परिचय
मस्तिष्क की चोट जन्म के बाद मस्तिष्क को होने वाली किसी भी क्षति को संदर्भित करती है। यह क्षति किसी दुर्घटना या आघात (ट्रॉमा), मस्तिष्क के संक्रमण, शराब या अन्य नशीले पदार्थों के दुरुपयोग या पार्किंसंस रोग जैसी मस्तिष्क की बीमारियों के कारण हो सकती है। सिर पर अचानक, हिंसक प्रहार से मस्तिष्क को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। चोट के लक्षण चोट की गंभीरता पर निर्भर करते हैं। इसके लक्षणों में कन्फ्यूजन, सिरदर्द, दौरे, अंधापन, याददाश्त सम्बन्धी समस्याएं, बेहोशी और कोमा शामिल हैं।
सिर पर आघात के बाद मस्तिष्क की चोट का परीक्षण डॉक्टर द्वारा शारीरिक परीक्षण करके और आपके लक्षणों को देखकर किया जाता है। आपको सीटी स्कैन या एमआरआई स्कैन की भी आवश्यकता हो सकती है।
खेलते समय सुरक्षात्मक कपड़े पहन कर और ड्राइव करते समय हेलमेट और सीटबेल्ट पहन कर मस्तिष्क में चोट लगने की आशंका को कम किया जा सकता है। मस्तिष्क की चोट एक आपात स्थिति है जिसका इलाज अस्पताल के आपातकालीन विभाग में ही किया जाता है। व्यक्ति की चोट की गंभीरता के आधार पर उसे रक्त संक्रमण, ऑक्सीजन या सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। दीर्घकालिक उपचार चोट के स्तर और लक्षणों पर निर्भर करता है।
यद्यपि अधिकांश बाहरी आघात से हुई मस्तिष्क की चोटें सामान्य होती हैं और जानलेवा नहीं होती हैं, परन्तु कभी-कभी हल्की चोट भी गंभीर और दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकती है। मस्तिष्क की गंभीर चोट व्यक्ति की संज्ञानात्मक क्षमताओं (सीखने और सोचने के कौशल सहित) को प्रभावित कर सकती है। यह कोमा या मृत्यु का कारण भी बन सकती है।