सर्वाइकल रेडिक्यूलोपैथी क्या है?
रेडिक्यूलोपैथी तंत्रिकाओं से संबंधी रोग है। जब रीढ़ की हड्डियों के बीच से निकलती हुई तंत्रिकाएं दो हड्डियों, मांसपेशियों के बीच या किसी अन्य दबाव में आकर बंद हो जाती हैं और ठीक से काम नहीं कर पाती तो मरीज का प्रभावित हिस्सा सुन्न हो जाता है और उसे दर्द, झुनझुनी व जलन आदि महसूस होने लगती है।
सर्वाइकल रेडिक्यूलोपैथी भी इनमें से एक है, जिसमें गर्दन के पास की कशेरुकाओं (Cervical radiculopathy) के पास से निकलने वाली तंत्रिकाओं पर दबाव बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में ये तंत्रिकाएं कई बार ठीक से काम करना बंद कर देती हैं और कुछ मामलों में गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त भी हो जाती हैं। रीढ़ की हड्डी का जो हिस्सा गर्दन में होता है (सर्वाइकल स्पाइन), उसमें छोटी-छोटी कशेरुकाएं होती हैं, जो खोपड़ी से रीढ़ की हड्डी को जोड़ते हैं।