महाधमनी, हमारे शरीर की सबसे बड़ी रक्त वाहिका होती है। यही हमारे हृदय से रक्त लेकर सिर बाहों, पेट, पैर और पेल्विक तक पहुंचाती है। कुछ ऐसी स्थितियां हैं जिसके कारण महाधमनी की दीवारों में छोटे गुब्बारे की तरह सूजन या उभार हो जाते हैं, ऐसे में धमनी की दीवारें धीरे धीरे कमजोरी पड़ने लगती है। यही स्थिति यदि महाधमनी के निचले हिस्से यानी पेट के पास में हो जाए तो यह एब्डोमिनल एओर्टिक एन्यूरिज्म या उदर महाधमनी धमनीविस्फार (एएए) कहलाती है।
महाधमनी शरीर की सबसे बड़ी रक्त वाहिका है। पेट के हिस्से में होने वाली यह समस्या कई बार रक्तस्राव का कारण बनती है जो जानलेवा भी हो सकती है। धमनीविस्फार का आकार और यह कितनी तेजी से बढ़ रही है, इसके आधार पर उपचार और आपातकालीन स्थिति में सर्जरी की आवश्यकता होती है। यहां पर एक बात गौर करने वाली है कि एएए की हर स्थिति जानलेवा नहीं होती है। इसमें समस्याएं तभी बढ़ती हैं जब धमनीविस्फार के कारण धमनी की दीवारें टूट जाती हैं। यही कारण है कि जिन लोगों में एएए का निदान होता है, डॉक्टर उनकी बारीकी से निगरानी करते हैं।
इस लेख में हम एब्डोमिनल एओर्टिक एन्यूरिज्म के लक्षण, कारण और इलाज की प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।