मस्सा (Wart):
मस्सा त्वचा में वृद्धि या उभार होता है, यह ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) के कारण होता है। यह त्वचा की उपरी परत को प्रभावित करता है और आम तौर पर त्वचा के फटे या टूटे हुए भागों से प्रवेश होकर निकलता है। मस्सा शरीर में कहीं भी हो सकता है।
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मस्सा का आकार व दिखावट, उसके प्रकार और वह शरीर के किस हिस्से पर है, इस बात पर निर्भर करता है। एचपीवी वायरस कैरेटीन की एक अतिरिक्त मात्रा के कारण बनता है, यह वायरस त्वचा की बाहरी परत की कोशिकाओं को तेजी से वृद्धि करने के लिए उत्तेजित करता है। मस्सा अक्सर उंगली या उसके निशानों के पास या हाथ के उपर बनता है।
मस्सा को मेडिकल रूप में कई प्रकार से संदर्भित किया जाता है। जैसे सामान्य मस्सा, समतल मस्सा, तल का मस्सा, नाखून संबंधी मस्सा (Periungual), फिलीफोर्म मस्सा, जननांग मस्सा और मौजेएक मस्सा आदि। ज्यादातर मस्से त्वचा की मोटाई के हिसाब से परिभाषित किए जाते हैं।
आमतौर पर मस्से खुद ही ख़त्म हो जाते हैं, मगर इनमें कई साल भी लग सकते हैं।
बिना मेडिकल उपचार के ज्यादातर मस्से ख़त्म होने में 1 से 5 साल तक का समय ले लेते हैं। उपचार उन्हीं मस्सों के लिए उपलब्ध है जो संख्या में ज्यादा या बड़े हैं या फिर जो शरीर के संवेदनशील भागों में हैं।
अलग-अलग प्रकार के उपचार के लिए मस्से अलग-अलग प्रतिक्रिया देते हैं। मस्सों के लिए बिना पर्ची (ऑवर द काउंटर) के उपचार में सेलिसीलिक एसिड उपक्रम (Salicylic acid preparations) और फ्रीजिंग किट आदि शामिल है।
उपरोक्त उपचार के बाद भी मस्सा फिर से विकसित हो सकता है।