सामान्य गर्भधारण में, निषेचित अंडा (Fertilized egg) फैलोपियन ट्यूब के माध्यम से गुजरने के बाद गर्भाशय के अस्तर से जुड़ता है और भ्रूण का विकास गर्भाशय के भीतर होता है। एक्टोपिक गर्भधारण तब होता है जब निषेचित अंडा गर्भाशय के अलावा कहीं और (अधिकतर फैलियोपियन ट्यूब में) जुड़ जाता है। इसी कारण से इसे कभी-कभी "ट्यूबल गर्भावस्था" भी कहा जाता है। अस्थानिक गर्भधारण आपके अंडाशय में भी हो सकता है।
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एक्टोपिक प्रेगनेंसी बहुत कम होती हैं। 100 में से 2 महिलाओं में यह पायी जाती है। लेकिन अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो ये बहुत खतरनाक हो सकती है। एक्टोपिक गर्भावस्था के दौरान जब फैलोपियन ट्यूब में खिंचाव बढ़ जाता है तो यह टूट जाती हैं, इसे रप्चर्ड एक्टोपिक प्रेगनेंसी (Ruptured ectopic pregnancy) कहते हैं। इससे आंतरिक रक्तस्राव, संक्रमण और कभी कभी मृत्यु भी हो जाती है।
इस लेख में आगे पढ़िए एक्टोपिक प्रेगनेंसी के लक्षण क्या होते हैं, यह क्यों होती है और इसका इलाज क्या है। साथ ही, अस्थानिक गर्भधारण के बाद दोबारा प्रेग्नेंट होने के बारे में भी बताया गया है।