शंखपुष्पी का वैज्ञानिक नाम कोनोवुल्लूस प्लूरिकालिस (Convolvulus Pluricaulis) है। इसके चिकित्सीय लाभों के कारण शंखपुष्पी आयुर्वेद में बहुत महत्वपूर्ण जड़ी बूटी है। यह मस्तिष्क की शक्ति, स्मृति में सुधार और एकाग्रता और याद करने की क्षमता में वृद्धि करती है। शंखपुष्पी मुख्य रूप से दिमागी ताकत और याददाश्त को बढ़ाने के लिए उपयोग की जाती है। शंखपुष्पी के पुष्प, पत्ते, स्टेम, रूट्स सभी औषधीय प्रयोजनों के लिए उपयोगी होते हैं। शंखपुष्पी के पौधे की ऊंचाई लगभग 1 फुट होती है और इसकी पत्तियां 1-4 cm तक लंबी होती है। शंखपुष्पी तीन रंग के पौधे में आता है - लाल, नीला और सफेद। सफेद फूलों वाली शंखपुष्पी का पौधा सबसे अच्छा माना जाता है। शंखपुष्पी के पौधे के फल छोटे, गोल, चिकने, चमकदार और भूरे रंग के होते है। शंख के आकार के फूल होने की वजह से इसे शंखपुष्पी कहा जाता है।