लाइकेन प्लेनस क्या है?
लाइकेन प्लेनस एक सूजन संबंधी समस्या है जो त्वचा, बालों, नाखून, और श्लेषमा झिल्ली को प्रभावित करती है। लाइकेन प्लेनस में त्वचा में बैंगनी रंग के दानों की तरह निशान होना और उनमें खुजली लगना आम बात है। यह समस्या कुछ सप्ताह तक होती है। श्लेषमा झिल्ली मुंह, योनि और अन्य हिस्सों को ढक कर रखती है।
लाइकेन प्लेनस के कारण इस झिल्ली में होने वाले सफेद रंग के चिपचिपे पैच कुछ मामलों में दर्द का कारण भी होते हैं।
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लाइकेन प्लेनस के लक्षण क्या हैं?
लाइकेन प्लेनस होने पर रोगी की त्वचा और जननांगों पर हल्के से उभार के साथ बैंगनी रंग के निशान पड़ जाते हैं। लाइकेन प्लेनस के अन्य लक्षणों में व्यक्ति के शरीर में कुछ ही महीनों या सप्ताह में घाव उभरना, रैश की जगह पर खुचली होना, मुंह में सफेद चिपचिपे द्रव युक्त घाव या फफोले होना आदि शामिल हैं।
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लाइकेन प्लेनस क्यों होता है?
जब व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से उसकी त्वचा की कोशिकाओं और श्लेषमा झिल्ली को नुकसान पहुंचाने लगती है, तो इस स्थिति को लाइकेन प्लेनस कहा जाता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा उत्पन्न स्किन रैशेज की समस्या होती है। प्रतिरक्षा प्रणाली के द्वारा इस स्थिति को उत्पन्न करने के कारणों का पता नहीं लगाया जा सका है। साथ ही यह स्थिति संक्रामक नहीं होती है।
हेपेटाइटिस सी का संक्रमण, फ्लू की दवा लेना, कुछ रसायन व धातु, कुछ प्रकार की नॉन स्टेरॉयड एंटी इंफ्लेमेटरी दवाओं के कारण भी यह समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
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लाइकेन प्लेनस का इलाज कैसे होता है?
लाइकेन प्लेनस के हल्के प्रभाव कुछ सप्ताह और महीनों में बिना इलाज के ही ठीक हो जाते हैं। अगर इसके लक्षण गंभीर हों तो ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। वैसे तो लाइकेन प्लेनस का कोई इलाज उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन कुछ दवाओं के इस्तेमाल से इसका कारण बनने वाली स्थितियों को कम किया जा सकता है। लाइकेन प्लेनस का इलाज करने के लिए आमतौर पर निम्न प्रकार की दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है:
- रेटिनॉइड (retinoids)
- कोर्टिकोस्टेरॉयड (corticosteroids)
- एंटी-हिस्टामिन (antihistamine)
- नॉन स्टेरॉयड क्रीम (nonsteroidal creams)
- लाइट थेरेपी (light therapy)
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