी तरह की गतिविधि करने या बाईं ओर लेटने के दौरान बिगड़ जाते हैं।
किओनैंथस वर्जिनिका
सामान्य नाम : फ्रिंज-ट्री
लक्षण : इस उपाय का उपयोग आमतौर पर सिरदर्द, शारीरिक और मानसिक थकावट से संबंधित दर्द और मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द के इलाज के लिए किया जाता है। इस उपाय से जिन अन्य लक्षणों का इलाज किया जा सकता है वे निम्नलिखित हैं :
- गर्भनाल वाले हिस्से में एक तेज दर्द
- पीलिया और कब्ज के साथ गले में खराश और लिवर का बढ़ना
- मिट्टी के रंग जैसा मल त्याग करना, जो नरम, पीला और चिपचिपा होता है
- जुबान भारी लगना, मानो हरे-पीले रंग की परतें जम गईं हों
- भूख में कमी
- पेट के ऊपरी दाएं भाग में हल्का दर्द
- लिवर वाले हिस्से में छूने पर भी दर्द होना
- अग्नाशय की बीमारी व अन्य ग्रंथियों के विकार
नैट्रियम सल्फ्यूरिकम
सामान्य नाम : सल्फेट ऑफ सोडियम-ग्लूबेर सॉल्ट
लक्षण : इस उपाय का प्रयोग निम्नलिखित लक्षणों में किया जाता है :
- पीलिया
- लिवर वाले हिस्से को छूने पर दर्द महसूस होना
- लिवर वाले हिस्से में तेज और चुभन वाला दर्द होना
- कमर के चारों ओर किसी भी तरह का दबाव न सहन कर पाना
- पेट में गैस बनना
- जीभ पर भूरे रंग की परत जमना व मुंह में कड़वा स्वाद आना
- ठंडी चीजों की प्यास
यह लक्षण बाईं ओर लेटने और नमी वाले मौसम में खराब हो जाते हैं और शुष्क मौसम में इन लक्षणों में सुधार आता है।