गर्भावस्था का दूसरी तिमाही समाप्त होते ही तीसरी तिमाही शुरू हो जाती है। अन्य तिमाही की तरह इस चरण में भी तीन महीनों का समय होता है। महिला की प्रेग्नेंसी का यह अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। ये चरण महिला के लिए अन्य तिमाही की तुलना में अधिक शारीरिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। गर्भावस्था की तीसरी तिमाही तक महिला थकान महसूस करने लगती हैं और प्रेग्नेंसी के अगले चरण के लिए उत्सुक रहती है। इस दौरान शरीर में होने वाले बदलाव से अधिकतर महिलाएं परेशान हो जाती हैं, ऐसे में महिला को धैर्य से काम लेते हुए अपनी देखभाल पर पूरा ध्यान देना चाहिए।
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प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में महिलाओं को कोई समस्या न हो, इसलिए इस लेख में गर्भावस्था की तीसरी तिमाही को विस्तार से बताया जा रहा है। साथ ही इसमें प्रेग्नेंसी में तीसरी तिमाही का मतलब क्या है, गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में होने वाले शारीरिक बदलाव, प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में भ्रूण का विकास, प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में क्या खाना चाहिए और गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में देखभाल आदि के बारे में भी विस्तार से बताया गया है।
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