हमारे शरीर को स्वस्थ रहने और बेहतर तरीके से काम करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषण की जरूरत होती है। यह पोषण आपको वृहद पोषक तत्व (मैक्रोन्यूट्रिएंट्स) जैसे- वसा, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन से मिलता है जबकि सूक्ष्म पोषक तत्व (माइक्रोन्यूट्रिएंट्स) जैसे- विटामिन, मिनरल्स और एमिनो एसिड भी आपकी बेहतर सेहत बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। इन सूक्ष्म पोषक तत्वों का शरीर में प्राकृतिक रूप से उत्पादन नहीं होता इसलिए आपको अपने आहार के माध्यम से इन्हें लेना पड़ता है।
जब शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण नहीं मिल पाता या जब शरीर जरूरी मात्रा में पोषक तत्वों को सही तरीके से अवशोषित नहीं कर पाता तो ऐसी स्थिति को पोषण की कमी कहा जाता है। पोषण की कमी की वजह से सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याएं और बीमारियां हो सकती हैं। इसमें पाचन से जुड़ी बीमारी, त्वचा से जुड़ी बीमारी, हड्डियों का त्रुटिपूर्ण विकास और डिमेंशिया आदि। वैसे तो पोषण की कमी एक वैश्विक समस्या है लेकिन दुनियाभर की सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी वाली करीब आधी आबादी भारत में ही रहती है।