रेस्पिरेटरी सिंसिशियल वायरस (आरएसवी) क्या है?
वायरस के संपर्क में आने के लगभग चार से छह दिन बाद रेस्पिरेटरी सिंसिशियल वायरस के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इसके लक्षणों में शामिल हैं :
- नाक बहना
- सूखी खांसी
- हल्का बुखार
- गले में खराश
रेस्पिरेटरी सिंसिशियल वायरस के लक्षण (गंभीर मामलों में)
रेस्पिरेटरी सिंसिशियल वायरस इंफेक्शन श्वसन मार्ग के निचले हिस्से में फैल सकता है, जिससे निमोनिया या ब्रोंकोलाइटिस जैसी समस्या हो सकती है। इसके संकेतों और लक्षणों में शामिल हैं :
- बुखार
- तेज खांसी
- घरघराहट (सांस छोड़ते समय आवाज आना)
- तेज सांस लेना या सांस लेने में दिक्कत
- ऑक्सीजन की कमी के कारण त्वचा का रंग नीला पड़ना
रेस्पिरेटरी सिंसिशियल वायरस का कारण क्या है?
नवजात और छोटे बच्चों में फेफड़ों और श्वसन मार्ग में संक्रमण का सबसे आम रोगाणु आरएसवी है। ये संक्रमण सभी उम्र के लोगों में हो सकता है। यह वायरस तब फैलता है जब कोई बीमार व्यक्ति खांसता या छींकता है। खांसने या छींकने के दौरान वायरस के छोटे-छोटे कण हवा में मिल जाते हैं, जो अन्य लोगों को संक्रमित करते हैं। आपको आरएसवी हो सकता है यदि :
- अगर आरएसवी से ग्रस्त व्यक्ति आपके पास खांसता या छींकता है
- वायरस से संक्रमित व्यक्ति को छूने या हाथ मिलाने से
- वायरस से संक्रमित किसी वस्तु को छूने के बाद नाक, आंख या मुंह पर हाथ लगाना
रेस्पिरेटरी सिंसिशियल वायरस का निदान कैसे होता है?
आरएसवी का निदान करने के लिए डॉक्टर संभवतः मेडिकल हिस्ट्री चेक सकते हैं। इसके अलावा वे फिजिकल टेस्ट भी कर सकते हैं, जिसमें वे स्टेथोस्कोप की मदद से फेफड़ों की घरघराहट या अन्य असामान्य ध्वनियों की जांच कर सकते हैं।
आमतौर पर लैब टेस्ट और इमेजिंग टेस्ट आवश्यक नहीं होते हैं। हालांकि, वे आरएसवी जटिलताओं का निदान करने या ऐसी स्थितियों का पता लगाने में सक्षम हो सकते हैं, जो समान लक्षण पैदा कर सकते हैं।
यदि बच्चा बहुत बीमार है तो डॉक्टर निम्नलिखित टेस्ट कर सकते हैं :
- जीवाणु संक्रमण (बैक्टीरियल इंफेक्शन) का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट और यूरिन टेस्ट। डॉक्टर यह भी जानना चाहेंगे कि बच्चे के शरीर में पानी की कमी तो नहीं है।
- निमोनिया के किसी लक्षण का पता लगाने के लिए छाती का एक्स-रे
रेस्पिरेटरी सिंसिशियल वायरस का इलाज क्या है?
पैलिविजुमैब दवा से आरएसवी संक्रमण से होने वाली गंभीर समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। डॉक्टर आरएसवी के इलाज के लिए इस दवा का उपयोग नहीं करते हैं। हालांकि, कोई भी दवा इस वायरस का इलाज नहीं करती है लेकिन, अधिकांश शिशुओं और छोटे बच्चों की देखभाल निम्न तरीके से घर पर की जा सकती है :
- नाक से चिपचिपे फ्लूइड को ईयर बड्स या सलाईन ड्रॉप्स से साफ करें
- सांस लेने में दिक्कत न हो, इसके लिए वेपोराइजर का इस्तेमाल करें