नाक में फ्रेक्चर क्या है?
नाक में फ्रेक्चर को नाक टूटना भी कहा जाता है। इस स्थिति में नाक की हड्डी और नाक की हड्डी को जोड़ने वाले कार्टिलेज (cartilage - ये कठोर और लचीले सफेद रंग कें ऊतक होते हैं, जो घुटने, गले और श्वसन तंत्र समेत शरीर के कई भागों में होते हैं) में दरार आ जाती है। यह दरार मुख्य रूप से नाक को विभाजित करने वाले हिस्से पर आती है।
(और पढ़ें - फ्रैक्चर का इलाज)
नाक में फ्रेक्चर के लक्षण क्या हैं?
नाक में फ्रेक्चर के कई तरह के संकेत और लक्षण होते हैं। चोट की वजह से नाक की हड्डी टूट जाने पर व्यक्ति को नाक छूने में दर्द होता है। साथ ही नाक और चेहरे पर सूजन, नाक और आंखों के नीचे नील होना, नाक से खून आना, नाक के आकार में विकृति, नाक को छूने पर हड्डियों के चटकने की आवाज आना व नाक से सांस लेने में मुश्किल होना, आदि लक्षण देखने को मिलते हैं।
(और पढ़ें - नील क्यों पड़ते हैं)
नाक में फ्रेक्चर क्यों होता है?
किसी खेल (जैसे हॉकी या फुटबाल), हाथपाई, वाहन दुर्घटना, गिरना व चोट लगना नाक की हड्डी टूटने के कुछ सामान्य कारण होते हैं।
(और पढ़ें - फ्रैक्चर होने पर क्या करे)
नाक में फ्रेक्चर का इलाज क्या है?
नाक में फ्रेक्चर की जांच करते समय डॉक्टर नाक के ऊपरी और भीतरी हिस्से की जांच करते हैं। इसके अलावा एक्स रे और सीटी स्कैन के द्वारा भी नाक में फ्रेक्चर की जांच की जाती है।
नाक में फ्रेक्चर होने पर डॉक्टर हाथों से नाक के आकार को सही करने की कोशिश करते हैं या सर्जरी के द्वारा भी फ्रेक्चर को ठीक करने का प्रयास करते हैं। यदि नाक की हड्डी में हल्की दरार आए हुए 14 दिनों से भी कम समय हुआ है तो ऐसे में डॉक्टर उसको बिना सर्जरी के ही ठीक करते है, लेकिन नाक में गंभीर चोट होने पर डॉक्टर सर्जरी करने की सलाह देते हैं।
(और पढ़ें - गुम चोट का इलाज)