दौरा - Seizures in Hindi

Dr. Nabi Darya Vali (AIIMS)MBBS

August 07, 2018

April 22, 2023

दौरा
दौरा

दौरा क्या होता है?

मस्तिष्क की विद्युत गतिविधि में बदलाव को "सीजर" (seizure) या दौरा पड़ना कहते हैं।

मस्तिष्क में असामान्य विद्युत गतिविधि सीजर (दौरे) को ट्रिगर करती है। सीजर के दौरान व्यक्ति अनियंत्रित रूप से तेज-तेज लयबद्ध तरीके से हिलता है। 

यह गंभीर लक्षण पैदा कर सकता है और ऐसा भी हो सकता है इसके कोई लक्षण ही न हों। गंभीर दौरे के लक्षणों में हिंसक झटके और नियंत्रण की कमी शामिल हैं। हालांकि, हल्के दौरे भी किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकते हैं, इसलिए उन्हें भी पहचानना महत्वपूर्ण है।

गंभीरता के आधार पर दौरे के कई प्रकार होते हैं। कुछ के लक्षण बहुत हल्के होते हैं जिनमें शरीर का हिलना शामिल नहीं है। सीजर के प्रकार अलग-अलग होते हैं जो कि इस बात पर निर्भर करते हैं कि वो मस्तिष्क में कहां और कैसे शुरू हुए। अधिकांश दौरे 30 सेकंड से दो मिनट तक चलते हैं। यदि दौरा पांच मिनट से अधिक समय तक चलता है तो वो एक आपात स्थिति मानी जाती है।

दौरे पड़ना एक आम बात है। ये स्ट्रोक, सिर की चोट, मेनिनजाइटिस या किसी अन्य बीमारी जैसे संक्रमण के बाद हो सकता है। हालांकि कई बार दौरे का कारण अज्ञात होता है।

अधिकांश सीजर विकारों को दवाओं से नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन इसका इलाज आपके दैनिक जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। हालांकि इसके नियंत्रण और दवा के दुष्प्रभावों को संतुलित करने के लिए अपने डॉक्टर की सहायता ले सकते हैं।

(और पढ़ें - मिर्गी क्या है)

दौरे पड़ने पर क्या करें - What to do during Seizures in Hindi

दौरा पड़ने पर क्या करें?

यदि आप ये देखते हैं कि किसी को दौरा पड़ रहा है, तो कुछ सरल उपाय हैं जो आप उसकी मदद के लिए कर सकते हैं। अगर आपको पता है कि यह उनका पहला दौरा या सीजर है या वह 5 मिनट से अधिक समय तक चलता है, तो आपको एम्बुलेंस को कॉल करें।

किसी को दौरे पड़ते देखना डरावना हो सकता है, लेकिन बिल्कुल न घबराएं। यदि आप किसी के साथ हैं जिसे दौरा पड़ा है तो :

  • उन्हें केवल तभी हिलाएं यदि वे खतरे में हैं, जैसे किसी सड़क पर या किसी गर्म चीज के पास
  • आपको उस व्यक्ति के आस-पास के क्षेत्र को साफ़ करना चाहिए किसी भी चोट से बचने के लिए आसपास की जगह खाली कर दें।
  • उनकी गर्दन के चारों ओर के किसी भी तंग कपड़े को ढीला करें - जैसे कॉलर या टाई - जिससे वह सांस ले सकें
  • अगर वे जमीन पर हैं तो उन्हें सिराहना दें
  • उनके साथ रहें और जब तक वे ठीक न हों तब तक शांति से उनसे बात करें
  • जब दौरा बंद हो जाए, तो उन्हें करवट दिलाएं
  • उनके मुंह में कुछ भी न डालें, अपनी उंगलियों भी नहीं। जब तक वे पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते हैं, तब तक उन्हें कोई भोजन या पेय न दें
  • दौरे की अवधि का ध्यान रखें

व्यक्ति के साथ रहें, और यदि निम्नलिखित में से कुछ भी होता है तो तुरंत एम्बुलेंस को कॉल करें :

  • उन्हें बार-बार दौरे पड़ते हैं
  • दौरा तीन मिनट से अधिक समय तक चलता है
  • दौरा पड़ने के बाद वे जागते नहीं हैं
  • ऐसी महिला को दौरा पड़ता है जो गर्भवती है

अगर किसी को पहली बार दौरा पड़ा है, तो भी तुरंत डॉक्टर या एम्बुलेंस से संपर्क करें।

दौरे के बाद

दौरे के बाद आपको निम्न कार्य करने चाहिए:

  • उनसे पूछें कि वे कहां हैं, वे कौन हैं, और वो कौन सा दिन है। पूरी तरह से सतर्क होने और आपके सवालों का जवाब देने में में उन्हें कई मिनट लग सकते हैं
  • यदि आप सीजर के दौरान व्यक्ति को करवट नहीं बदलवा सके, तो सीजर खत्म हो जाने पर ऐसा करें
  • यदि व्यक्ति को कोई चोट लगी है तो उसकी जांच करें
  • यदि उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है तो लार या को साफ़ करने के लिए अपनी उंगली का प्रयोग करें
  • आराम करने के लिए उन्हें एक सुरक्षित, आरामदायक जगह पर ले जाएं

(और पढ़ें - प्राथमिक चिकित्सा क्या है)

दौरे के लक्षण - Seizures Symptoms in Hindi

दौरे के लक्षण क्या हैं?

दौरे (सीजर) के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं।

दौरे के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • बाहों और पैरों को अनियंत्रित रूप से झटकना
  • पूरे शरीर का हिलना
  • आँखों का अजीब तरीके से हिलना
  • व्यक्ति को थोड़े समय के लिए कुछ याद न रहना
  • व्यवहार में परिवर्तन, जैसे कि किसी के कपड़े चबाना
  • मुंह से थूक और लार निकलना
  • मुंह में अजीब स्वाद आना
  • असामान्य तरीके से आवाज़ें निकालना और सांस लेना
  • बेहोश हो जाना
  • संज्ञानात्मक या भावनात्मक समस्याएं, जैसे भय, चिंता या देजा वू (ऐसा लगना कि कोई चीज़ आपके साथ पहले भी हो चुकी है)
  • मूत्राशय असंयम
  • आंत्र असंयम 

डॉक्टर को कब दिखाएं?

यदि किसी व्यक्ति को पहली बार दौरा पड़ा हो,वो घायल हुआ हो, उसने सांस लेना बंद कर दिया हो, उसे बेहोशी में लगातार दौरे आएं हों या उसे 10 मिनट से अधिक समय तक का दौरा पड़ा हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

इसके आलावा, इन परिस्थितिओं में भी डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें:

  • यदि आप गर्भवति हैं
  • यदि आपको तेज बुखार है
  • यदि आपको दौरा पड़ने से चोट लगती है
  • यदि गर्मी के कारण आप ​थकावट अनुभव कर रहे हैं
  • यदि आपको मधुमेह है
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दौरे के कारण - Seizures Causes in Hindi

दौरा क्यों पड़ता है?

मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाएं (न्यूरॉन्स) विद्युत आवेगों का संचार करती हैं, उन्हें भेजती व प्राप्त करती हैं। वो कोई भी चीज़ जो इन संचार मार्गों को बाधित करती है, उससे दौरा पड़ सकता है। दौरा पड़ने के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं :

दौरे से बचाव - Prevention of Seizures in Hindi

दौरे में चोट लगने से कैसे बचें?

दौरे से आमतौर पर गंभीर चोट नहीं लगती हैं, लेकिन यदि किसी को बार-बार दौरे पड़ते हैं, तो चोट की आशंका बढ़ जाती है। निम्नलिखित उपाय आपको दौरे के दौरान चोट से बचने में मदद कर सकते हैं:

  • पानी के आसपास अपना ख्याल रखें और अकेले न तैरें
  • टब में न नहाएं
  • बाइक पर या खेलते समय हेल्मेट पहनें
  • अपने फर्नीचर को बदलें। नुकीले कोनों पर पैड लगाएं, गोलाकार किनारों वाला फर्नीचर खरीदें और हैंड रेस्ट वाली कुर्सियां ​​चुनें
  • चोट से बचने के लिए मोटी पैडिंग वाला कालीन बिछाएं
  • अवैध ड्रग्स लेने से बचें (और पढ़ें - नशे की लत का इलाज)
  • यदि आप मिर्गी या अन्य बीमारियों के लिए दवा लेते हैं, तो उन्हें डॉक्टर के अनुसार ही लें

इसके अलावा, अपनी जीवनशैल सुधारें:

दौरे का निदान - Diagnosis of Seizures in Hindi

दौरे का परीक्षण कैसे होता है?

दौरे का परीक्षण करने में डॉक्टरों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ता है। डॉक्टर सटीक रूप से दौरे के परीक्षण के लिए कुछ टेस्ट के लिए कह सकते हैं। 

डॉक्टर आपके पूर्ण चिकित्सा इतिहास और दौरे से पहले की घटनाओं पर विचार करेंगे। उदाहरण के लिए, माइग्रेन, नींद विकार, और गंभीर मनोवैज्ञानिक तनाव जैसी स्थितियों के कारण भी दौरे जैसे लक्षण दिख सकते हैं।

इसके लिए निम्नलखित टेस्ट किये जा सकते हैं:

  • तंत्रिका टेस्ट: यह निर्धारित करने के लिए कि क्या आपको मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र की कोई समस्या तो नहीं है, डॉक्टर आपके व्यवहार, मोटर क्षमताओं और मानसिक कार्यों का परीक्षण कर सकते हैं।
  • लम्बर पंक्चर: यदि डॉक्टर को सीजर का कारण संक्रमण प्रतीत होता है, तो परीक्षण के लिए सेरेब्रोस्पाइनल तरल पदार्थ का नमूना लेने की आवश्यकता हो सकती है।
  • ईईजी: ईईजी परीक्षण डॉक्टर को अन्य बीमारियों (जिनके लक्षण मिर्गी जैसे हे होते हैं) की आशंका को दूर करने में भी मदद कर सकता है।
    इस परीक्षण में, डॉक्टर पेस्ट-जैसी पदार्थ के साथ आपके सर पर इलेक्ट्रोड लगाते हैं। इलेक्ट्रोड आपके मस्तिष्क की विद्युत गतिविधि रिकॉर्ड करते हैं, जो एक ईईजी रिकॉर्डिंग पर लहरदार रेखाओं के रूप में दिखाई देती है। ईईजी एक पैटर्न दिखाता है जो डॉक्टरों को बताता है कि क्या सीजर फिर से होने की संभावना है।
  • रक्त परीक्षण: संक्रमण, आनुवांशिक बीमारियों, मधुमेह के स्तर या इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के लक्षणों की जांच के लिए डॉक्टर रक्त का नमूना ले सकते हैं।

जरूरत पड़ने पर कुछ इमेजिंग टेस्ट भी किये जा सकते हैं, जैसे कि:

  • एमआरआई : एमआरआई स्कैन आपके दिमाग का विस्तृत दृश्य बनाने के लिए शक्तिशाली चुंबक और रेडियो तरंगों का उपयोग करता है। इससे डॉक्टर आपके दिमाग में घावों या असामान्यताओं (जो दौरे का कारण बन सकती हैं) का पता लगाते हैं।
  • पीईटी स्कैन: पीईटी स्कैन एक छोटी मात्रा में हल्के रेडियोएक्टिव पदार्थ का उपयोग करता है जिसे इंजेक्शन के माध्यम से नस में डाला जाता है ताकि मस्तिष्क के सक्रिय क्षेत्रों को देखा और असामान्यताओं का पता लगाया जा सके।
  • सीटी स्कैन: सीटी स्कैन आपके दिमाग की छवियों को प्राप्त करने के लिए एक्स-रे का उपयोग करता है। सीटी स्कैन आपके मस्तिष्क में असामान्यताओं को प्रकट करता है जो ट्यूमर, रक्तस्राव और सिस्ट (पुटक) जैसे दौरों का कारण हो सकती है।

इन सब टेस्ट के अलावा "स्पेक्ट टेस्ट" (SPECT) में कम मात्रा में हल्के रेडियोएक्टिव पदार्थ का उपयोग होता है जिसे इंजेक्शन द्वारा नस में डाला जाता है ताकि आपके मस्तिष्क में रक्त प्रवाह गतिविधि का एक विस्तृत, 3-D चित्र दिखाया जा सके जो सीजर के दौरान होती है। 

दौरे का इलाज - Seizures Treatment in Hindi

दौरे का इलाज क्या है?

ज़रूरी नहीं है कि जिन लोगों को एक बार दौरा पड़ता है उन्हें दूसरी बार भी दौरा पड़े। हो सकता है व्यक्ति को दौरा केवल एक ही बार आये इसलिए डॉक्टर तब तक इलाज शुरू करने का फैसला नहीं करते जब तक दूसरा दौरा न पड़े।
सीजर के इलाज का लक्ष्य सबसे कम दुष्प्रभावों के साथ, दौरे को रोकना है।

दौरे के उपचार में अक्सर ऐंटी सीजर दवाओं का उपयोग होता है। इन दवाओं के कई विकल्प मौजूद हैं। वह दवा ढूंढना महत्वपूर्ण है जो आपके लिए सबसे अच्छी हो और जिसके दुष्प्रभाव बहुत कम हों। कुछ मामलों में, डॉक्टर एक से अधिक दवा लेने के लिए कह सकते हैं।

यदि दवाएं प्रभावी नहीं होती हैं, तो निम्न उपचार एक विकल्प हो सकते हैं:

  • ऑपरेशन: ऑपरेशन का लक्ष्य दौरे को होने से रोकना है। सर्जन आपके दिमाग के उस क्षेत्र को ढूंढते कर हटाते हैं जहां दौरे शुरू होते हैं। सर्जरी उन लोगों के लिए सबसे उपयोगी होती है जिन्हें दौरे हमेशा दिमाग में एक ही स्थान पर होते हैं।
  • रिस्पॉन्सिव न्यूरोस्टिम्यूलेशन: रिस्पॉन्सिव न्यूरोस्टिम्यूलेशन के दौरान, आपके मस्तिष्क की सतह पर या मस्तिष्क के ऊतक के भीतर लगाए गए उपकरण सीजर गतिविधि का पता लगा सकते हैं और उसे रोकने के प्रभावित क्षेत्र में विद्युत उत्तेजना का संचार कर सकते हैं।
  • वेगस तंत्रिका उत्तेजना: आपकी छाती की त्वचा के नीचे लगाया गया एक उपकरण को आपकी गर्दन में वेगस तंत्रिका को उत्तेजित करता है, आपके दिमाग में सिग्नल भेजा जाता है जो दौरे को रोकता है। वेगस तंत्रिका उत्तेजना के बावजूद दवा लेने की आवश्यकता हो सकती है लेकिन आप उसकी खुराक को कम कर सकते हैं।

घर पर देखभाल
ज्यादातर दौरे खुद ही रुक जाते हैं। लेकिन दौरा पड़ने से, व्यक्ति को चोट भी लग सकती है और वह घायल हो सकता है।

जब दौरा पड़ता है, तो निम्न बिंदुओं का ध्यान रखें :

  • व्यक्ति को करवट दिलाएं : अगर उल्टी हो जाती है, तो यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि उल्टी श्वास के साथ फेफड़ों में न जाए।
  • व्यक्ति को सिराहना दें।
  • व्यक्ति को गिरने से बचाएं: व्यक्ति को एक सुरक्षित क्षेत्र में जमीन पर लिटाएं। फर्नीचर या अन्य नुकीली वस्तुओं को हटाएं।
  • तंग कपड़ों (विशेष रूप से गर्दन के) को ढीला करें।
  • जब तक व्यक्ति ठीक नहीं हो जाता या जब तक पेशेवर चिकित्सकीय सहायता न आ जाए, तब तक व्यक्ति के साथ रहें।

(और पढ़ें - first aid in hindi)

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दौरे के जोखिम और जटिलताएं - Seizures Risks & Complications in Hindi

दौरा पड़ने की जटिलताएं क्या हैं?

यदि आप दौरे का इलाज नहीं कराते हैं, तो समस्याएं गंभीर और दीर्घकालिक हो सकती हैं। अत्यधिक लंबे दौरे से कोमा या कुछ मामलों में मृत्यु भी हो सकती है।

दौरे से चोट भी लग सकती है, जैसे गिरने या आघात (ट्रॉमा) से। चिकित्सीय बैंड पहनना महत्वपूर्ण है जिससे ये पता लग सके कि आपको दौरे पड़ने की समस्या है।

कभी कभी दौरे पड़ने पर ऐसी परिस्थितियां उतपन्न हो सकती हैं जो आपके या दूसरों के लिए खतरनाक हों। आपको निम्न जोखिम हो सकते हैं :

  • कार चलाते समय या किसी अन्य उपकरण का इस्तेमाल करते समय दौरा खतरनाक हो सकता है।
  • यदि आप सीजर के दौरान गिरते हैं, तो आपके सिर को चोट पहुंच सकती है या हड्डी भी टूट सकती है।
  • यदि तैराकी या स्नान करते समय आपको दौरा पड़ता है तो आपको आकस्मिक डूबने का खतरा है। (और पढ़ें - पानी में डूबने पर प्राथमिक उपचार)
  • गर्भावस्था के दौरान दौरे से मां और बच्चे दोनों के लिए खतरे पैदा होते हैं, और कुछ एंटी-मिर्गी दवाएं जन्म विकारों के जोखिम को बढ़ाती हैं। यदि आपको दौरे पड़ने की समस्या है और आप गर्भवती होने की इच्छा रखती हैं तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें ताकि वह आपकी दवाओं को समायोजित कर सके और गर्भावस्था की निगरानी कर सके।
  • भावनात्मक स्वास्थ्य समस्याएं: दौरे पड़ने से ग्रस्त लोगों को अवसाद और चिंता जैसी मनोवैज्ञानिक समस्याएं भी होती हैं। ये समस्याएं स्थिति से निपटने में कठिनाइयों के साथ-साथ दवा के दुष्प्रभावों का परिणाम भी हो सकती हैं।


संदर्भ

  1. Johns Hopkins Medicine [Internet]. The Johns Hopkins University, The Johns Hopkins Hospital, and Johns Hopkins Health System; Epilepsy and Seizures: Conditions We Treat
  2. Oguni H. Diagnosis and treatment of epilepsy. . Epilepsia. 2004;45 Suppl 8:13-6. PMID: 15610188
  3. National Institute of Neurological Disorders and Stroke [Internet] Maryland, United States; The Epilepsies and Seizures: Hope Through Research.
  4. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Seizures
  5. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Epilepsy

दौरा की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Seizures in Hindi

दौरा के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।