कार्पल टनल सिंड्रोम क्या उपचार हैं?
कार्पल टनल सिंड्रोम के लक्षण दिखते ही इसका इलाज कराएं।
हाथों को आराम देने के लिए थोड़ा जल्दी-जल्दी काम के बीच अवकाश लें। ऐसे काम से बचें जिनसे ये लक्षण बढ़ते हों सूजन को कम करने के लिए हाथ पर बर्फ लगाने से मदद मिल सकती है।
उपचार के तौर पर कलाई पर तख्ती या सख्त पट्टी बाँधी जा सकती है, दवाएं ली जा सकती हैं और ऑपरेशन किया जा सकता है। इन लक्षणों के उभरे यदि बहुत समय नहीं हुए (10 महीने से कम) और ये बहुत गंभीर नहीं हुए है तो सख्त पट्टी बांधने या अन्य पारंपरिक इलाज से फायदा हो सकता है।
(और पढ़ें - सूजन कम करने का तरीका)
बगैर ऑपरेशन वाले उपचार
कार्पल टनल सिंड्रोम का पता शुरुआत में लग जाए तो बगैर ऑपरेशन के ही परेशानी कम की जा सकती है :
- कलाई पर पट्टी - सोते समय अपनी कलाई पर सख्त बांधें तो रात में होने वाली झनझनाहट हाथ सुन्न पड़ने की स्थिति में कमी आ सकती है। गर्भावस्था में यह लाभदायक उपाय हो सकता है।
- दर्द, सूजन आदि कम करने की दवाएं - आइबुप्रोफेन (ibuprofen) जैसी एन.एस.आई.डी दवाएं, कार्पल टनल सिंड्रोम से होने वाले दर्द में कुछ देर के लिए आराम मिल सकता है। हालांकि इस बात के कोई ठोस सबूत नहीं हैं कि ये दवाएं कार्पल टनल सिंड्रोम को ठीक करने में मदद करती हैं या नहीं।
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड - दर्द कम करने के लिए डॉक्टर कोर्टीसोन जैसे कॉर्टिकोस्टेरॉइड का इंजेक्शन लगा सकते हैं। कॉर्टिकोस्टेरॉइड सूजन, जलन आदि कम करते हैं जिससे मध्य नाड़ी पर दबाव कम होता है। कॉर्टिकोस्टेरॉइड के इंजेक्शन इसकी गोलियों से ज़्यादा फायदेमंद होते हैं।
(और पढ़ें - सूजन का इलाज)
रुमेटॉयड आर्थराइटिस या अन्य किस्म के गठिया के कारण कार्पल टनल सिंड्रोम हुआ हो तो गठिया के इलाज से इसमें आराम मिल सकता है। हालांकि अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
(और पढ़ें - गठिया में परहेज)
ऑपरेशन
लक्ष्ण गंभीर हो और अन्य उपचारों से ठीक न हो रहे हों तो ऑपरेशन करवाना उचित विकल्प हो सकता है। कार्पल टनल के ऑपरेशन के तहत मध्य नाड़ी दबाव डालने वाले लिगामेंट को काटा जाता है।
- एंडोस्कोपिक ऑपरेशन - डॉक्टर आपकी कार्पल टनल की अंदरूनी जांच करने के लिए एक छोटे दूरबीन जैसे यंत्र की सहायता लेते हैं। डॉक्टर आपके लिगमेंट को काटने के लिए आपकी कलई पर दो-एक छोटे चीरे लगाते हैं। खुले ऑपरेशन की तुलना में इससे ऑपरेशन के बाद के शुरुआती दिनों में दर्द कम होता है।
- खुला ऑपरेशन - डॉक्टर हथेली पर कार्पल टनल के ऊपर चीरा लगाकर लिगामेंट को काटते हैं।
(और पढ़ें - एंडोस्कोपी क्या है)
सर्जरी से पहले डॉक्टर से दोनों तकनीकों जोखिम और फायदों के बारे में बात कर लें। ऑपरेशन के जोखिम कुछ इस तरह हो सकते हैं।-
- लिगमेंट का अधूरा काटना
- घाव में संक्रमण
- घाव के निशान
- किसी नस या रक्त-कोशिकाओं को क्षति
(और पढ़ें - घाव का इलाज)
ऑपरेशन के बाद लिगामेंट के उत्तक धीरे-धीरे दोबारा बनने लगते हैं जिससे नस को और जगह मिलती है। अंदरूनी जख्म ठीक होने में कई महीने लग सकते हैं हालांकि त्वचा का ऊपरी जख्म कुछ ही हफ्ते में ठीक हो जाता है।
वैकल्पिक उपचार
कार्पल टनल सिंड्रोम को ठीक करने के लिए वैकल्पिक चिकित्सा भी लाभकारी हो सकती है। अपने लिए उपयुक्त उपचार की तलाश में हो सकता है आपको कुछ प्रयोग करने पड़ें। लेकिन किसी भी तरह का पूरक या वैकल्पिक उपचार अपनाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
- व्यायाम - शरीर के ऊपरी हिस्सों तथा जोड़ों को मजबूत करने, तानने और संतुलित करने के लिए परिकल्पित व्यायाम से दर्द कम करने और हाथों की पकड़ मजबूत करने में मदद मिल सकती है।
- हस्त चिकित्सा (हैंड थेरेपी) - शुरुआती अध्ययनों के मुताबिक कुछ किस्म की हस्त चिकित्सा से कार्पल टनल सिंड्रोम में आराम मिल सकता है।
- अल्ट्रासाउंड चिकित्सा - शरीर के प्रभावित अंग में तामपान बढ़ने के लिए अति तीव्र अल्ट्रासाउंड का प्रयोग किया जाता है ताकि दर्द कम हो और बीमारी ठीक हो।
(और पढ़ें - व्यायाम करने का सही समय)