वायरल (बुखार) फीवर क्या होता है?
वायरल इन्फेक्शन की एक बड़ी श्रेणी को वायरल फीवर का नाम दिया गया है। शरीर का तापमान बढ़ना वायरल फीवर की मुख्य विशेषता होती है। वायरल फीवर बच्चों और वृद्धों में काफी सामान्य होता है, क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। वायरल बुखार आमतौर पर हवा में फैलने वाले (एयरबॉर्न) वायरल संक्रमण के कारण होता है, हालांकि यह पानी में फैलने वाले (वाटरबॉर्न) संक्रमण के कारण भी हो सकता है। वाटरबोर्न संक्रमण की रोकथाम करने के लिए उपाय किए जा सकते हैं, लेकिन जिस हवा में हम सांस लेते हैं उससे फैलने वाले संक्रमण की रोकथाम करने के उपाय काफी कम हैं।
वायरल बुखार बहुत ही कम मामलों में चिंता का कारण बनता है और ज्यादातर मामलों में यह बिना किसी विशेष उपचार के ही ठीक हो जाता है। हालांकि, वायरल फीवर और बैक्टीरियल संक्रमण के बीच के अंतर को स्पष्ट करना इतना आसान नहीं है, क्योंकि इनके काफी सारे लक्षण एक समान होते हैं। इसलिए यदि आपके शरीर का तापमान 102 डिग्री फारेनहाइट से ऊपर हो जाता है या फीवर 48 घंटो तक कम नहीं होता तो डॉक्टर से बात करना आवश्यक है।
जो लोग इस संक्रमण से पीड़ित हैं, उनको शरीर में दर्द, त्वचा पर चकत्ते और सिर दर्द की समस्या होती है। हालांकि, वायरल फीवर का इलाज करने के लिए दवाएं भी उपलब्ध हैं, कुछ मामलों में घरेलू उपचार भी इस स्थिति से निपटने में आपकी सहायता करते हैं।
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