गुदा से रक्तस्राव - Rectal Bleeding in Hindi

Dr. Rajalakshmi VK (AIIMS)MBBS

August 10, 2020

September 21, 2021

गुदा से रक्तस्राव
गुदा से रक्तस्राव

शरीर कितना स्वस्थ है इसका अंदाजा मल से लगाया जा सकता है, यही कारण है कि कई प्रकार की बीमारियों के निदान में मल का परीक्षण (स्टूल टेस्ट) कराया जाता है। कई बार शौच से खून आने की समस्याएं देखने को मिलती हैं। शौच के बाद शीट, टॉयलेट पेपर या मल में खून दिखाई दे सकता है। अगर आपको भी इस प्रकार की समस्या हो रही है तो सावधान हो जाएं, यह रेक्टल ब्लीडिंग या मल से रक्तस्राव का संकेत हो सकता है। मल से रक्तस्राव कई कारणों से हो सकता है। इसका प्रमुख कारण पाचन तंत्र की कमजारी या बवासीर हो सकता है। समय से इसका इलाज न हो पाने के कारण कई प्रकार की अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। रेक्टल ब्लीडिंग के कारण शरीर से अधिक मात्रा में रक्त निकल जाता है, जो कई बार गंभीर कमजोरी का कारण बनता है।

आइए सबसे पहले जानते हैं कि रेक्टल ब्लीडिंग क्या है और इसकी पहचान कैसे की जा सकती है? टॉयलेट शीट या पेपर अथवा मल के साथ रक्त का नजर आना रेक्टल ब्लीडिंग का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में सबसे पहले आपको मल के साथ निकलने वाले खून और मल, दोनों के रंग पर ध्यान देना चाहिए। इससे बहुत कुछ स्पष्ट हो सकता है।

  • अगर मल से चमकदार लाल रंग का खून आता है तो यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट जैसे बृहदान्त्र कॉलन या मलाशय से रक्तस्राव का संकेत हो सकता है।
  • गहरे लाल या वाइन के रंग का खून छोटी आंत या बृहदान्त्र के ऊपरी हिस्से से रक्तस्राव का संकेत हो सकता है।
  • काले रंग का मल छोटी आंत के ऊपरी भाग से रक्तस्राव का संकेत हो सकता है।
  • उपरोक्त लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। मल से लंबे समय तक खून आना स्थिति को और गंभीर बना सकता है।

गुदा से रक्तस्राव के लक्षण क्या होते हैं?- Rectal Bleeding symptoms in Hindi

गुदा से आने के लक्षण जल्दी ही नजर आने लगते हैं। वैसे तो इसके ज्यादातर मामले गंभीर नहीं होते हैं और इनका इलाज आसानी से किया जा सकता है। हालांकि, कुछ मामलों में इसके लक्षण गंभीर हो सकते हैं और यह कोलोरेक्टल कैंसर जैसी गंभीर स्थितियों का प्रमुख कारण भी हो सकता है। यही कारण है कि रेक्टल ब्लीडिंग के शुरुआती लक्षण नजर आते ही डॉक्टर से संपर्क कर इलाज कराना चाहिए।

मलाशय से होने वाले रक्तस्राव की स्थिति में निम्न लक्षण नजर आ सकते हैं।

  • मलाशय में दर्द और दबाव महसूस होना
  • मल में लाल गहरे रंग का खून दिखना
  • मल का रंग लाल, मैरून या काला होना
  • मल में टार जैसा दिखाई देना
  • भ्रम की स्थिति
  • चक्कर आना
  • बेहोशी

(और पढ़ें - चक्कर के घरेलू उपाय)

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गुदा से खून आने कारण?- Rectal Bleeding causes in Hindi

रेक्टल ब्लीडिंग के कारण माइल्ड से सीरियस स्तर के हो सकते हैं। मलाशय से होने वाले रक्तस्राव के संभावित कारण निम्नलिखित हो सकते हैं।

  • गुदा के भीतर किसी प्रकार की दरार।
  • कब्ज अथवा मल का सूखा और कठोर होना। (और पढ़ें - कब्ज का घरेलू उपाय)
  • बवासीर या गुदा में नसों का संकुचित हो जाना।
  • मलाशय के भीतर पॉलीप्स या छोटे ऊत्तकों की वृद्धि, जिस वजह से मल के साथ खून आ सकता है।

मलाशय से रक्तस्राव कुछ गंभीर कारणों की वजह से भी हो सकता है।

(और पढ़ें - पेट में इन्फेक्शन का इलाज)

गुदा से रक्तस्राव होने पर चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता कब होती है?- Medical help in Rectal Bleeding in hindi

रेक्टल ब्लीडिंग के गंभीर लक्षणों को देखते हुए आपको शीघ्र चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता होती है। अगर आपको निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव हो रहा हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें

  • ठंडी या त्वचा का चिपचिपा महसूस होना
  • भ्रम की स्थिति
  • मलाशय से लगातार रक्तस्राव
  • बेहोशी
  • पेट में तेज ऐंठन
  • तेजी से सांस का चलना
  • गुदा में दर्द
  • बहुत अधिक मतली आना

मल से अगर थोड़ा भी खून आता दिखे तो आपको त्वरित रूप से चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए। शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज कर देने से बीमारी के गंभीर रूप लेने का खतरा बन जाता है। 

(और पढ़ें - मल में खून आने का इलाज)

मलाशय से खून आने का निदान कैसे होता है?- Diagnosis of Rectal Bleeding in Hindi

गुदा से रक्तस्राव की पहचान करने के लिए डॉक्टर आपसे कई प्रकार के प्रश्न पूछ सकते हैं जैसे आपको कौन से लक्षण महसूस हो रहे हैं, गुदा से खून कितने समय से आ रहा है और मल अथवा रक्त किस रंग का आ रहा है आदि। स्थिति को बेहतर तरीके से जानने के लिए डॉक्टर स्वयं परीक्षण भी कर सकते हैं।

कभी-कभी मलाशय से हो रहे रक्तस्राव के कारणों को जानने के लिए एंडोस्कोपिक प्रक्रियाओं की आवश्यकता हो सकती है। इसमें गुदा में एक कैमरायुक्त स्कोप डाला जाता है जिससे यह पता करने में आसानी होती है कि रक्तस्राव किस हिस्से से और क्यों हो रहा है? सिग्मायोडोस्कोपी और कोलोनोस्कोपी ऐसे ही परीक्षण हैं। इसके अलावा सीबीसी जांच के लिए भी कह सकते हैं।

इन परीक्षणों के आधार पर डॉक्टर अपने निष्कर्ष पर पहुंचते हैं कि आखिर मलाशय से रक्तस्राव किन कारणों से हो रहा है और स्थिति कितनी गंभीर है?

(और पढ़ें - लैब टेस्ट लिस्ट)

 
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मलाशय से रक्तस्राव का उपचार -Treatment of Rectal Bleeding in Hindi

गुदा से खून आने का उपचार, उसके कारण और स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करता है। यदि आपको बवासीर के कारण रक्तस्राव की समस्या हो रही है तो कई बार गर्म पानी से नहाने पर दर्द से राहत मिल सकती है। इसके अलावा डॉक्टर कुछ क्रीम लिख सकते हैं, जिसको लगाने से जलन और दर्द में काफी राहत मिल सकती है। (और पढ़ें - खूनी बवासीर का इलाज)

यदि बवासीर का आकार बड़ा है और आपको गंभीर दर्द है तो डॉक्टर सर्जरी जैसे उपायों को भी प्रयोग में ला सकते हैं। बवासीर के लिए रबर बैंड लिगेशन, लेजर ट्रीटमेंट और सर्जरी के माध्यम से बवासीर को निकालने का प्रयास कर सकते हैं। बवासीर की तरह, एनल फिसर्स की समस्या भी स्वत: ही ठीक हो जाती है। गुदा में दरार या अंदर त्वचा के फटने से होने वाली रक्तस्राव की स्थिति में मल को पतला और मुलायम करने वाली दवाएं दे सकते हैं, जिससे दर्द कम हो और घाव भी आसानी से भर सके। वहीं यदि किसी प्रकार के संक्रमण के कारण मलाशय से रक्तस्राव की समस्या हो रही हो तो बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए एंटीबायोटिक थेरेपी की आवश्यकता होती है। (और पढ़ें - बवासीर की आयुर्वेदिक दवा)

ये रही सामान्य स्थितियों में रेक्टल ब्लीडिंग के उपचार की बात, अब बात करते हैं गंभीर रोगों के कारण होने वाले रक्तस्राव में उपचार के किन माध्यमों को प्रयोग में लाया जाता है। निदान के दौरान यदि पता चलता है कि रक्तस्राव का मुख्य कारण कोलन कैंसर है तो ऐसी स्थिति में उपचार की प्रक्रिया लंबी हो जाती है। इस स्थिति में सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन का प्रयोग किया जा सकता है, जिससे कैंसर को हटाकर इसके दोबारा होने के खतरे को भी कम किया जा सके। (और पढ़ें - ब्लीडिंग कैसे रोकें)

यदि कब्ज के कारण इस प्रकार की समस्या आ रही है तो इसके लिए कुछ घरेलू उपचारों को प्रयोग में लाया जा सकता है जो कब्ज और रक्तस्राव के जोखिमों को कम कर सकते हैं। खाने में उन आहारों को शामिल करना चाहिए, जिनमें फाइबर की मात्रा अधिक हो। कब्ज की समस्या को नियमित रूप से व्यायाम के माध्यम से भी ठीक किया जा सकता है। रेक्टल ब्लीडिंग जैसी किसी भी समस्या से बचने के लिए मलाशय को साफ रखें। खूब सारा पानी पीकर शरीर को हाइड्रेटेड बनाए रखें। (और पढ़ें - कब्ज में परहेज)



गुदा से रक्तस्राव के डॉक्टर

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गुदा से रक्तस्राव की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Rectal Bleeding in Hindi

गुदा से रक्तस्राव के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।