विटामिन बी 9 की कमी - Vitamin B9 deficiency in Hindi

Dr. Anurag Shahi (AIIMS)MBBS,MD

September 11, 2018

December 20, 2023

विटामिन बी 9 की कमी
विटामिन बी 9 की कमी

विटामिन बी 9 की कमी क्या है?


विटामिन बी 9 को फोलिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है। यह पानी में घुलनशील विटामिन होता है, जिसमें कई समृद्ध प्राकृतिक स्रोत पाए जाते हैं।  विटामिन बी 12 और आयरन के साथ-साथ विटामिन बी 9 भी लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण विटामिन होता है। जब शरीर मे विटामिन बी 9 का स्तर कम हो जाता है तो लाल रक्त कोशिकाएं बनने की गति धीमी हो जाती है जिसके चलते एनीमिया तक हो सकता है। 

लीवर, त्वचा, बालों और आंखों को स्वस्थ रखने के लिए हमारे शरीर को विटामिन बी 9 की आवश्यकता होती है। यह विटामिन तंत्रिका तंत्र को ठीक से कार्य करने में भी मदद करता है। विटामिन बी 9 शरीर में कई फंक्शन्स को पूरा करने में अपनी बहुत बड़ी भूमिका निभाता है, जैसे: 

(और पढ़ें - फोलिक एसिड के फायदे)

फोलिक एसिड, विटामिन बी 9 का कृत्रिम (सिन्थेटिक) रूप होता है। यह सप्लीमेंट्स और फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों (किसी खाद्य पदार्थ में कृत्रिम रूप से पोषक तत्वों को शामिल करना) आदि में पाया जाता है। इसके उलट फोलेट खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। विटामिन बी 9 की कमी का परीक्षण उपस्थित लक्षणों की जांच करके और कुछ ब्लड टेस्ट करके किया जाता है। ब्लड टेस्ट की मदद से एनीमिया और खून में विटामिन बी 9 के स्तर का पता लगाया जाता है। विटामिन बी 9 की कमी का उपचार आहार और सप्लीमेंट्स की मदद से आपके शरीर में फोलेट की मात्रा को बढ़ाकर किया जाता है।

विटामिन बी 9 की खुराक - Daily requirement of Vitamin B9 in Hindi

विटामिन बी 9 को रोजाना कितनी खुराक में प्राप्त करना चाहिए?

विटामिन बी 9 काफी आवश्यक विटामिनों में से एक है, जो शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को संचालित करने में मदद करता है। अगर इसकी खुराक में कमी हो जाती है तो शरीर में कई छोटी से लेकर गंभीर तक समस्याएं विकसित हो जाती है। एेसे में इसे नियमित रूप से प्राप्त करना जरूरी होता है। हालांकि कुछ खास परिस्थितियों में इसकी मात्रा घटानी या बढ़ानी पड़ सकती है। नीचे टेबल की मदद से हर आयु, वर्ग और समय के हिसाब से आवश्यक इसकी सही मात्रा को बताया गया है:

उम्र पुरुष महिला गर्भावस्थ स्तनपान
जन्म से 6 महीने 65 एमसीजी 65 एमसीजी    
7 से 12 महीने 80 एमसीजी  80 एमसीजी    
1 से 3 साल 150 एमसीजी 150 एमसीजी    
4 से 8 साल 200 एमसीजी 200 एमसीजी    
9 से 13 साल 300 एमसीजी 300 एमसीजी    
14 से 18 साल 400 एमसीजी 400 एमसीजी 600 एमसीजी 500 एमसीजी
19 या उससे ऊपर के साल 400 एमसीजी 400 एमसीजी 600 एमसीजी 500 एमसीजी

(और पढ़ें - विटामिन डी के फायदे)

विटामिन बी 9 की कमी के लक्षण - Vitamin B9 deficiency Symptoms in Hindi

विटामिन बी 9 में कमी होने पर क्या लक्षण महसूस होते हैं?

विटामिन बी 9 में कमी आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होती है जिसमें महीने से साल तक का समय भी लग जाता है। शुरुआत में इसकी कमी के लक्षण धीरे -धीरे और बेहद कम महसूस होते हैं लेकिन जैसे जैसे कमी बढ़ती जाती है, इसके लक्षण बेहद तीव्रता से और अधिक महसूस होते हैं। 

विटामिन बी9 की कमी होने पर निम्न संकेत व लक्षण महसूस हो सकते हैं:

 

अन्य लक्षण जिनमें निम्न शामिल हैं:

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

जैसे ही आप इसमें से कोई लक्षण खुद में महसूस करें तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। ध्यान देें कि ठीक से इलाज न करने पर इसमें से कुछ लक्षणों की स्थिती काफी बिगड़ जाती है। एनीमिया तो सबसे अधिक तकलीफ पहुंचा सकता है। खास तौर पर यदि आप गर्भवती हैं या गर्भवती होने जो रही हैं और आपको उपरोक्त में से किसी भी प्रकार के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर के दिखा लें। (और पढ़ें - प्रेगनेंसी में होने वाली समस्या)

  • यदि विटामिन बी 9 में गंभीर रूप से कमी हो गई है तो इसके परिणास्वरूप एनीमिया हो सकता है और गर्भ में पल रहे बच्चे के विकसित होने की गति धीमी भी हो सकती है। (और पढ़ें - गर्भ में बच्चे का विकसित)
  • गर्भवती महिलाओं के लिए फोलिक एसिड विशेष रूप से आवश्यक पोषक तत्व है। (और पढ़ें - प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए)
  • यदि महिलाएं गर्भधारण करने से पहले और गर्भावस्था के दौरान पर्याप्त मात्रा में फोलिक एसिड ना लें, तो पैदा होने वाले बच्चे में आनुवंशिक विकृतियां होने का जोखिम रहता हैं। (और पढ़ें - गर्भावस्था के हफ्ते)
  • जो गर्भवती महिलाएं पर्याप्त मात्रा में विटामिन नहीं लेती उनमें समय से पहले बच्चे को जन्म देने की या सामान्य से कम वजन के बच्चे को जन्म देने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

(और पढ़ें - गर्भावस्था में हेल्दी जूस)

विटामिन बी 9 की कमी के कारण और जोखिम - Vitamin B9 deficiency Causes and Risk in Hindi

विटामिन बी 9 में कमी किस कारण से होती है?

फोलेट पानी में घुलनशील विटामिन होता है। यह पानी में आसानी से घुल जाता है और वसा कोशिकाओं (वसा के रूप में ऊर्जा संग्रहित करने वाली) में जमा नहीं होता। इसका मतलब आपको नियमित रूप से फोलेट प्राप्त करने की आवश्यकता है क्योंकि आपका शरीर इसको जमा नहीं करता।

चूंकि यह विटामिन पानी में घुल जाता है तो अगर इसको अधिक मात्रा में लिया भी जाएं तो यह मूत्र मार्ग से निकल जाता है।

फोलेट की कमी होने के कारणों में निम्न शामिल हैं:

कुपोषण:

  • कुपोषण फोलिक एसिड में कमी पैदा करने वाला सबसे सामान्य कारण है।
  • आहार जिसमें ताजे फल, सब्जियां और फोर्टिफाइड सेरिअल्स की कमी होती है, वह फोलेट की कमी पैदा करने वाले मुख्य कारणों में से एक होता है।
  • इसके अलावा, भोजन को अधिक पकाने से भी कभी-कभी विटामिन नष्ट हो जाते हैं।
  • यदि आप पर्याप्त मात्रा में फोलेट से भरपूर खाद्य पदार्थ नहीं खाते तो कुछ ही हफ्तों में फोलेट में कमी होने लगती है।

(और पढ़ें - postik aahar ke fayde)

कुअवशोषण:

जब आपका शरीर विटामिन और खनिजों को अच्छे से अवशोषित नहीं कर पाता तब कुअवशोषण की समस्या होने लगती है। जिन बीमारियों के चलते गैस्ट्रोइन्टेस्टिनल ट्रैक्ट (जठरांत्र प्रणाली) की अवशोषण प्रक्रिया प्रभावित होती है वे फोलेट में कमी का भी कारण बन सकते है। इसमें शामिल है:

आनुवंशिक (जेनेटिक्स):

कुछ लोगों में ऐसे उत्पवरिवर्तन (Mutation) हो जाते हैं जो उनके शरीर को आहार व सप्लीमेंट्स द्वारा फोलेट या विटामिन बी 9 प्राप्त करने से रोकते हैं।

दवाओं के साइड इफेक्ट:

कुछ दवाएं हैं जो फोलेट या विटामिन बी 9 में कमी पैदा कर सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • फ़िनाइटोइन
  • ट्रीमेथोपरिम सल्फामेथोक्साजोल
  • मेथोट्रेक्सेट
  • सल्फासालाजाइन

अल्कोहल का अत्याधिक सेवन:

अल्कोहल या शराब का सेवन भी फोलेट के अवशोषण को प्रभावित करता है। शराब पीने के कारण बार बार मूत्र आने के चलते फोलेट उस मार्ग से बाहर निकल जाता है। 

(और पढ़ें - शराब छुड़ाने के उपाय)

गर्भावस्था:

गर्भावस्था के दौरान कई कारणों से फोलिक एसिड में कमी आ जाती है। इस दौरान आपका शरीर काफी धीरे ही भोजन से फोलिक एसिड का का अवशोषण कर पाता है। साथ ही गर्भस्थ शिशु जैसे जैसे बड़ा होता है वह अपनी माता द्वारा लिया हुआ फोलिक एसिड खुद लेने लगता है। इसके अलावा मोर्निंग सीकनेस और उसके चलते होने वाली उल्टी से भी फोलिक एसिड बाहर निकल जाता है। 

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विटामिन बी 9 की कमी से क्या क्या खतरे हैं? 

विटामिन बी 9 की कमी के बचाव के उपाय - Prevention of Vitamin B9 deficiency in Hindi

विटामिन बी 9 में कमी होने से कैसे बचाव करें?

  • विटामिन बी 9 या फोलिक एसिड में कमी होने की रोकथाम करने के लिए फोलेट में भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें, फोलेट की कमी की रोकथाम करने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर आहारों का सेवन करें।
  • शराब का सेवन ना करें क्योंकि यह विटामिन बी 9 के अवशोषण में हस्तक्षेप करती है।
  • भोजन को अत्याधिक ना पकाएं
  • फोलिक एसिड की कमी अक्सर गर्भवती महिलाओं में हो जाती है और यह मिसकैरेज व तंत्रिका नली दोष के जोखिम भी बढ़ा देती है। गर्भावस्था के दौरान और उसके कुछ समय बाद के लिए महिलाओं को विटामिन बी के ओरल सप्लीमेंट्स का सुझाव दिया जाता है।
  • यदि आप कुछ प्रकार की दवाएं ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर से इस बारे में बता दें क्योंकि मिर्गी रोकने वाली दवाओं जैसी कुछ दवाएं हैं जो साइड इफेक्ट के रूप में विटामिन बी 9 व अन्य कई पोषक तत्वों की मात्रा में कमी कर देती हैं।

कुछ खाद्य पदार्थ जिसमें खूब मात्रा में फोलेट पाया जाता है:

(और पढ़ें - संतुलित आहार के लाभ)

विटामिन बी 9 की कमी का परीक्षण - Diagnosis of Vitamin B9 deficiency in Hindi

विटामिन बी 9 की कमी का परीक्षण कैसे किया जाता है?

शरीर में विटामिन बी 9 या फोलेट की कमी की जांच करने के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों के बारे में पूछेंगे।

  • लोगों में विटामिन बी 9 की कमी (विटामिन बी9 डेफिशियेंसी एनीमिया) की पहचान करने के लिए कई अलग-अलग प्रकार के ब्लड टेस्ट किये जाते हैं, ये टेस्ट निम्न की जांच करते हैं:
  • आपके डॉक्टर आपके शरीर में फोलिक एसिड के स्तर की जांच करने के लिए भी एक ब्लड टेस्ट का ऑर्डर दे सकते हैं। इस टेस्ट को रेड ब्लड सेल फोलेट लेवल टेस्ट भी कहा जाता है। (और पढ़ें - प्लेटलेट्स काउंट टेस्ट)
  • अगर आप अभी अपनी प्रजनन अवस्था वाली आयु में हैं तो यह जांचने के लिए की कहीं आप गर्भवती तो नहीं और इसके चलते तो यह विटामिन की कमी नहीं हो रही, डॉक्टर आपका एक प्रेग्नेंसी टेस्ट करवा सकते हैं। इसके अलावा वे ये जानने के लिए कि कहीं आप कुपोषण की शिकार तो नहीं आपसे आपके खान -पान संबंधी आदतों की जानकारी भी मांग सकते हैं। 
  • यदि आप किसी भी प्रकार की दवाएं ले रहे हैं, तो टेस्ट करवाने से पहले उन सभी दवाओं के बारे में अपने डॉक्टर को बताना ना भूलें। क्योंकि कुछ दवाएं भी फोलिक एसिड के स्तर में कमीं कर सकती हैं। (और पढ़ें - दवाओं की जानकारी)
  • डॉक्टर एक कम्प्लीट ब्लड काउंट टेस्ट (सीबीसी) भी कर सकते हैं, इस टेस्ट की मदद से लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या और उनके आकार की जांच की जाती है। क्योंकि यदि आपमें फोलेट की कमी होती है तो आपकी लाल रक्त कोशिकाएं अविकसित (अपरिपक्व) और आकार में बड़ी दिखाई पड़ती है।
  • यदि आपमें फोलिक एसिड डेफिशियंसी एनीमिया की समस्या है तो एक कम्पलीट ब्लड काउंट टेस्ट किया जाता है। यदि आपकी लाल रक्त कोशिकाओं की गितनी कम है तो इस टेस्ट की मदद से पता लगाया जा सकता है। (और पढ़ें - खून की कमी के उपाय)
  • अन्य खून संबंधी स्थितियां भी हैं जो फोलिक एसिड की कमी के जैसे लक्षण पैदा कर सकती हैं। इसलिए पुष्टी के लिए आपको डॉक्टर के पास जाकर सही परीक्षण करवाना चाहिए।

(और पढ़ें - लैब टेस्ट लिस्ट)

विटामिन बी 9 की कमी का उपचार - Vitamin B9 deficiency Treatment in Hindi

विटामिन बी 9 की कमी का उपचार कैसे किया जाता है?

विटामिन बी 9 में कमी का उपचार इसके कारण पर निर्भर करता है। इसके उपचार में आमतौर पर ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने का सुझाव दिया जाता है जिनमें विटामिन बी 9 भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा कुछ मामलों में इस स्थिति का उपचार करने के लिए फोलेट के सप्लीमेंट्स भी दिए जाते हैं।

ज्यादातर लोगों में इन्जेक्शन या टेबलेट की मदद से शरीर विटामिन बी 9 की कमी की पूर्ति करके उनका इलाज कर दिया जाता है। जब तक विटामिन बी 9 की कमी का इलाज नहीं हो जाता तब तक रोजाना फोलेट की टेबलेट लेना ही सबसे आसान तरीका है। हालांकि यदि आपमें विटामिन बी 9 का स्तर अत्याधिक कम है तो आपको विटामिन बी 9 की खुराक नसों के द्वारा (Intravenously) भी दी जा सकती है।

(और पढ़ें - विटामिन बी 3 के फायदे)

फोलेट अक्सर अन्य विटामिन बी के सप्लीमेंट्स के साथ मिलाया जाता है। इन्हें अमूमन विटामिन बी कॉम्प्लेक्स कहा जाता है। उपचार का मुख्य लक्ष्य आपके शरीर में फोलिक एसिड का स्तर बढ़ाना होता है। सप्लीमेंट्स लेने के साथ-साथ आपको उन खाद्य पदार्थों का सेवन भी करना चाहिए जिनमें काफी मात्रा में फोलिक एसिड पाया जाता है जैसे पिंटो बीन्स, पालक और संतरे आदि। खूब मात्रा में ताजे खाद्य पदार्थों का सेवन करें और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचें। क्योंकि आमतौर पर इन खाद्य पदार्थों में बहुत ही कम मात्रा में पोषक तत्व में पाए जाते हैं।

किसी भी प्रकार का सप्लीमेंट्स लेने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से बात कर लें।

(और पढ़ें - संतरे के छिलके के फायदे)

विटामिन बी 9 की कमी से होने वाले रोग - Disease caused by Vitamin B9 deficiency in Hindi

विटामिन बी 9 में कमी होने पर कौन से रोग हो सकते हैं?

समय से पहले बूढ़ा होना

हार्ट अटैक और स्ट्रोक - होमोसिस्टीन (एक प्रकार के अमीनो एसिड) की अत्यधिक मात्रा होने पर कई हृदय संबंधी जटिलताएं पैदा हो जाती हैं और इससे स्ट्रोक होने के जोखिम भी बढ़ जाते हैं। विटामिन बी 9 से होने वाले लाभों में हीमोसिस्टीन के स्तर को नियमित रखना भी शामिल है। यह हीमोसिस्टीन हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

मानसिक विकार - कई डॉक्टर मरीज की चिंता और डिप्रेशन की स्थिति को ठीक करने के लिए भी फोलिक एसिड के सप्लीमेंट्स लिखते हैं। (और पढ़ें - मानसिक रोग का उपचार)

एनीमिया - यह शरीर में खून बनाने के लिए भी जरूरी होती है। (और पढ़ें - गर्भावस्था में खून की कमी दूर करने के उपाय)

श्वेत रक्त कोशिकाएं - विटामिन बी 9 खून में सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स बनाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है, संक्रमण  से लड़ने के लिए इनका खून में होना बहुत जरूरी होता हैं। (और पढ़ें - बैक्टीरियल संक्रमण के लक्षण)

कैंसर - खून में फोलेट की कमी कई मामलों में सर्वाइकल कैंसर, स्तन कैंसर, कोलन कैंसर, मस्तिष्क कैंसर और फेफड़ों में कैंसर होने आदि के जोखिम बढ़ाने से भी जुड़ी होती है।

(और पढ़ें - ब्लड कैंसर ट्रीटमेंट)



संदर्भ

  1. Guilland JC,Aimone-Gastin I. Vitamin B9. Rev Prat. 2013 Oct;63(8):1079, 1081-4. PMID: 24298825
  2. Malouf M,Grimley EJ,Areosa SA. Folic acid with or without vitamin B12 for cognition and dementia. Cochrane Database Syst Rev. 2003;(4):CD004514. PMID: 14584018
  3. Sobczyńska-Malefora A,Harrington DJ. Laboratory assessment of folate (vitamin B9) status. J Clin Pathol. 2018 Nov;71(11):949-956. PMID: 30228213
  4. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Vitamin B9 benefits.
  5. National Health Service [Internet]. UK; Vitamin B12 or folate deficiency anaemia.

विटामिन बी 9 की कमी के डॉक्टर

Dr. Narayanan N K Dr. Narayanan N K एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
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Dr. Tanmay Bharani Dr. Tanmay Bharani एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
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