परिचय
मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम एक ऐसा विकार है, जिसमें शरीर खाद्य पदार्थों से पोषक तत्वों को अवशोषित नहीं कर पाता है। खाद्य पदार्थों से प्राप्त होने वाले पोषक तत्वों में मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट, वसा, मिनरल, प्रोटीन और विटामिन आदि शामिल हैं। मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम आमतौर पर शरीर की सामान्य पाचन क्रिया खराब होने के परिणामस्वरूप होता है। इससे होने वाले लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। इससे होने वाले लक्षणों में आमतौर पर लंबे समय से दस्त रहना, असामान्य प्रकार का मल आना, शरीर का वजन कम होना और गैस बनना आदि शामिल है। डॉक्टर इस स्थिति का परीक्षण करने के लिए कुछ प्रकार के लैब टेस्ट व इमेजिंग टेस्ट आदि कर सकते हैं। मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम के कुछ ऐसे कारण भी हैं, जिनकी रोकथाम करना संभव नहीं है। हालांकि कुछ सावधानियां बरत कर मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम होने के खतरे को कम किया जा सकता है। लेक्सेटिव और शराब आदि का अधिक उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि ये दोनों मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम होने का खतरा काफी बढ़ा देते हैं।
मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम के कारण के अनुसार ही इस स्थिति का इलाज किया जाता है। इलाज के दौरान डॉक्टर मरीज को ऐसे भोजन से परहेज रखने की सलाह देते हैं, जो कुअवशोषण का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा मरीज के शरीर में कम हुए एंजाइम की फिर से पूर्ति करते हैं और भूख बढ़ाने वाली दवाएं देते हैं। मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम के कारण मरीज को कुपोषण हो जाता है और उसका वजन कम होने लगता है। यहां तक कि कुछ मरीजों का शरीर सामान्य रूप से विकसित होना भी बंद कर देता है।
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