स्पाइडर वेंस के सटीक कारण की स्पष्ट रूप से जानकारी नहीं है. फिर भी शोधकर्ताओं का मानना है कि गर्भावस्था, रोसैसिया और डर्माटोमोसिटिस के कारण ये समस्या हो सकती हैं. ऐसा माना जाता है कि लंबे समय तक धूप में रहने पर भी स्पाइडर वेंस दिखाई दे सकती हैं. आइए, स्पाइडर वेंस के कारणों के बारे में विस्तार से जानते हैं -
एल्कोहोलिज्म
शराब पीने से वेसेल्स में रक्त का प्रवाह प्रभावित हो सकता है, जो लिवर से जुड़ी बीमारी का कारण बन सकता है. लिवर की समस्या होने पर भी स्पाइडर वेंस दिखाई दे सकती हैं.
प्रेगनेंसी
गर्भावस्था के दौरान वेन्यूल्स पर तेज दबाव पड़ता है, जिससे स्पाइडर वेंस नजर आने लगते हैं.
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एजिंग
स्पाइडर वेंस का एक कारण उम्र बढ़ना भी है. दरअसल, उम्र बढ़ने पर रक्त वाहिकाएं कमजोर होने लगती हैं. इससे त्वचा पर स्पाइडर वेंस दिखाई दे सकते हैं.
रोसैसिया
यह त्वचा से जुड़ी समस्या है, जो चेहरे पर वेन्यूल को बढ़ाती है. इससे गालों और नाक वाले भाग में स्पाइडर वेंस दिखाई दे सकते हैं.
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कॉर्टिकोस्टेरॉइड
यह एक तरह का स्टेरॉयड हार्मोन होता है. इस स्टेरॉयड के अधिक इस्तेमाल से त्वचा पतली व कमजोर हो सकती है. इसके चलते त्वचा पर स्पाइडर वेंस नजर आ सकते हैं.
स्क्लेरोडर्मा
स्क्लेरोडर्मा होने पर त्वचा सख्त हो जाती है और सिकुड़ने लगती है, जिससे ब्लड वेसल्स में समस्या बढ़ सकती है. इससे त्वचा पर स्पाइडर वेंस उभर सकते हैं.
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डर्माटोमोसिटिस
स्पाइडर वेंस के दिखाई देने का एक कारण डर्माटोमोसिटिस भी है. इस स्थिति में स्किन और मसल्स टिश्यू में सूजन हो जाती है, जो स्पाइडर वेंस के उभरने का कारण बनती हैं.
सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस
यह एक ऑटोइम्यून समस्या है. जब शरीर का इम्यूस सिस्टम खुद के टिश्यू को खराब करने लगता है, तो यह समस्या होती है. इससे सूरज के प्रकाश और अधिक तापमान के प्रति त्वचा की संवेदनशीलता बढ़ जाती है. इससे स्पाइडर वेंस दिखाई देने लग सकते हैं.
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