अजवाइन के पौधे से सफेद फूल जब पककर सूख जाते हैं तो ये फूल अजवाइन के दानों में परिवर्तित हो जाते हैं। अजवाइन का सबसे ज्यादा इस्तेमाल मसाले के रूप में किया जाता है। अजवाइन मूल रूप से मिस्र का मसाला है लेकिन अब यह भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे सामान्य एवं जरूरी मसालों में से एक बन गया है। इसकी पैदावार भारत के बंगाल, पंजाब, दक्षिण के प्रांतों में अधिक होती है। आयुर्वेद में इसके कई फायदे बताए गए हैं। अजवाइन की एक खासियत है कि यह सौ प्रकार के अन्न को पचाने में सक्षम होता है। डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, अजवाइन का पानी पीने से वजन घटाया जा सकता है। अजवाइन में प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, सोडियम, राइबोफ्लोविन, थायमिन और बहुत ही थोड़ी मात्रा में निकोटिनिक एसिड, आयोडीन, सेपोनिन, टेनिन, केरोटिन होता है। छोटे बच्चों में पेट संबंधित कई दिक्कतें होती हैं, उनके लिए अजवाइन काफी अच्छी होती है।
अजवाइन के कड़वे स्वाद की तुलना अकसर थाइम से की जाती है क्योंकि इन दोनों ही जड़ी बूटियों में एक जैसा रासायनिक घटक मौजूद होता है जिसे थाइमोल के नाम से जाना जाता है। थाइम की तुलना में अजवाइन का स्वाद ज्यादा तीखा होता है। हालांकि, इन दोनों ही जड़ी बूटियों की अपनी एक अलग जगह और महत्व है।
घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करने वाले लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि अजवाइन सेहत के लिए कितनी गुणकारी है। इसमें अनेक औषधीय गुण मौजूद हैं। पेट से संबंधित समस्याओं जैसे कि गैस, एसिडिटी और पेट में मरोड़ के इलाज में अजवाइन बहुत लाभकारी होती है। अजवाइन के पानी को गैलेक्टागोग (स्तनपान करवाने वाली महिलाओं में दूध के स्राव में सुधार लाने) के तौर पर जाना जाता है। अजवाइन वजन घटाने में भी मदद करती है।
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अजवाइन के पौधे को हर साल रोंपना पड़ता है। इस पौधे की औसतन लंबाई लगभग 60 से 90 मीटर होती है। अजवाइन के पत्तों की खुशबू काफी अलग होती है। इसके छोटे सफेद फूल शाखाओं के ऊपर एक साथ झुंड में खिलते हैं। अजवाइन के बीज हरे से लेकर भूरे रंग के होते हैं।
क्या आप जानते हैं?
पारंपरिक मान्यता के अनुसार अजवाइन को अपने पास रखने से जीवन में सफलता मिलती है एवं भाग्य में वृद्धि होती है।
अजवाइन के बारे में तथ्य
- वानस्पतिक नाम: ट्रैकिर्स्पमम एमि (Trachyspermum ammi)
- कुल: एपिएसी
- सामान्य नाम: अजवाइन, कैरम सीड
- संस्कृत नाम: अजमोद, यामिनी
- उपयोगी भाग: बीज
- भौगोलिक विवरण: अजवाइन मूल रूप से मिस्त्र से संबंधित है लेकिन ये भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, इराक और ईरान में भी पाई जाती है। भारत के मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र राज्य में अजवाइन की खेती की जाती है।
- गुण: गर्म