फाइब्रोडिस्प्लेसिया ऑसिफिकंस प्रोग्रेसिवा (एफओपी) एक दुर्लभ और संयोजी ऊतक से जुड़ा विकार है। इसमें शरीर के कुछ ऐसे हिस्सों में हड्डी में असामान्य विकास होने लगता है जहां आमतौर पर हड्डी नहीं होती है जैसे स्नायुबंधन (लिगामेंट), टेंडन (स्नायु) और स्केलेटल मांसपेशियां।
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इस स्थिति में स्केलेटन यानी कंकाल के बाहर हड्डियां विकसित होने लगती हैं, जिसकी वजह से मूवमेंट करने में दिक्कत आती है। आमतौर पर यह समस्या बचपन में ही स्पष्ट तौर पर नजर आने लगती है। इसकी शुरुआत गर्दन और कंधों से होती है और फिर ये शरीर के निचले अंगों की ओर बढ़ता है। एफओपी से ग्रस्त लोगों में अक्सर पैर की उंगलियां असामान्य और बहुत बड़ी बड़ी होती हैं, और यह स्थिति बीमारी को डायग्नोज करने में मदद करती है। फाइब्रोडिस्प्लेसिया ऑसिफिकंस प्रोग्रेसिवा की यह बीमारी 16 लाख नवजात शिशुओं में से किसी 1 को होती है और वर्तमान समय में दुनियाभर में केवल 800 लोग हैं जिन्हें यह बीमारी है।