गले में छाले - Throat Ulcer in Hindi

Dr. Nabi Darya Vali (AIIMS)MBBS

September 29, 2018

February 03, 2024

गले में छाले
गले में छाले

परिचय:

आपके गले, भोजन नली और वॉइस बॉक्स (गले का ध्वनि यंत्र) में किसी भी समय छाले हो सकते हैं, जिसके कारण खाने, पीने, चबाने, निगलने और बोलने में परेशानी होने लगती है। गले में छाले होने से अक्सर ऐसा महसूस होता है जैसे आपके गले में गांठ बनी हुई है और इस कारण से निगलने में कठिनाई महसूस होती है। गले के छाले बहुत दर्दनाक होते हैं और काफी परेशान करने वाली स्थिति पैदा कर देते हैं। गले में छाले कई कारणों से हो जाते हैं, ये गले में चोट लगने, बैक्टीरियल, वायरल या फंगल इन्फेक्शन होने या फिर गले के कैंसर का इलाज करवाने से भी हो जाते हैं। गले में छाला होना ज्यादातर मामलों में किसी गंभीर मेडिकल समस्या का संकेत देता है, जिसका जल्द से जल्द जांच व इलाज करवाना जरूरी होता है। 

गले में छाले का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों की जांच करेंगे और साथ ही यह भी पता करेंगे की गले में छाले हुए कितना समय हो गया है। स्थिति की ठीक से जांच करने के लिए डॉक्टर कुछ अन्य टेस्ट भी कर सकते हैं, जैसे खून टेस्ट, एक्स रे, लैरिंगोस्कोपी और अन्य इमेजिंग टेस्ट करना आदि। 

गले में छाले होने से बचाव रखने के लिए धूम्रपान छोड़ना और धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों से और प्रदूषण के संपर्क से दूर रहना जरूरी होता है। इसके अलावा एसिड रिफ्लक्स से बचाव करके भी गले में छाले व गले संबंधी परेशानियों से बचाव किया जा सकता है। गले में छाले का इलाज उस स्थिति पर निर्भर करता है, जिसके कारण गले में छाले हुए हैं। इलाज के दौरान डॉक्टर एंटीबायोटिक, एंटीफंगल व दर्द निवारक दवाएं देते हैं, साथ ही डॉक्टर गले को सुन्न करने वाले स्प्रे व माउथवॉश भी दे सकते हैं। कुछ गंभीर मामलों में पैथोलॉजी और गले का ऑपरेशन करवाने की आवश्यकता भी पड़ सकती है।

यदि गले में घाव या फोड़ा आदि बन गया है, तो उनको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि धीरे-धीरे इनका आकार बढ़ जाता है और भविष्य में इनसे कई गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं। कुछ गंभीर मामलों में यह फोड़ा श्वसन मार्गों को बंद कर देता है, जिससे जीवन के लिए हानिकारक स्थितियां पैदा हो सकती है।

(और पढ़ें - घाव  ठीक करने के घरेलू उपाय)

गले के छाले क्या हैं - What is Throat Ulcer in Hindi

गले के पिछले हिस्से में घाव या फोड़ा बनने की स्थिति को गले के छाले कहा जाता है। गले के छाले बहुत दर्दनाक और मरीज को परेशान कर देने वाली स्थिति पैदा कर देते हैं। गले में छाले अक्सर किसी अंदरुनी बीमारी के संकेत के रूप में भी विकसित हो जाते हैं। गले के घावों या छालों से होने वाला दर्द आपके बोलने, खाने, पीने और चबाने की क्षमता को प्रभावित करता है। 

(और पढ़ें - मुंह के छाले का कारण)

गले में छाले के लक्षण - Throat Ulcer Symptoms in Hindi

गले में छाले के लक्षण क्या हैं?

गले के छाले अक्सर टॉन्सिल्स के पास सफेद दाग के रूप में दिखाई देते हैं। गले में छाले के साथ-साथ आपको अन्य कई लक्षण महसूस हो सकते हैं, जैसे:

(और पढ़ें - मुंह की बदबू का उपाय)

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

यदि आपके गले में छाले हो गए हैं और एक या दो दिन तक उनमें कोई आराम ना हो, तो डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए।

यदि आपको निम्न लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाएं:

(और पढ़ें - बुखार में क्या खाएं)

यदि आपके गले में छाले हो गए हैं, तो डॉक्टर से जांच करवाना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि गले में छाले की स्थिति किसी अंदरुनी गंभीर समस्या का संकेत भी दे सकती है जिसका इलाज करवाना बहुत जरूरी होता है। 

(और पढ़ें - बुखार भगाने के घरेलू उपाय)

गले में छाले के कारण व जोखिम कारक - Throat Ulcer Causes & Risk Factors in Hindi

गले में छाले क्यों और कैसे होते हैं?

श्वसन तंत्र से जुड़े ऐसे कई प्रकार के संक्रमण हैं, जिनके कारण गले में छाले होने लग जाते हैं। कुछ प्रकार के संक्रमण जो आमतौर पर गले में छाले पैदा कर देते हैं, जैसे:

गले में छाले के अन्य कारण:

गले में छाले होने का खतरा कब बढ़ता है?

कुछ स्थितियों से जुड़े लोगों में गले के छाले होने का खतरा बढ़ जाता है:

(और पढ़ें - एचआईवी टेस्ट क्या है)

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गले में छाले से बचाव - Prevention of Throat Ulcer in Hindi

गले के छालों से बचाव कैसे करें?

गले में छाले पैदा करने वाले कुछ ऐसे कारण हैं, जिनकी रोकथाम नहीं की जा सकती है। हालांकि कुछ तरीके अपना कर गले के छालों को और बदतर होने से रोका जा सकता है और कुछ हद तक उनसे बचाव भी किया जा सकता है:

  • हर बार खाना खाने के बाद अपने दांतों को साफ करें, दांतों को साफ करने के लिए नाज़ुक बालों वाले टूथब्रश का इस्तेमाल करें। (और पढे़ं - दांत खराब होने के कारण)
  • गले के संक्रमण की रोकथाम करना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन फिर भी अगर आपने गले के संक्रमण की रोकथाम कर ली है, तो गले में छाले होने की संभावना भी कम हो जाती है।
  • अच्छी स्वच्छता बनाए रखने के लिए दिनभर नियमित रूप से हाथ धोते रहें, खासकर बाथरूम जाने के बाद और खाना खाने से पहले हाथ धोना बहुत जरूरी होता है। 
  • शरीर का वजन सामान्य से अधिक होने से आपके पेट पर दबाव पड़ने लग जाता है और दबाव के कारण पेट का भोजन फिर से भोजन नली में आने लगता है, इस स्थिति को एसिड रिफ्लक्स कहा जाता है। दिन में तीन बार खाने की बजाए भोजन को थोड़ा-थोड़ा करके कई बार खाने की कोशिश करें। 
  • तंबाकू और शराब का सेवन ना करें, क्योंकि ये पदार्थ गले की समस्या को और बढ़ा देते हैं। 
  • गले को प्रभावित करने वाली दवाएं ना लें, जैसे एस्पिरिन, ईबूप्रोफेन और एलेनड्रोनिक एसिड आदि। 
  • सोते समय अपने सिर को ऊंचाई के स्थान पर रखने की कोशिश करें, ऐसा करने से सिर पेट के स्तर से ऊपर उठ जाता है और एसिड रिफ्लक्स का खतरा कम हो जाता है। 
  • स्वस्थ भोजन खाएं ताकि आप सभी आवश्यक विटामिन और खनिज प्राप्त कर सकें। (और पढ़ें - संतुलित आहार के फायदे)
  • पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें, खासकर सादा पानी। 
  • ठंडे पेय पदार्थ पिएं और कुछ ठंडी चीज को चूसें जैसे बर्फ का टुकड़ा आदि इनसे गले के छालों में आराम मिलता है।
  • गर्म पानी में नमक मिलाकर उसके गरारे करें, आप नमक के साथ थोड़ा बेकिंग सोडा भी मिला सकते हैं। (और पढ़ें - गरारे कैसे करें)
  • ऐसे भोजन ना खाएं जिनसे एसिड रिफ्लक्स होने का खतरा बढ़ जाता है, जैसे मसालेदार, अम्लीय, वसायुक्त और तले हुए खाद्य पदार्थ आदि।
  • कैफीन युक्त पदार्थ व अन्य गले में जलन पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहें। कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थ हैं, जो गले के छालों को और बदतर बना देते हैं, जैसे चाय, कॉफी, चॉकलेट, खट्टे पेय, पुदीना और मिर्च आदि। (और पढे़ं - शराब छुड़ाने के घरेलू उपाय)

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गले में छाले का परीक्षण - Diagnosis of Throat Ulcer in Hindi

गले में छाले का परीक्षण - Diagnosis of Throat Ulcer in Hindi

गले में छाले का परीक्षण कैसे करें?

गले में छाले पैदा करने वाली स्थितियों के अनुसार ही इस समस्या का परीक्षण किया जाता है। 

परीक्षण के दौरान डॉक्टर आप से आपकी पिछली मेडिकल स्थिति की जानकारी भी ले सकते हैं, जिसकी मदद से वे आपकी समस्या का और सटीक रूप से परीक्षण कर पाते हैं। इसके अलावा डॉक्टर आपका शारीरिक परीक्षण भी करते हैं, जिस दौरान वे आपके गले के अंदर देख कर समस्याओं का पता लगाने की कोशिश करते है। (और पढ़ें - क्रिएटिनिन टेस्ट क्या है)

यदि आपके गले में छाले मिल जाते हैं, तो डॉक्टर उसके बाद कुछ अन्य टेस्ट भी करते हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये किसी गंभीर समस्या का लक्षण तो नहीं है। 

डॉक्टर निम्न टेस्ट कर सकते हैं:

  • बायोप्सी: 
    यदि छाले ठीक नहीं हो रहे हैं तो इस मामले में उनसे सेंपल के रूप में एक टुकड़ा निकाल कर जांच की जाती है। (और पढ़ें - बायोप्सी क्या है)
     
  • लैरिंगोस्कोपी: 
    इसमें एक पतली ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता है, जिसके सामने एक छोटा कैमरा और लाइट लगी होती है। इसकी मदद से लैरिंक्स की जांच की जाती है। (और पढ़ें - एसजीपीटी टेस्ट क्या है)
     
  • एंडोस्कोपी:
    भोजन नली में लाइट वाला कैमरा ड़ाल कर असामान्यताओं की जांच की जाती है। (और पढ़ें - एंडोस्कोपी क्या है)
     
  • कम्पलीट ब्लड काउंट: 
    इसकी मदद से संक्रमण के संकेतों की जांच की जाती है। (और पढ़ें - ब्लड टेस्ट की जानकारी)
     
  • थ्रोट स्वेब: 
    इसकी मदद से बैक्टीरिया और उससे होने वाले संक्रमण का पता लगाया जाता है। (और पढ़ें - एचएसजी टेस्ट क्या है)
     
  • इमेजिंग टेस्ट: 
    इन टेस्टों में सीटी स्कैन और एमआरआई स्कैन आदि शामिल हैं। कुछ मामलों में खासकर जब डॉक्टर को कैंसर का संदेह होता है, तो वे पेट स्कैन (Positron emission tomography scan) भी करवा सकते हैं।

(और पढ़ें - लैब टेस्ट क्या है)

गले में छाले का इलाज - Throat Ulcer Treatment in Hindi

गले के छाले का इलाज कैसे किया जाता है?

  • यदि गले में संक्रमण हुआ है, तो उसका इलाज करने के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक, एंटीवायरल या एंटीफंगल दवाएं दे सकते हैं। (और पढ़ें - गले में संक्रमण का इलाज)
  • दिन में कम से कम दो बार अपने दांतों और जीभ को ब्रश के साथ साफ करें। यदि गले में छाले होने के साथ-साथ आपके मुंह से बदबू भी आने लगी है, तो हो सकता है कि बैक्टीरियल या फंगल इन्फेक्शन के कारण गले में छाले हुए हैं। ऐसे में रोज थोड़ी देर तक और ब्रश किया करें। (और पढ़ें - फंगल इन्फेक्शन का उपाय)
  • गले के छाले के कुछ मामलों का इलाज करने के लिए जीवनशैली में कुछ बदलाव किए जाते हैं, जबकि अन्य मामलों का इलाज दवाओं आदि से किया जाता है, यहां तक कि कुछ मामलों में मरीज का ऑपरेशन भी करना पड़ सकता है। 
  • गले के छालों के कारण होने वाले दर्द को शांत करने के लिए कुछ दर्द निवारक दवाएं भी दी जा सकती हैं, लेकिन इन दवाओं का असर लंबे समय तक नहीं रहता।
  • यदि एसिड रिफ्लक्स के कारण गले में जलन हो रही है, तो पेट के एसिड को कम करने के लिए कुछ प्रकार की दवाएं लिखी जा सकती हैं, जैसे एंटासिड्स, एच2 रिसेप्टर ब्लॉकर या प्रोटोन पंप इनहिबिटर आदि।
  • कुछ गंभीर मामलों में मरीज के गले का ऑपरेशन करने की आवश्यकता भी पड़ जाती है। (और पढ़ें - सर्जरी से पहले की तैयारी)
  • क्लोहेक्सेडिन माउथवॉश (Chlorhexidine mouthwash) का उपयोग करने से गले के छालों में काफी आराम मिलता है, साथ ही साथ यह माउथवॉश छालों को जल्दी ठीक होने में मदद करता है और अन्य प्रकार के संक्रमणों के खतरे को भी कम करता है।
  • गले में छाले के लक्षणों को शांत करने के लिए ऐसे माउथवॉश का उपयोग किया जाता है, जिसमें सुन्न करने वाली दवा होती है।

घरेलू उपाय:

  • ताड़ का तेल:
    मुंह और गले के अल्सर का इलाज करने के लिए ताड़ का तेल को काफी प्रभावी घरेलू उपाय माना  जाता है। ताड़ के तेल में काफी विटामिन ई होता है, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के गले के छालों का इलाज करता है। (और पढ़ें - पेट में अल्सर के घरेलू उपाय)
     
  • नमक के पानी के साथ गरारे करना:
    यह गले के छालों को दूर करने का सबसे आसान उपाय होता है। नमक का पानी गले में समस्या पैदा करने वाले बैक्टीरिया का मार देता है। हर तीन घंटों में एक बार नमक के पानी से गरारे करें। ऐसा लगातार दो दिनों तक करें, आपके गले की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी। (और पढ़ें - नमक के फायदे)
     
  • शहद:
    इसे चाय में डालकर पिया जा सकता है या सीधे ही खाया जा सकता है। शहद गले में छाले के लक्षणों को कम करता है और साथ ही गले में जलन और खांसी जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाता है। शहद में घाव को ठीक करने के गुण भी होते है और यह संक्रमण को बढ़ने से रोकने में भी मदद करता है। (और पढ़ें - लहसुन और शहद खाने के फायदे)
  • मेथी:
    इसको कई अलग-अलग प्रकार से इस्तेमाल किया जा सकता है। मेथी के बीज खाए जा सकते हैं। मेथी के तेल को घाव के ऊपर लगाया जा सकता है। इसके अलावा गले में दर्द और छालों का इलाज करने के लिए मेथी को चाय में डालकर भी पिया जा सकता है।

(और पढ़ें - गले में दर्द के घरेलू उपाय)

गले में छाले की जटिलताएं - Throat Ulcer Complications in Hindi

गले में छाले से क्या समस्याएं होती हैं?

  • गंभीर स्थिति में मरीज कई बार खाने व पीने की क्षमता खो देता है, ट्यूब व नसों के द्वारा उसके शरीर में द्रव पहुंचाया जाता है।
  • यदि गले में लंबे समय से छाले बने हुए हैं, जो ठीक नहीं हो रहे तो उनका कारण गले का कैंसर हो सकता है।
  • इन्फेक्शन के कारण होने वाले गले के छाले अक्सर एक या दो हफ्तों के अंदर ठीक हो जाते हैं।
  • यदि छाले भोजन नली में हो गए हैं, तो वे भी कुछ हफ्तों के अंदर ठीक हो जाते हैं। पेट के एसिड को कम करने वाली दवाएं लेकर उनको और जल्दी ठीक किया जा सकता है।
  • गले में छाले होने पर कुछ जीवन के लिए हानिकारक स्थितियां भी हो सकती हैं, जैसे श्वसन मार्ग बंद हो जाना।

(और पढ़ें - मुंह के कैंसर के कारण)



गले में छाले के डॉक्टर

Dr. Anu Goyal Dr. Anu Goyal कान, नाक और गले सम्बन्धी विकारों का विज्ञान
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गले में छाले की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Throat Ulcer in Hindi

गले में छाले के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

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