बर्साइटिस क्या है?
क्या आपके जोड़ों में दर्द और सूजन है तथा जब आप चलते हैं तो तकलीफ होती है? यदि आपका जवाब हां हैं तो आपको बर्साइटिस हो सकता हैं। जांच के लिए अपने डॉक्टर से मिले, इससे पहले इस बीमारी के बारे में ये लेख पढ़कर अपनी जानकारी थोड़ी बढ़ा लें।
बर्साइटिस बर्सा की सूजन या जलन है। बर्सा एक एक थैली है जो लूब्रिकेटिंग तरल पदार्थ से भरी होती है। ये थैली आपकी हड्डियों, मांसपेशी, टेंडन और त्वचा जैसे ऊतकों के बीच स्थित होती है, जो रगड़, घर्षण और जलन को कम करती है।
आमतौर पर बर्साइटिस कंधे, कोहनी, टखने, घुटने, नितंब, कूल्हों, जांघों जैसी जगहों में होता है। जब बर्साइटिस घुटने को प्रभावित करता है तो इसे कभी-कभी "क्लर्जीमैन्स नी" या "हाउसमेड्स नी" कहा जाता है और जब यह कोहनी को प्रभावित करता है, तो यह "टेनिस एल्बो" कहलाता है।
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बर्साइटिस के लक्षण क्या हैं?
बर्साइटिस से प्रभावित व्यक्ति में निम्नलिखित में से एक या अधिक लक्षण हो सकते हैं -
- दर्द जो हिलाने-डुलाने या दबाव से बढ़ता है
- बिना हिले-डुले भी संवेदना महसूस होना
- सूजन
- जोड़ों का हिलना-डुलना कम हो जाना इत्यादि।
बर्साइटिस क्यों होता है?
बर्साइटिस तब होता है जब बर्सा में सूजन हो जाती है। जोड़ों का अधिक उपयोग करने से लोगों को बर्साइटिस हो जाता है। यह चोट के कारण भी हो सकता है। यह आमतौर पर घुटने या कोहनी पर होता है। लंबे समय तक एक कठोर सतह पर अपनी कोहनी घुटने रखने या टिकाने से बर्साइटिस शुरू हो सकता है। हर दिन उसी तरह के काम करने या जोड़ों पर तनाव डालने से आपका जोखिम बढ़ जाता है।
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बर्साइटिस का इलाज कैसे होता है?
यदि बर्साइटिस संक्रमण के कारण होता है तो आमतौर पर 7 दिनों के लिए एंटीबायोटिक दवाओं से इलाज किया जा सकता है। बर्साइटिस की सूजन को कम करने के लिए प्रभावित जोड़ों में स्टेरॉयड इंजेक्शन दिया जा सकता है। यदि बर्साइटिस संक्रमण के कारण हो तो इंजेक्शन नहीं दिया जाएगा।
अगर बर्साइटिस गंभीर हो या बार-बार हो रहा है, तो सूजन वाले बर्सा को सर्जरी से सूखा दिया जाता है या पूरी तरह से हटा दिया जाता है। लेकिन ऐसा बहुत कम किया जाता है।
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