त्वचा के ऊतकों में जब असाधारण रूप से द्रव जमा होने लगता है, तो सूजन आने लगती है। अधिकतर मामलों में यह कोई गंभीर स्थिति नहीं होती है, लेकिन कुछ मामलों में यह स्वास्थ्य संबंधी किसी गंभीर समस्या का संकेत दे सकती है। हाथ में सूजन आना वैसे तो अपने आप में एक लक्षण ही है, लेकिन अंदरूनी समस्याओं के कारण कुछ अन्य लक्षण भी विकसित हो सकते हैं, जिनमें बुखार आदि शामिल हैं।
व्यायाम करते समय या फिर किसी खेल के दौरान हाथ को एक ही गतिविधि में बार-बार इस्तेमाल करने से हाथ में सूजन हो सकती है। किडनी रोग व आर्थराइटिस जैसे रोग भी हाथ में सूजन का कारण बन सकते हैं। अपनी जीवनशैली में सुधार और उचित व्यायाम करके हाथ में सूजन आने के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
यदि घरेलू उपायों से यह ठीक न हो पाए तो डॉक्टर पहले इसकी अच्छे से जांच करते हैं। उसके बाद स्थिति के कारण के अनुसार इसका इलाज किया जाता है। इसके इलाज में सामान्य सूजन व लालिमा कम करने वाली दवाओं (एंटी इन्फ्लेमेटरी ड्रग) का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ मामलों में हाथ की सूजन को बिना इलाज के छोड़ देने पर हाथ में स्थायी क्षति हो सकती है।
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