खुबानी या ऐप्रिकॉट एक बीज से युक्त फल है। खुबानी का वैज्ञानिक नाम प्रूनस आर्मेनियाका (Prunus Armeniaca)  है। इसका वैज्ञानिक नाम आर्मेनिया से लिया गया है, वैज्ञानिकों का मानना है कि खुबानी सबसे पहले आर्मेनिया में उत्पन्न हुई थी। हालांकि कई अन्य विशेषज्ञों का दावा है कि 3,000 साल पहले भारत में इसकी मूल खेती हुई थी। यह फल भारत में पहाड़ी जगहों जैसे कश्मीर, हिमाचल प्रदेश आदि में उगाया जाता है। खुबानी आड़ू या प्लम के जैसा होता है। खुबानी का छिलका मुलायम और हल्का खुरदरा होता है। खुबानी की पतली बाहरी त्वचा के नीचे एक नरम, टैंगी गूदा होता है। खुबानी आम तौर पर पीले या नारंगी होते हैं। खुबानी के पेड़ की लंबाई लगभग 8-12 मीटर तक होती है। इसके पेड़ की टहनियां और पत्ते घने फैले हुए होते हैं।

खुबानी में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन ई और नियासिन की महत्वपूर्ण मात्रा होती है। विटामिन्स की सामग्री के साथ-साथ इसमें खनिज सामग्री भी होती है जैसे पोटेशियम, कॉपर, मैंगनीज, मैग्नीशियम और फास्फोरस। खुबानी आहार फाइबर (Dietary Fiber) का बहुत अच्छा स्रोत हैं। इसे विभिन्न कॉस्मेटिक्स में उपयोग किया जाता है। खुबानी को ताज़ा ही नहीं बल्कि सूखे मेवे की एक किस्म के रूप में खाया जा सकता है। यह विभिन्न रस, जैम और जैली बनाने में भी प्रयोग किया जाता है। खुबानी तेल को इसके कर्नेल से भी प्राप्त किया जा सकता है।

  1. खुबानी के फायदे - Khubani ke Fayde in Hindi
  2. खुबानी के नुकसान - Khubani ke Nuksan in Hindi

खुबानी के फायदे बचाएँ कब्ज से - Apricots Good for Constipation in Hindi

खुबानी फाइबर में समृद्ध होते हैं और इसलिए आँतो के कार्यों के लिए अच्छे होते हैं। इसके लॅक्सेटिव गुणों के कारण अक्सर कब्ज से पीड़ित रोगियों को इनके सेवन की सलाह दी जाती है। ये फाइबर गैस्ट्रिक और पाचन रस को उत्तेजित करते हैं जो पोषक तत्वों को अवशोषित करने और आसान प्रसंस्करण के लिए भोजन को तोड़ने में मदद करते हैं। इसके अलावा, फाइबर भी पाचन तंत्र के गति को सक्रिय करता है।

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खुबानी के लाभ रखें हड्डियों को स्वस्थ - Khumani ke Fayde for Bone Health in Hindi

खुबानी में स्वस्थ हड्डियों के विकास के लिए सभी आवश्यक खनिजों की महत्वपूर्ण मात्रा होती है। कैल्शियम, फास्फोरस, मैंगनीज, लोहा और तांबा आदि हड्डियों के निर्माण में एक निश्चित भूमिका निभाते हैं। इसलिए खुबानी खाने से आपकी हड्डियों के स्वस्थ विकास और वृद्धि को सुनिश्चित किया जा सकता है, साथ ही साथ ये ऑस्टियोपोरोसिस सहित विभिन्न आयु-संबंधित स्थितियों को रोकने में मदद करते हैं।

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खुबानी बेनिफिट्स हैं हृदय स्वास्थ्य के लिए - Apricot Benefits for Heart in Hindi

खुबानी एक शानदार उपाय है जो आपके हृदय को विभिन्न प्रकार के रोगों से बचाता है, जिनमें एथेरोस्लेरोसिसिस, दिल के दौरे और स्ट्रोक शामिल होते हैं। विटामिन सी की उच्च मात्रा, साथ ही पोटेशियम और आहार फाइबर आदि अच्छे हृदय स्वास्थ्य में योगदान करते हैं। विटामिन सी दिल को मुक्त कणों से बचाता है, पोटेशियम रक्त वाहिकाओं और धमनियों के तनाव को आराम देकर रक्तचाप को कम करता है, जबकि आहार फाइबर अधिक कोलेस्ट्रॉल को तोड़ता है, जिससे हृदय पर तनाव कम हो जाता है। ये सभी एक साथ, खुबानी के इन गुणों को हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए आदर्श बनाते हैं। 

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खुमानी खाने के फायदे बढ़ाएँ शरीर में द्रव का संतुलन - Khubani Khane ke Fayde for Fluid Balance in Hindi

पूरे शरीर में तरल पदार्थ मुख्य रूप से दो खनिजों, पोटेशियम और सोडियम पर निर्भर होते हैं। खुबानी में पोटेशियम की उच्च मात्रा शरीर में द्रव संतुलन को बनाए रखती है और यह सुनिश्चित करती है कि ऊर्जा सभी अंगों और मांसपेशियों को ठीक से वितरित की जाती है या नहीं। इलेक्ट्रोलाइट्स के स्वस्थ संतुलन को बनाए रखने से, आप अधिक ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं, ऐंठन को कम और रक्त की जरूरत को पूरा कर सकते हैं।

खुबानी का तेल है कान दर्द के लिए - Apricot Oil for Ears in Hindi

खुबानी का तेल कानों के लिए अच्छा होता है, हालांकि अभी भी इस पर अध्ययन किया जा रहा है। कान दर्द में प्रभावित कान में कुछ बूंदों को टपकाएं इससे आपको जल्दी ही आराम मिलेगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि खूबानी आवश्यक तेल में एंटीऑक्सिडेंट सामग्री भरपूर मात्रा में पाई जाती है।

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खुमानी के गुण करें बुखार को ठीक - Apricot Juice Benefits for Fever in Hindi

खुबानी का रस अक्सर बुखार से पीड़ित रोगियों को दिया जाता है क्योंकि यह शरीर को आवश्यक विटामिन, खनिज, कैलोरी और पानी प्रदान करता है, जबकि विभिन्न प्रणालियों और अंगों का डिटॉक्सिफ़िकेशन करता है। कुछ लोग खूबानी का उपयोग बुखार को दूर करने के लिए भी करते हैं। खूबानी एक सुखदायक और सूजन को कम करने वाला पदार्थ होता है जो शरीर के समग्र तापमान स्तर को प्रभावित कर सकता है जब आप बीमार नहीं होते हैं। इसके अलावा यह शरीर के अन्य भागों में सूजन को कम कर सकता है, जैसे गठिया या गाउट से पीड़ित लोगों के लिए। 

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खुबानी का उपयोग करें त्वचा के लिए - Khubani for Skin in Hindi

खुबानी तेल त्वचा की देखभाल के लिए अच्छा है। यह त्वचा द्वारा जल्दी से अवशोषित किया जाता है और त्वचा पर यह तेल लगाने के बाद त्वचा तैलीय नहीं लगती है। खुबानी त्वचा की चिकनी और चमकदार उपस्थिति बनाए रखने के लिए ही नहीं बल्कि यह एक्जिमाखुजली और कई अन्य परिस्थितियों सहित कई प्रकार की त्वचा रोगों के इलाज में सहायता करता है। यह विशेष रूप से खुबानी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट यौगिकों के कारण होता है। इसमें मौजूद विटामिन ए की एक स्वस्थ मात्रा ही नहीं है जो लंबे समय तक स्वस्थ त्वचा के लिए ज़िम्मेदार होती है, बल्कि खुबानी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट त्वचा को मुक्त कणों के प्रभाव से बचाते हैं।

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सूखी खुबानी है आँखों के लिए उपयोगी - Apricot Good for Eyes in Hindi

सूखे खुबानी में एंटीऑक्सिडेंट, बीटा कैरोटीन का उच्च स्तर पाया जाता है जो आपकी आंखों में ऑप्टिक नसों को मजबूत करने और आपके नेत्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह विटामिन ए, सी और ई के साथ-साथ कैरोटीनॉइड में भी समृद्ध है जो नेवस्कुलर एज (Neovascular Age) से संबंधित मैक्यूलर डिगेंनेशन (Macular Degeneration) और मोतियाबिंद के जोखिम को कम करते हैं।

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खुबानी के औषधीय गुण करें एनीमिया का इलाज - Apricot for Anemia in Hindi

लोहे और तांबे की उपस्थिति के कारण, खूबानी हीमोग्लोबिन के निर्माण में मदद करते हैं। यह गुण एनीमिया के इलाज में मदद करते हैं। एनीमिया मुख्य रूप से लोहे की कमी होती है और यह कमजोरी, थकान, हल्के सिरदर्द, पाचन संबंधी मुद्दों और सामान्य चयापचय संबंधी कार्यों को जन्म दे सकती है। लाल रक्त कोशिकाओं के बिना, शरीर अपने आप को ठीक से पुन सक्रिय नहीं कर सकता है, और अंगों के सिस्टम खराब होने लगते हैं। लोहा और तांबा लाल रक्त कोशिका के गठन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ये दोनो खनिज खुबानी में मौजूद हैं, जिससे यह चयापचय को बढ़ावा देने और शरीर को ठीक से काम कर रखने के लिए बहुत ही अच्छे होते हैं।

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खुबानी के बीज हैं कैंसर के इलाज में लाभकारी - Apricot Seeds Cures Cancer in Hindi

माना जाता है कि कैरोटीनोइड और अन्य एंटीऑक्सीडेंट यौगिक के कारण खूबानी के बीज कैंसर के उपचार में सहायता करते हैं। यह कोई आश्चर्य नहीं है कि ये मुक्त कणों के लिए एक खतरा होते हैं। मुक्त कण सेलुलर चयापचय के खतरनाक उप-उत्पाद होते हैं जो कि स्वस्थ कोशिकाओं को कैंसर कोशिकाओं में अपने डीएनए को बदल सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट इन हानिकारक यौगिकों को बेअसर करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि शरीर कैंसर, हृदय रोग, अल्जाइमर रोग और जल्दी बुढ़ापे जैसी स्थितियों उत्पन्न ना हों। खुबानी सीधे कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए जुड़ा हुआ है। 

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खुमानी का तेल बचाएँ अस्थमा से - Apricot Oil ke Fayde for Asthma in Hindi

यह भी माना जाता है कि खुबानी तेल प्रकृति में अस्थमा को ख़त्म करने वाला है और यह इस रोग और इससे संबंधित लक्षणों के उपचार में मदद करता है। इसके आवश्यक तेलों के कारण इसमें कुछ कष्टप्रद और उत्तेजक गुण होते हैं। इन गुणों में से एक फेफड़ों और श्वसन प्रणाली पर दबाव और तनाव को दूर करने में मदद कर सकता है, जिससे अस्थमा के दौरे को शुरू होने से पहले रोका जा सकता है।

सूखे खुबानी हैं वजन को कम करने के लिए लाभकारी - Dry Apricot for Weight Loss in Hindi

खुबानी में कैलोरी की कम मात्रा होती है और फाइबर सामग्री उच्च होती है जो आपकी चयापचय दर में सुधार करती है और पाचन और विषैले तत्वो के निष्कासन में शरीर प्रक्रियाओं को भी बेहतर बनाती है। इसलिए वजन को कम करने के लिए खुबानी का उपयोग करना बहुत ही लाभकारी है। लेकिन अधिक मात्रा में सूखे खुबानी खाने से बचें। 

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ऐप्रिकॉट के फायदे हैं प्रेगनेंसी में - Apricot Dry Fruit Benefits for Pregnancy in Hindi

सूखे खुबानी प्राचीन समय से ही बांझपन, रक्तस्राव और ऐंठन का इलाज करने के लिए सलाह दी जाती रही है। इसमें मौजूद विटामिन ए, सी और ई और साथ ही फास्फोरस, सिलिकॉन, कैल्शियम, लोहे (एनीमिया से बचाता है) और पोटेशियम जैसे खनिज, जो गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पोषण प्रदान करते हैं। सूखे खुबानी पेस्ट का उपयोग योनि संक्रमण के इलाज में भी किया जाता है। 

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खुबानी खाने के कोई ख़तरा नहीं हैं लेकिन कुछ लोगों को इसके सेवन से एलर्जी हो सकती है।

इसके अधिक सेवन से निम्न रक्तचाप से पीड़ित लोगों पर इसका नकारात्मक प्रभाव हो सकता है।

मधुमेह रोगियों के लिए सूखे खुबानी का सेवन वांछनीय नहीं है।

खुबानी के बीज में जहरीला रसायन ‘साइनाइड’ का उच्च स्तर पाया गया है। इसलिए लोगों को खुबानी के बीज खाने से बचना चाहिए। एक ही समय में 30 या उससे अधिक बीज का सेवन जानलेवा साबित हो सकता है।


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें खुबानी है

संदर्भ

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