ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर क्या है?
ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर त्वचा संबंधित स्थिति है, जिसमें लाल या त्वचा के रंग के छोटे उभार (लीशन) बनने लगते हैं। आमतौर पर यह उभार हाथ और पैर में दिखाई देते हैं। लीशन ऊतक का वह हिस्सा होता है, जो चोट या बीमारी की वजह से खराब हो जाता है।
यह स्थिति त्वचा की मामूली चोट या किसी दवाई के सेवन की वजह से ट्रिगर हो सकती है। यह वयस्कों और बच्चों को भी प्रभावित कर सकता है।
आमतौर पर लीशन बिना किसी उपचार के अपने आप (करीब दो साल में) ठीक हो जाता है, यदि लीशन से ज्यादा परेशानी हो रही है तो ऐसे में डॉक्टर कुछ ऐसी दवाएं लिख सकते हैं जो लीशन को तेजी से ठीक होने में मदद कर सकती हैं।
ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर के संकेत और लक्षण क्या हैं?
ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर के लक्षण इसके प्रकार पर निर्भर करते हैं
- लोकलाइज्ड : यह ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर का सबसे आम प्रकार है। इसमें उभार (लीशन) गोलाकार या अर्धगोलाकार होते हैं, जो कि 2 इंच (5 सेंटीमीटर) तक हो सकते हैं।
- जेनरेलाइज्ड : वैसे तो यह ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर का आम प्रकार नहीं है, लेकिन वयस्कों में यह देखने को मिलता है। इसमें शरीर के अधिकांश भाग पर खुजली, लाल या त्वचा के रंग के उभार आ जाते हैं।
- अंडर द स्किन : आमतौर पर यह छोटे बच्चों को प्रभावित करता है, इसे सबक्यूटेनियस ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर कहा जाता है। इसमें छोटे चकत्ते के बजाय त्वचा के नीचे छोटी गांठ बनने लगती हैं।
ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर का कारण क्या है?
ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर का कारण स्पष्ट नहीं है, कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि यह कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली से जुड़ा हो सकता है। कभी-कभी यह निम्नलिखित स्थितियों की वजह से ट्रिगर हो सकता है :
- टीकाकरण (वैक्सीनेशन)
- सूर्य के संपर्क मे आने पर
- त्वचा पर मामूली चोट लगने से
- ड्रग्स (कुछ दवाइयों के सेवन से)
- पशु या कीट के काटने से
- संक्रमण, जैसे कि हेपेटाइटिस (और पढ़ें - हेपेटाइटिस की आयुर्वेदिक दवा)
- ट्यूबरकुलिन स्किन टेस्ट
ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर का निदान कैसे होता है?
डॉक्टर प्रभावित त्वचा की जांच करके ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर का निदान कर सकते हैं। वे बायोप्सी की मदद ले सकते हैं, जिसमें प्रभावित हिस्से का नमूना लेकर लैब में माइक्रोस्कोप की मदद से जांच की जाती है।
ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर का इलाज कैसे होता है?
ग्रेन्युलोमा एन्युलेयर में आमतौर पर इलाज की जरूरत नहीं पड़ती। ज्यादातर निशान कुछ ही महीनों में अपने आप गायब हो जाते हैं और कुछ दुर्लभ मामलों में 2 साल से अधिक समय के लिए रहते हैं। लेकिन अगर आपको यह बात परेशान कर रही है कि आपकी त्वचा दिखने और महसूस करने में खराब है, तो आप अपने डॉक्टर से इसके इलाज के लिए सलाह ले सकते हैं, ऐसा करने से इनसे जल्दी छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।
इलाज के विकल्पों में शामिल हैं
- कोर्टिकोस्टेरॉयड क्रीम या ऑइटमेंट : डॉक्टर द्वारा बताए गए कोर्टिकोस्टेरॉयड प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से उभार को जल्द ठीक होने में मदद मिलती है।
- कोर्टिकोस्टेरॉयड इंजेक्शन : अगर टॉपिकल ट्रीटमेंट (क्रीम व मलहम आदि) से त्वचा के निशान नहीं जा रहे हैं, तो डॉक्टर कोर्टिकोस्टेरॉयड इंजेक्शन की सलाह दे सकते हैं।
- फ्रीजिंग : प्रभावित त्वचा पर लिक्विड नाइट्रोजन लगाने से निशानों से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।
- लाइट थेरेपी : लेजर थेरेपी या अन्य किसी लाइट थेरेपी की मदद से भी इन निशानों का इलाज किया जा सकता है।
- खाने वाली दवाएं : कुछ गंभीर मामलों में डॉक्टर ओरल मेडिसिन जैसे एंटीबायोटिक, एंटीमलेरियल इत्यादि दे सकते हैं।