परिचय
घरघराहट, सांस लेने के साथ निकलने वाली एक तेज आवाज होती है। घरघराहट की आवाज तब पैदा होती है, जब हवा नाक की संकुचित वायु नलियों और फेफड़ों से होकर गुजरती है। घरघराहट की आवाज निकलना किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है, जिसका जल्द से जल्द परीक्षण और इलाज करना जरूरी होता है।
यह मुख्य रूप से अस्थमा, सर्दी जुकाम और सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) के लक्षण के रूप में होती है। जब सांस छोड़ी जाती है तो घरघराहट की आवाज और स्पष्ट रूप से सुनाई देती है और यह सांस को अंदर लेने के दौरान भी सुनाई देती है। घरघराहट अन्य लक्षणों के साथ भी विकसित हो सकती है, जैसे खांसी और सांस फूलना आदि।
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घरघराहट की रोकथाम इसका कारण बनने वाली समस्या की रोकथाम करके की जा सकती है। घरघराहट की रोकथाम करने के लिए धूम्रपान नहीं करना चाहिए और अन्य ऐसे एलर्जिक पदार्थों के संपर्क में आने से बचना चाहिए जो आप में एलर्जिक रिएक्शन पैदा करते हैं।
घरघराहट का इलाज इसके कारणों के अनुसार किया जाता है। घरघराहट का इलाज करने के लिए आमतौर पर कोर्टिकोस्टेरॉयड, ब्रोंकोडाईलेटर्स और सूजन व जलन की रोकथाम करने वाली दवाओं उपयोग किया जाता है।
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