प्रेगनेंसी के 32 से 35 सप्ताह को 8वां महीना माना जाता है. ये महीना गर्भवती महिला के लिए परेशानी भरा हो सकता है. 8वें महीने में थकान ज्यादा हो जाती है. न तो ठीक से खाने का मन करता है और न ही रात को अच्छी तरह से नींद आती है. इसलिए जरूरी है कि गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के 8वें महीने संतुलित डाइट का सेवन करती रहे. संतुलित डाइट में हर तरह के विटामिन, मिनरल और पौष्टिक गुणों से युक्त फल, लो फैट डेयरी और साबुत अनाज का होना जरूरी है.
आज इस लेख में आप जानेंगे कि गर्भवती महिला को 8वें महीने में क्या खाना चाहिए -
(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए)
गर्भवती महिला 8वें महीने में इनका करे सेवन
गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के 8वें महीने ज्यादा विटामिन और मिनरल वाले भोजन की जरूरत पड़ती है, जिसमें फल, लो फैट डेयरी और साबुत अनाज शामिल है. ऐसा इसलिए, ताकि उसे पूरी एनर्जी मिलती रहे और उसके शिशु का विकास सही तरह से होता रहे. आइए, विस्तार से जानते हैं कि गर्भवती महिला को 8वें महीने में क्या खाना चाहिए -
हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी सब्जियों में फोलेट और फोलिक एसिड पाया जाता है, जो बच्चे को न्यूरल ट्यूब दोष से बचाने में सहायक है. प्लेसेंटा में मदद और बच्चे के विकास के लिए भी एक गर्भवती महिला के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन जरूरी है. पालक, ब्रोकली व केल जैसी हरी सब्जियों को गर्भवती महिला अपनी डाइट में शामिल कर सकती है.
(और पढ़ें - प्रेगनेंसी के पहले महीने क्या खाना चाहिए)
लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स
डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन गर्भवती महिला को 8वें महीने में भी करने की सलाह दी जाती है. इसमें विटामिन-ए पाया जाता है, जो बच्चे की हड्डियों के लिए जरूरी है. इसमें विटामिन-बी12 भी मौजूद है, जो बच्चे के नर्वस सिस्टम को मजबूत रखता है और इसमें व्याप्त कैल्शियम बच्चे के दांतों और हड्डियों के लिए अहम है. इसमें आयोडीन भी होता है, जो बच्चे के मस्तिष्क के विकास में अहम भूमिका निभाता है.
(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में कौन-सा फल खाएं)
खट्टे फल
संतरा व अंगूर जैसे खट्टे फलों के सेवन से 8वें महीने के गर्भ में महिला को विटामिन-सी मिलता है, जो आयरन के अवशोषण में शरीर की मदद करता है. यह बच्चे के दांत, मसूढ़ों और हड्डियों के लिए सही है. साथ ही इसमें फोलेट और फोलिक एसिड पाया जाता है, जो बच्चे को मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड से जुड़े न्यूरल ट्यूब दोष से सुरक्षा प्रदान करता है.
(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में सुबह नाश्ते में क्या खाना चाहिए)
साबुत अनाज
साबुत अनाज में विटामिन-ए, विटामिन-बी6, आयरन, फोलेट और फोलिक एसिड पाया जाता है, इन सभी की जरूरत गर्भवती महिला को 8वें महीने में पड़ती ही है. साथ ही यह कार्बोहाइड्रेट, एनर्जी और फाइबर का बढ़िया स्रोत है, जो गर्भवती महिला को कब्ज से बचाता है. साबुत अनाज में एक गर्भवती महिला 8वें महीने में ब्राउन राइस, ओट्स, क्विनोआ व गेहूं का सेवन कर सकती है.
(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में गर्मियों में क्या खाना चाहिए)
दाल
दालें प्रोटीन का बढ़िया स्रोत होती हैं, जो बच्चे के शरीर में ब्लड बनाने में मदद करती हैं. साथ ही इसमें आयरन पाया जाता है, जो बच्चे को ऑक्सीजन प्रदान करता है.
(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में कौन सी सब्जी नहीं खानी चाहिए)
अंडे
अंडे का सेवन गर्भवती महिला को 8वें महीने में जरूर करना चाहिए. इसमें विटामिन-बी12, विटामिन-डी, कोलीन और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. ये सब गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास के लिए महत्वपूर्ण है.
(और पढ़ें - प्रेगनेंसी के 9वें महीने में क्या खाएं)
मछली
मछली में विटामिन-ए और आयरन की मात्रा भरपूर पाई जाती है. विटामिन-ए बच्चे की हड्डियों के विकास के लिए जरूरी है, साथ ही उनकी स्किन और आंखों के विकास में भी मदद करता है. आयरन से गर्भवती महिला को कम थकान महसूस होगी. मछली में विटामिन-बी6 और बी12 भी पाया जाता है, जो बच्चे के ब्रेन और नर्वस सिस्टम के लिए जरूरी होने के साथ ही रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में मददगार है. सालमन फिश के सेवन से गर्भवती महिला और बच्चे दोनों को कैल्शियम और ओमेगा 3 फैटी एसिड मिलता है. इसमें कोलीन भी मौजूद रहता है, जो बच्चे की रीढ़ की मजबूती और ब्रेन के लिए अहम है.
(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में किशमिश खाएं या नहीं)
लीन मीट
लीन मीट में प्रोटीन ज्यादा पाया जाता है, जो बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए जरूरी है. इसमें आयरन भी रहता है, जो रेड ब्लड सेल्स की मदद करता है, ताकि बच्चे को ऑक्सीजन मिल सके.
(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में मूंगफली खाएं या नहीं)
सारांश
गर्भवती महिला के लिए 8वां महीना अहम होता है. इस दौरान गर्भवती महिला को अपने व होने वाले शिशु के स्वास्थ्य के लिए विटामिन, मिनरल और अन्य पोषक तत्वों से युक्त डाइट का सेवन करना जरूरी है. गर्भवती महिला को 8वें महीने में हरी पत्तेदार सब्जियां, खट्टे फल, दाल, अंडे व लीन मीट का सेवन करने की सलाह दी जाती है.
(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में अरबी खाएं या नहीं)
शहर के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट खोजें
- बैंगलोर के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
- मुंबई के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
- गाज़ियाबाद के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
- चेन्नई के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
- पुणे के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
- दिल्ली के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
- हैदराबाद के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
- नई दिल्ली के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
- ग्वालियर के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
- गुडगाँव के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
गर्भवती महिला 8वें महीने में क्या खाए? के डॉक्टर

Dr. Ayushi Gandhi
प्रसूति एवं स्त्री रोग
4 वर्षों का अनुभव

Dr. Anjali
प्रसूति एवं स्त्री रोग
23 वर्षों का अनुभव

Dr.Anuja Ojha
प्रसूति एवं स्त्री रोग
20 वर्षों का अनुभव
