टॉर्टिकोलिस, गर्दन की मांसपेशियों से जुड़ी हुई एक ऐसी समस्या है, जिसके कारण सिर एक ओर झुक जाता है। यह आनुवंशिक हो सकता है और आमतौर पर जन्म के बाद ही इस समस्या को देखा जा सकता है। मांसपेशियों में किसी प्रकार की क्षति या रक्त संचार प्रभावित होने के कारण ऐसी स्थिति हो सकती है।
टॉर्टिकोलिस लैटिन भाषा के दो शब्दों टॉर्टस और कोलम से मिलकर बना है। यहां टॉर्टस का अर्थ मुड़ा अथवा झुका हुआ और कोलिस का अर्थ गर्दन होता है। अर्थात दोनों शब्दों को मिलाकर जो मतलब निकलता है वह है झुकी हुई गर्दन। इस स्थिति को रे नेक के नाम से भी जाना जाता है।
क्रोनिक रे नेक के कारण दर्द और दैनिक कार्य करने में कठिनाई हो सकती है। हालांकि, चिकित्सा क्षेत्र में कई ऐसी दवाएं और थेरपी उपलब्ध हैं जो दर्द और गर्दन की कठोरता से आपको राहत दिला सकती हैं। कुछ मामलों को सर्जरी के माध्यम से भी ठीक किया जा सकता है। हालांकि, किसी भी प्रकार के उपचार का असर तभी होता है जब इस समस्या के शुरुआती दिनों में ही इलाज शुरू कर दिया जाए। बच्चों में होने वाली टॉर्टिकोलिस की स्थिति के ठीक होने के आसार अधिक होते हैं। यदि बच्चे को जन्म के समय से ही ऐसी स्थिति है, तो इसे जन्मजात कॉग्नेटल मस्कुलर टॉर्टिकोलिस कहा जाता है, जोकि इस समस्या का सबसे आम रूप है।
इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर टॉर्टिकोलिस किन कारणों से होता है, साथ ही इसके लक्षण और उपचार क्या हैं?