मैडेलुंग रोग क्या है?
मैडेलुंग रोग या मल्टीपल सिम्मेट्रिक लिपोमैटोसिस फैट मेटाबोलिज्म (वसा से जुड़े पदार्थ की हानिकारक मात्रा विभिन्न कोशिकाओं और ऊतकों में जमा होना) से जुड़ा एक विकार है, जिसमें गले और कंधे के आसपास के हिस्सों में असामान्य रूप से वसा जमा हो जाती है। इस समस्या से शराब का सेवन करने वाले वयस्क पुरुष सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। हालांकि, जो शराब नहीं पीते हैं या महिलाएं भी इस समस्या से ग्रस्त हो सकती हैं।
अधिकतर मामलों में, यह स्थिति कैंसर का कारण नहीं बनती है, लेकिन दुर्लभ परिस्थितियों में ये कैंसर का रूप ले सकती है।
मैडेलुंग रोग के संकेत और लक्षण क्या हैं?
इस बीमारी के संकेत व लक्षण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं। इसमें वसायुक्त ऊतक (फैटी टिश्यू) समय के साथ बढ़ने लगते हैं। आमतौर पर यह फैटी टिश्यू शरीर में गर्दन, कंधे, बांह के ऊपरी हिस्से में विकसित होते हैं। इसके कुछ मामलों में, महीने भर में बहुत तेजी से फैटी ट्यूमर (लिपोमा) बनने लगते हैं, जबकि कुछ मामलों में यह फैटी ट्यूमर वर्षों तक धीरे-धीरे विकसित होते हैं।
लिपोमास शारीरिक विकृति के साथ जुड़ा हो सकता है। इसकी वजह से गर्दन की गतिशीलता में कमी और दर्द की समस्या हो सकती है।
मैडेलुंग रोग से ग्रस्त व्यक्तियों में निम्नलिखित संकेत और लक्षण विकसित हो सकते हैं :
- पेरीफेरल न्यूरोपैथी
- निगलने में कठिनाई, आवाज में बदलाव, नींद से जुड़ी समस्या, टैकीकार्डिया (दिल की धड़कन तेज होना), बीपी में उतार-चढ़ाव और सांस लेने की समस्याओं सहित न्यूरोलॉजिकल गड़बड़ी
- चयापचय से जुड़ी अन्य असामान्यताएं या हाई बीपी, डायबिटीज मेलेटस, हाइपोथायरायडिज्म और लिवर से जुड़ी बीमारियां
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मैडेलुंग रोग का कारण क्या है?
डॉक्टरों को अभी तक इस स्थिति के सटीक कारण का पता नहीं चल पाया है, लेकिन उनका मानना है कि इसका संबंध माइटोकॉन्ड्रियल डीएनए में गड़बड़ी से हो सकता है। लिपोमा का संबंध किसी शारीरिक विकृति (शरीर के आकार या किसी अंग का सामान्य न होना) से भी हो सकता है। इसके अलावा मैडेलुंग रोग को जेनेटिक कारणों से भी जोड़ा गया है। ऐसा शायद ही कभी होता है कि किसी परिवार में एक से अधिक सदस्य इस स्थिति से प्रभावित हो जाएं, यदि ऐसा होता है तो इस स्थिति में मैडेलुंग रोग का कारण जेनेटिक हो सकता है।
मैडेलुंग रोग का निदान कैसे होता है?
मैडेलुंग रोग की बीमारी का निदान अल्ट्रासाउंड, सीएटी स्कैन (कंप्यूटराइज्ड एक्सिअल टोमोग्राफी) या एमआरआई के जरिए किया जा सकता है।
मैडेलुंग रोग का इलाज कैसे किया जाता है?
इलाज की बात करें तो मैडेलुंग रोग से संबंधित मेटाबोलिज्म स्थितियों को ठीक करने के लिए दवाइयां, लिपोमा (स्किन के अंदर वसा कोशिकाओं का गांठ के आकार में बढ़ना) को हटाने के लिए सर्जरी या लिपोसक्शन किया जाता है। शराब का सेवन बंद कर देना मैडेलुंग रोग के उपचार में सहायक हो सकता है।
लिपोसक्शन एक सर्जरी है, जो शरीर के विशिष्ट हिस्सों जैसे पेट, कूल्हों, जांघों, नितंबों, बाहों या गर्दन से वसा को हटाने के लिए एक सक्शन तकनीक का उपयोग करती है। इसके अलावा यह तकनीक इन हिस्सों को आकार (आकृति) भी देने में मदद करती है।