एओर्टा धमनी के किसी हिस्से के असाधारण रूप से फूल जाने की स्थिति को एओर्टा धमनीविस्फार (एओर्टिक एन्यूरिज्म) कहा जाता है। यह फैलाव एओर्टा धमनी के किसी भी भाग में हो सकता है, जो आकृति में ट्यूब के जैसा या गोलाकार भी हो सकता है। ट्यूब की आकृति वाले एओर्टिक एन्युरिज्म को फ्यूजीफोर्म और गोल आकृति वाले को सैक्कयूलर के नाम से जाना जाता है।
एओर्टा शरीर की सबसे बड़ी रक्त वाहिका होती है। वैसे तो एओर्टा धमनी काफी सख्त व मजबूत होती है और यह रक्त के दबाव को सहन करने में सक्षम होती है। लेकिन स्वास्थ्य संबंधी कुछ स्थितियों के कारण यह धमनी कमजोर पड़ जाती है, जिस कारण से रक्त के दबाव में धमनी का कोई हिस्सा उभर जाता है। कई बार रक्त के लगातार दबाव बने रहने के कारण धमनी की परत फट जाती है और शरीर के अंदर ही रक्तस्राव होने लगता है।
हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं है कि एओर्टिक एन्युरिज्म के सभी मामलों में धमनी फट जाती है, कुछ में ऐसा नहीं होता है। इससे रक्त का दबाव असामान्य हो जाता है, जिससे कुछ अंगों व ऊतकों को रक्त सामान्य रूप से मिल नहीं पाता है, इस स्थिति में हार्ट अटैक, गुर्दे खराब होना, स्ट्रोक और यहां तक कि मरीज की मृत्यु भी हो सकती है।
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