हांफने के क्या कारण होते हैं ?
हाफने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं -
अस्थमा: जल्दी-जल्दी सांस लेना, अस्थमा के अटैक का लक्षण होता है। अस्थमा में श्वसन नाली में सूजन आ जाती है। इससे अक्सर बच्चों में सांस फूलने की समस्या होती है। (और पढ़ें - अस्थमा से बचने के तरीके)
पैनिक अटैक: पैनिक अटैक में डर और चिंता के प्रति शारीरिक प्रतिक्रिया की समस्या होती है। ये आमतौर पर चिंता विकार का लक्षण होता है जो डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं से ठीक किया जा सकता है। (और पढ़ें - चिंता खत्म करने के लिए योगासन)
सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज): सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) एक आम फेफड़ों की बीमारी है। इसमें क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस और अम्फेसीमा (Emphysema) भी शामिल हैं। ब्रोंकाइटिस में श्वसन नली में सूजन होती है और अम्फेसीमा में फेफड़ों में मौजूद छोटी-छोटी हवा की थैली (Alveoli) नष्ट होती हैं। (और पढ़ें - सूजन खत्म करने का तरीका)
संक्रमण: ऐसे संक्रमण जो फेफड़ों को प्रभावित करते हैं, जैसे - निमोनिया। ये सांस लेने में दिक्कत पैदा कर सकते हैं जिससे हांफने की समस्या हो सकती है। अगर इन संक्रमण का इलाज न हो तो इनसे फेफड़ों में तरल पदार्थ भर सकता है जिससे लम्बी सांसे लेना मुश्किल हो जाता है और जल्दी-जल्दी सांस लेना पड़ता है। कुछ दुर्लभ मामलों में, संक्रमण का इलाज न होना जानलेवा भी हो सकता है। (और पढ़ें - निमोनिया का घरेलू उपाय)
व्यायाम: व्यायाम के दौरान हमारे शरीर को अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है इस आवश्यकता को लाल रक्त कोशिकाओं द्वारा ऑक्सीजन दे कर पूरा किया जाता है। जिसके लिए ह्रदय को अधिक खून पंप करना पड़ता है और फेफड़ों को अधिक ऑक्सीजन सप्लाई करनी पड़ती है जिसके कारण दिल की धड़कन तेज हो जाती है और सांस फूलने लगती है। (और पढ़ें - फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए आहार)
शरीर में पानी की कमी (निर्जलीकरण): शरीर में पानी की कमी से सांस लेने के तरीके में बदलाव आता है क्योंकि बिना पानी के शरीर को कोशिकाओं को पर्याप्त ऊर्जा देने में समस्या होती है। जो लोग पर्याप्त पानी नहीं पीते, ज़्यादा समय गर्मी में रहते हैं या जो लोग कॉफ़ी जैसे तरल पदार्थों का सेवन करते हैं जिससे शरीर में पानी की कमी होती है, उन्हें निर्जलीकरण की समस्या हो सकती है। (और पढ़ें - पानी की कमी को दूर करने के उपाय)
दम घुटना: किसी वस्तु द्वारा श्वसन नली के थोड़े या पूरे भाग के बंद होने से दम घुटने की समस्या होती है। अगर आप सांस ले पा रहे हैं तो सांस लम्बी या आरामदायक नहीं होगी। दम घुटने के मामले में तुरंत चिकित्सकीय इलाज लेना चाहिए। (और पढ़ें - सांस फूलने के उपाय)
खून के थक्के: पल्मोनरी एम्बोलिस्म (Pulmonary embolism) में फेफड़ों में खून का थक्का बनता है। इससे तेजी से सांस लेने के साथ छाती में दर्द, खांसी और अनियमित दिल की धड़कन की शिकायत हो सकती है। (और पढ़ें - खांसी के लिए घरेलू उपाय)
डायबिटिक केटोएसिडोसिस (Diabetic Ketoacidosis): डायबिटिक केटोएसिडोसिस एक गंभीर समस्या है जो तब होती जब आपका शरीर पर्याप्त इन्सुलिन का निर्माण नहीं कर पाता है जिससे शरीर में केटोन्स (Ketons) नामक एसिड बनते हैं। इससे अक्सर हांफने की समस्या होती है। (और पढ़ें - इन्सुलिन टेस्ट)
हांफने से क्या क्या खतरे हो सकते हैं ?
निम्नलिखित कारकों से आपके हांफने का जोखिम बढ़ जाता है -