नमक की कमी - Salt Deficiency in Hindi

Dr. Anurag Shahi (AIIMS)MBBS,MD

July 29, 2018

March 06, 2020

नमक की कमी
नमक की कमी

नमक की कमी क्या होती है?

नमक हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक पोषक तत्व है, फिर भी अक्सर हाई बीपी के डर से नमक के सेवन को कम करने की सलाह दी जाती है। यह एक गलत धारणा है कि हमें जितना संभव हो सके नमक का सेवन कम करना चाहिए।

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लोग "नमक" और "सोडियम" शब्दों का लगभग एक दूसरे के पर्यायवाची के रूप में उपयोग करते हैं। नमक सोडियम के समान नहीं है। नमक एक प्राकृतिक खनिज है जो क्रिस्टल जैसा दिखता है। इसमें दो तत्व होते हैं; सोडियम और क्लोरीन। नमक में ये दो तत्व लगभग 40% (सोडियम) और 60% (क्लोरीन) के अनुपात में होते हैं।

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आपके द्वारा खाया गया नमक शरीर में सोडियम और क्लोराइड के घटकों में टूट जाता है। इसलिए जब कोई नमक की कमी के बारे में बात कर रहा होता है, तो वह आमतौर पर शरीर में सोडियम की कमी के कारण उत्प्न्न हुए लक्षणों से संबंधित होता है।

नमक की अत्यधिक कमी न केवल ब्लड प्रेशर को कम करती है बल्कि तंत्रिका कोशिकाओं की गतिविधि और दिल की मांसपेशियों और पाचन तंत्र में भी बाधा डालती है।

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इसका परीक्षण लक्षणों, रक्त और मूत्र परीक्षणों के आधार पर किया जाता है। नमक की कमी का इलाज करना आसान है जिसमें अंतर्निहित कारणों (दवा और जीवनशैली में परिवर्तन) को संबोधित करने की आवश्यकता होती है। नमक की अत्यधिक कमी से मस्तिष्क की सूजन, कोमा और मौत भी हो सकती है।

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नमक कितना खाना चाहिए - Types of Salt Deficiency in Hindi

नमक कितना खाना चाहिए?

"नमक" और "सोडियम" शब्दों का अक्सर एक दूसरे के लिए उपयोग किए जाता है, लेकिन इनका मतलब एक नहीं होता। नमक (जिसका रासायनिक नाम, "सोडियम क्लोराइड" है) एक क्रिस्टल-जैसा पदार्थ है जो प्रकृति में भारी मात्रा में पाया जाता है। सोडियम एक खनिज है, और नमक में पाए जाने वाले रासायनिक तत्वों में से एक है।

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वयस्क :

वयस्कों को दिन में 6 ग्राम नमक (2.4 ग्राम सोडियम) से ज़्यादा नहीं खाना चाहिए - यह लगभग 1 चम्मच होता है।

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बच्चे :

नमक की अधिकतम मात्रा जो बच्चों को लेनी चाहिए उनकी उम्र पर निर्भर करती है :

  • 1 से 3 साल - एक दिन में 2 ग्राम नमक (0.8 ग्राम सोडियम)
  • 4 से 6 साल - एक दिन में 3 ग्राम नमक (1.2 ग्राम सोडियम)
  • 7 से 10 साल - एक दिन में 5 ग्राम नमक (2 ग्राम सोडियम)
  • 11 साल और उससे अधिक - एक दिन में 6 ग्राम नमक (2.4 ग्राम सोडियम)

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नमक की कमी के लक्षण - Salt Deficiency Symptoms in Hindi

नमक की कमी के क्या लक्षण हैं?

नमक की कमी के सामान्य लक्षण :

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नमक की कमी के शुरुआती संकेतों का पता चलना मुश्किल होता है, लेकिन अगर बढ़ने पर भी इसका इलाज नहीं किया जाता है तो ये मस्तिष्क की सूजन, मस्तिष्क को क्षति और कुछ दुर्लभ मामलों में मौत का कारण भी बन सकती है।

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नमक की कमी के कारण - Salt Deficiency Causes in Hindi

नमक की कमी क्यों होती है?

हर दिन जब आपको पसीना आता है या जब आप पेशाब करते हैं तो थोड़ा सा नमक शरीर से बाहर चला जाता है, लेकिन यह आमतौर पर नमक की कमी का कारण नहीं बनता यदि आप गंभीर रूप से कुपोषित नहीं हैं। आम तौर पर हमारे द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ, शरीर से बाहर गए नमक से अधिक मात्रा में नमक (सोडियम और क्लोराइड) हमें प्रदान करते हैं।

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यदि आप पसीने में सोडियम की अत्यधिक मात्रा खो देते हैं तो नमक की कमी होना संभव है। बहुत अधिक पानी पीने से नमक का जमाव कम होता है, जिससे नमक का स्तर नीचे जा सकता है। अत्यधिक उल्टी और दस्त भी शरीर में नमक की कमी का कारण बन सकते हैं।

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नमक की कमी होने की आशंका किन वजहों से बढ़ जाती है?

इसके जोखिम कारक निम्नलिखित हैं:

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नमक की कमी के बचाव के उपाय - Prevention of Salt Deficiency in Hindi

नमक की कमी से कैसे बचें?

आम तौर पर दैनिक नमक की आवश्यकता भोजन से पूरी हो जाती है। यदि नमक की कमी होती है तो निम्न उपाय किये जा सकते है :

  • गर्मी के मौसम में, अधिक पानी पियें (और पढ़ें - मटके का पानी पीने के फायदे)
  • यदि आपको इलेक्ट्रोलाइट विकार के सामान्य लक्षण हैं तो डॉक्टर को बताएं।
  • यदि आप लंबे समय से उल्टी, दस्त, या अत्यधिक पसीना अनुभव कर रहे हैं तो हाइड्रेटेड रहें।(और पढ़ें - शरीर में पानी की कमी को दूर करने के उपाय)
  • यदि इलेक्ट्रोलाइट विकार दवाओं या अंतर्निहित स्थितियों के कारण हुआ है, तो डॉक्टर आपकी दवा को उसके हिसाब से एडजस्ट करके कारण का इलाज करेंगे। इससे आगे होने वाले इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन को रोकने में मदद मिलेगी।

नमक की कमी का परीक्षण - Diagnosis of Salt Deficiency in Hindi

नमक की कमी का परीक्षण कैसे किया जाता है?

रक्त में नमक की मात्रा की जांच करने के लिए कोई प्रत्यक्ष परीक्षण नहीं है। आपके रक्त और मूत्र में नमक के घटकों का परीक्षण अलग से किया जा सकता है।

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नमक की कमी के लक्षण अस्पष्ट हैं, इसलिए इसकी पुष्टि करने के लिए सोडियम स्तर को मापने वाले रक्त परीक्षण की आवश्यकता होती है। कभी-कभी चिकित्सा इतिहास (जैसे लंबे समय तक उल्टी या अत्यधिक पसीना) बीमारी का पता लगाने में मदद कर सकता है। अन्य मामलों में, नमक की कमी के सटीक कारण को निर्धारित करने के लिए और रक्त परीक्षण, मूत्र परीक्षण और इमेजिंग अध्ययन की आवश्यकता हो सकती है।

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नमक की कमी का इलाज - Salt Deficiency Treatment in Hindi

नमक की कमी का इलाज क्या है?

नमक की कमी आमतौर पर किसी अंतर्निहित समस्या के बिना नहीं होती है। नमक की कमी के अधिकांश कारणों में केवल आहार, जीवनशैली या दवाओं में बदलाव की आवश्यकता होती है।

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अगर पसीना बहने या किसी अन्य कारण से नमक शरीर से बाहर जाता है, तो आप भोजन करके आसानी से उसकी कमी पूरी कर सकते हैं। इससे विभिन्न कार्य करने से खोए सोडियम का संतुलन बना रहता है।

नमक की कमी का इलाज निम्न तरीकों से हो सकता है:

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नमक की कमी नमक की कमी से होने वाले रोग और बीमारी - Salt Deficiency Complications in Hindi

नमक की कमी से होने वाले रोग

नमक की अत्यधिक कमी से निम्नलिखित समस्याऐं हो सकती हैं :

अगर स्थिति गंभीर होती है, तो यह कोमा और मृत्यु का कारण भी बन सकती है। लिवर प्रत्यारोपण रोगी, जलने के शिकार हुए और खाने के विकार या एचआईवी/ एड्स से ग्रसित लोगों को नमक की कमी का सबसे ज़्यादा जोखिम होता है। ज़्यादातर रोगियों की हालत में सुधार हो जाता है, लेकिन कभी-कभी तंत्रिका क्षति लंबे समय तक चलने वाली होती है जिसका इलाज मुमकिन नहीं होता है।

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फेफड़ों और मस्तिष्क के कैंसर सहित कुछ और प्रकार के कैंसर भी सोडियम की कम मात्रा से संबंधित हैं।

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संदर्भ

  1. Michael M. Braun et al. Diagnosis and Management of Sodium Disorders: Hyponatremia and Hypernatremia. Am Fam Physician. 2015 Mar 1;91(5):299-307. American Academy of Family Physicians.
  2. Cleveland Clinic. [Internet]. Cleveland, Ohio. Hyponatremia
  3. National Kidney Foundation [Internet] New York; Hyponatremia
  4. Better health channel. Department of Health and Human Services [internet]. State government of Victoria; Salt
  5. National Health Portal [Internet] India; Global Iodine Deficiency Disorders Prevention Day

नमक की कमी के डॉक्टर

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