गर्भावस्था एक अच्छा अनुभव है जिसके दौरान आपके अंदर भावनात्मक उतार चढ़ाव होता है। इस दौरान आप कुछ ही मिनटों में उदास हो जाते हैं और अगले ही पल आप नाराज़ या परेशान हो जाते हैं। बहुत से हार्मोन जो आपको गर्भधारण करने में मदद करते है, वही हार्मोन्स गर्भधारण के पहले तीन महीनों के दौरान आपकी मनोदशा के उतार-चढ़ाव के लिए जिम्मेदार होते हैं। आपके अजन्मे बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में चिंता, आपके शरीर में परिवर्तन और लेबर पेन के डर के बारे में चिंताएं आदि भी इस मनोदशा का कारण बन सकते हैं। तो चलिए गर्भावस्था के दौरान मूड के उतार-चढ़ाव को कम करने के कुछ उपायों के बारे में जानते हैं - 

(और पढ़ें – क्या हैं गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण?)

  1. प्रेग्नेंसी में मूड स्विंगस कैसे ठीक करें? - चढ़ाव को कम करने के लिए करने प्रियजनों से बात
  2. सारांश

गर्भावस्था के दौरान मन से चिंता दूर करने के लिए अपने करीबी और प्रियजनों को अपने दिल की बात बताएं। किसी से बात करने से आपके मन का बोझ कम हो जाता है। इससे आपका मन शांत हो जाता है और आपको चीजों को अधिक स्पष्ट रूप से देखने में मदद मिलती है। जो लोग आपके अधिक नज़दीकी हैं, उनके साथ अपनी चिंताओं और आशंकाओं को बाताएँ। आप अपनी भावनाओं को दूसरी माताओं से भी साझा कर सकती हैं। 

(और पढ़ें – गर्भावस्था के बाद खिंचाव के निशान को दूर करने का आयुर्वेदिक समाधान)

मूड स्विंगस कम करने के लिए प्रेग्नेंसी में आराम करने के फायदे - Handle pregnancy mood swings by resting well in hindi

गर्भावस्था के दौरान आप खूब आराम करें। दिन में थोड़े थोड़े अंतराल में ब्रेक लेती रहें।  इससे आपको आराम मिलेगा और ऊर्जावान महसूस करने में मदद मिलेगी। 

(और पढ़ें – गर्भावस्था में सोते समय इन खास बातों का ध्यान रखें)

Women Health Supplements
₹719  ₹799  10% छूट
खरीदें

मूड स्विंगस कम करने के लिए प्रेग्नेंसी में संतुलित आहार के फायदे - Deal with bad mood swings while pregnant by eating healthy in hindi

रक्त शर्करा के स्तर में कमी आपके लिए हानिकारक हो सकती है। इसलिए कम मात्रा में स्वस्थ और संतुलित आहार का सेवन कुछ कुछ देर में करती रहें। 

(और पढ़ें - गर्भवती महिला के लिए भोजन और गर्भावस्था में पेट दर्द)

मूड स्विंगस कम करने के लिए प्रेग्नेंसी में योग के फायदे - Manage mood changes during pregnancy by being physically active in hindi

अपने आप को शारीरिक रूप से सक्रिय रखें। यह आपके मूड को अच्छा रखने में मदद कर सकता है। इसके लिए वाकिंग करें या आप स्विमिंग भी कर सकती हैं। आप नियमित रूप से तनाव को कम करने के लिए योग या मैडिटेशन का भी सहारा ले सकती हैं। 

(और पढ़ें – गर्भावस्था में तकलीफ ना हो, इसके लिए करें यह खास प्राणायाम)

मूड स्विंगस कम करने के लिए प्रेग्नेंसी में दोस्तों से बात करें - Cope with irritability during pregnancy by having some fun in hindi

गर्भावस्था की चिंताओं को दूर करने के लिए थोड़ी से मस्ती के लिए समय निकालें। इसके लिए अपने दोस्तों के साथ समय बिताएं या फिल्म देखने जाएँ। 

(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में होने वाली प्रॉब्लम और टेस्ट ट्यूब बेबी का खर्च)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Prajnas Fertility Booster बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख पुरुष और महिला बांझपन की समस्या में सुझाया है, जिससे उनको अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं।
Fertility Booster
₹894  ₹999  10% छूट
खरीदें

मूड स्विंगस कम करने के लिए प्रेग्नेंसी में अपनी हॉबी पूरी करें - Cultivating a hobby can help deal with raging hormones while pregnant in hindi

इस दौरान पेंटिंग करना, डायरी लिखना, पढ़ना, खाना बनाना या बागवानी करना आदि शौक को विकसित करें। शौक पालना बेहद आरामदायक अनुभव होता है। यह आपको गर्भावस्था के तनाव से दूर कर सकता है और आपके मन में सकारात्मक विचारों को भरने में मदद कर सकता है। 

(और पढ़ें – आपके शौक सिर्फ आपका मनोरंजन ही नहीं करते, ये आपके स्वास्थ्य को भी सुधारते हैं)

मूड स्विंगस कम करने के लिए प्रेग्नेंसी में मसाज के फायदे - Get a massage to deal with fluctuating pregnancy moods in hindi

गर्भावस्था के दौरान अपने मन को शांत और खुश रखने लें लिए मसाज करवाएं या घर पर रह कर मैनीक्योर और पेडीक्योर करवाएं और मधुर संगीत सुनें। 

(और पढ़ें – जहाँ दवाइयां ना करें काम वहाँ संगीत दिखाए अपना कमाल)

मूड स्विंगस कम करने के लिए प्रेग्नेंसी में जीवनसाथी के साथ बात करें - Control pregnancy mood swings by spending time with partner in hindi

गर्भावस्था के दौरान मानसिक संतुलन बनाए रखने ले लिए अपने जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करें। आप दोनों माता-पिता के रूप में अपने आपको चित्रित करने का प्रयास करें। अपने साथी के साथ मिलकर बच्चे का नाम चुनें। शिशु के चित्रों को अपने घर में लगाएं। 

(और पढ़ें – आयुर्वेद के अनुसार बच्चे के जन्म से पूर्व होने वाली माताओं को करना चाहिए इन बातों का पालन)

Ashokarishta
₹359  ₹400  10% छूट
खरीदें

प्रेगनेंसी में मूड स्विंग्स होने के पीछे कई कारण होते हैं, जिनमें प्रमुख भूमिका हार्मोनल बदलावों की होती है। गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन्स के स्तर में तेजी से वृद्धि होती है, जिससे मस्तिष्क में रसायन संतुलन प्रभावित होता है, और इससे भावनाओं में अस्थिरता आ सकती है। इसके अलावा, शारीरिक असुविधा, थकान, नींद की कमी, और गर्भावस्था से जुड़े तनाव भी मूड स्विंग्स का कारण बन सकते हैं। इस दौरान महिलाओं को भविष्य की चिंताएँ, शरीर में बदलाव, और सामाजिक समर्थन की आवश्यकता महसूस होती है, जो उनके मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है।

ऐप पर पढ़ें