पर्यावरण अथवा भोजन के माध्यम से बहुत अधिक मात्रा में पारा के संपर्क में आने के कारण पारा विषाक्तता (मर्करी पॉइजिनिंग) हो सकती है। पारा एक प्रकार का धातु है जो इंसानों के लिए बहुत घातक हो सकता है। पारा विषाक्तता का सबसे प्रमुख कारण ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना होता है, जिसमें मर्करी की मात्रा अधिक पाई जाती है। पारा विषाक्तता की स्थिति में गंभीर लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
पारा प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली धातु है। हमारे रोजमर्रा के प्रयोग में आने वाले उत्पादों में भी यह बहुत सूक्ष्म मात्रा में पाई जाती है। इसकी बहुत कम मात्रा ज्यादा हानिकारक नहीं होती है। हालांकि, अगर शरीर में यह अधिक मात्रा में एकत्रित हो जाए तो इसके खतरनाक परिणाम देखे जा सकते हैं। सामान्य तापमान में पारा तरल रूप में होता है और आसानी से हवा में वाष्पीकृत हो जाता है। कई प्रकार की औद्योगिक प्रक्रियाओं जैसे कि कोयले से बिजली बनाने में यह सह उत्पाद के रूप में हो सकता है। बहुत अधिक मात्रा में पारा के संपर्क में आने से पारा विषाक्तता के लक्षण विकसित हो सकते हैं।
इस लेख में हम पारा विषाक्तता के लक्षण, कारण और इसके उपचार के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।