आइसेन्मेन्जर सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है जो कुछ ऐसे लोगों में हृदय से लेकर फेफड़ों तक रक्त के प्रवाह को प्रभावित करती है, जिनकी हृदय की बनावट सही से नहीं हुई है। यह एक जन्मजात हृदय दोष है जो कि तब होता है जब खून सामान्य तरीके से प्रवाहित नहीं होता है। इस स्थिति में रक्त वाहिकाएं कड़ी और संकीर्ण हो सकती हैं, जिससे फेफड़ों की धमनियों में दबाव बढ़ जाता है और फेफड़ों की रक्त वाहिकाओं को स्थायी रूप से नुकसान होता है।
यदि इस हृदय दोष का जल्दी या समय पर निदान और इलाज शुरू कर दिया जाए तो इसे जानलेवा होने से रोका जा सकता है।