गर्भावस्था में महिला को अपना ज्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. इस दौरान उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्या होने का जोखिम बना रहता है. इनमें से कुछ सामान्य होती हैं, तो कुछ जोखिम भरी. इन्हीं में से एक है पेरिपार्टम कार्डियोमायोपैथी. यह समस्या गर्भावस्था के आखिरी महीने में या डिलीवरी के बाद हाे सकती है. यह समस्या अधिक वजन होने या डायबिटीज के कारण हो सकती है. इस अवस्था में महिला को टखनों में सूजन या फिर सांस लेने में परेशानी महसूस हो सकती है.
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आज इस लेख में आप जानेंगे कि पेरिपार्टम कार्डियोमायोपैथी के लक्षण, कारण व इलाज क्या-क्या हैं -
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