यदि आप गर्भ निरोधक के लिए विकल्पों की तलाश कर रही हैं, तो एक विधि जिसके बारे में आप विचार कर सकती हैं वह है आईयूडी। यह विकल्प सभी महिलाओं के लिए सही नहीं हैं, लेकिन वर्तमान में आईयूडी को अधिकांश महिलाओं के लिए प्रभावी और सुरक्षित माना जाता है।
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आईयूडी एक छोटा, टी के आकार का प्लास्टिक डिवाइस होता है जो आपके गर्भाशय (गर्भ) में डाला जाता है और इसमें एक छोर पर प्लास्टिक की स्ट्रिंग (तार) होती है जो गर्भ द्वार से योनि की तरफ रहती है।
इसे लंबे समय तक रहने वाले गर्भ निरोधक के रूप में जाना जाता है, जिसका अर्थ यह है कि एक बार इसे डालने के बाद आपको हर बार यौन संबंध बनाते वक्त याद रखने की आवश्यकता नहीं होती है।
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इसके प्रभाव को पलटा भी जा सकता है इसका मतलब है कि आईयूडी हटा दिए जाने के बाद आपकी प्राकृतिक प्रजनन क्षमता वापस आ जाती है।
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इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि आईयूडी क्या है, प्रकार, कैसे काम करता है, क्या आईयूडी लगाना सुरक्षित है, लगाने और निकालने की विधि और आईयूडी की कीमत क्या है। इसके साथ ही आईयूडी के फायदे और नुकसान के बारे में भी बताया गया है।
- आईयूडी क्या है? - IUD kya hai in hindi
- आईयूडी के प्रकार - IUD types in india in hindi
- आईयूडी कैसे काम करता है? - IUD how it works in hindi
- क्या आईयूडी लगाना सुरक्षित है? - IUD is safe or not in hindi
- आईयूडी कैसे लगाते हैं? - IUD insertion in hindi
- आईयूडी कैसे निकालते हैं? - IUD removal in hindi
- आईयूडी के फायदे - IUD insertion benefits in hindi
- आईयूडी के साइड इफेक्ट - IUD ke nuksan in hindi
- सारांश
आईयूडी क्या है? - IUD kya hai in hindi
"आईयूडी" का पूरा नाम है "इंट्रायूटरिन डिवाइस" है। यह महिलाओं के लिए उपलब्ध एक प्रकार का गर्भ निरोधक उपकरण है जो "टी" के आकार में होता है। यह प्लास्टिक से निर्मित होता है और इसको एक महिला के गर्भाशय के अंदर फिट किया जाता है। आईयूडी पुरुष साथी के शुक्राणु को अंडे तक पहुंचने और उर्वरक होने से रोक कर महिला की गर्भावस्था को बचाता है।
यदि आप सही ढंग से आईयूडी का उपयोग करते हैं, तो गर्भधारण होने की आशंका 1% से भी कम रह जाती है। यह एक प्रभावी और लंबे समय तक चलने वाली जन्म नियंत्रण विधि है। हालांकि, अगर आप कभी गर्भवती बनना चाहती हैं, तो आईयूडी को आसानी से हटाया जा सकता है क्योंकि वे नसबंदी की तरह स्थायी गर्भ निरोधक नहीं हैं।
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आईयूडी आपके द्वारा उपयोग किये जाने वाले प्रकार के आधार पर 3 वर्ष से लेकर 12 वर्षों तक गर्भ धारण से सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं। आईयूडी, कॉपर और हार्मोनल दोनों प्रकार के होते हैं जिनका वर्णन आगे विस्तार से किया गया है।
आईयूडी यौन संपर्क से होने वाले संक्रमण (एसटीआई) से सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं। अगर आपको एसटीआई के जोखिम की आशंका है तो आपके लिए इस जोखिम को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है कि अपने यौन साथी के साथ सेक्स करते समय कंडोम का उपयोग करें, यदि आपका साथी कंडोम उपयोग नहीं करना चाहता है तो आप महिला कंडोम का उपयोग कर सकती है।
आईयूडी के प्रकार - IUD types in india in hindi
महिलाओं के गर्भ निरोधक उपाय के रूप में आईयूडी के वर्तमान में निम्नलिखित दो प्रकार उपलब्ध हैं -
1. हार्मोनल आईयूडी
हार्मोनल आईयूडी एक छोटे टी-आकार का उपकरण है इसमें एक सिलेंडर होता है जिसमें प्रोजेस्टोजेन नामक हार्मोन होता है। भारत में तीन हार्मोनल आईयूडी उपलब्ध हैं - स्काईला (Skyla), मिरेना (Mirena) और लिलेट्टा (Liletta) ये आपके शरीर में कृत्रिम हार्मोन प्रोजेस्टिन की एक छोटी मात्रा का स्राव करते हैं।
आप किस प्रकार के आईयूडी का उपयोग करते हैं इस आधार पर, हार्मोनल आईयूडी आपको 3 से 6 वर्ष तक के लिए गर्भधारण से सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं और यदि आप मेनोरेजिया (मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव, मासिक धर्म में खून अधिक आना) से परेशान है तो आपके लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि यह आपके मासिक धर्म में रक्तस्राव को कम कर सकता है।
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हार्मोनल आईयूडी को प्रभावी होकर अपना काम शुरू करने में एक सप्ताह लग सकता है, इसलिए अपनी डॉक्टर से पूछें कि क्या आपको सेक्स करने के लिए एक सप्ताह तक इंतजार करना चाहिए या उस दौरान बैक-अप के तौर पर जन्म नियंत्रण की कोई अन्य विधि जैसे - कंडोम, का उपयोग करना चाहिए। इस प्रकार के आईयूडी को इंट्रायूटरिन सिस्टम (आईयूएस) भी कहा जा सकता है।
2. गैर-हार्मोनल आईयूडी
गैर-हार्मोनल आईयूडी एक छोटा प्लास्टिक डिवाइस है जिसमें इसके चारों ओर कॉपर लपेटा जाता है। भारत में गैर-हार्मोनल आईयूडी का एकमात्र प्रकार उपलब्ध है जिसे “पैरागार्ड” कहा जाता है। यह प्लास्टिक और एक छोटी मात्रा में प्राकृतिक व सुरक्षित कॉपर से निर्मित है।
पैरागार्ड आपकी मासिक धर्म अवधि को प्रभावित नहीं करता है और अगर सही तरह से इसका उपयोग किया जाये तो यह आपको 12 वर्ष तक गर्भधारण से सुरक्षा प्रदान कर सकता है। हार्मोनल आईयूडी की तुलना में यहाँ अवधी लगभग दुगुनी है।
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गैर-हार्मोनल आईयूडी की खासियत यह भी है कि यह आपको योनि के भीतर फिट करने के तुरंत बाद ही गर्भधारण से सुरक्षा प्रदान करना शुरू कर देता है। वास्तव में, कॉपर-टी आईयूडी आपातकालीन गर्भ निरोधक का एक बेहद प्रभावी तरीका है, अगर इसे असुरक्षित संभोग के पांच दिनों के भीतर फिट करवा लिया जाता है तो यह तब भी गर्भधारण को रोक सकता है।
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आईयूडी कैसे काम करता है? - IUD how it works in hindi
आईयूडी गर्भाशय (गर्भ) में शुक्राणु के प्रवेश और जीवित रहने की क्षमता को प्रभावित करते हैं ताकि वे अंडे को उर्वर करने के लिए उस तक नहीं पहुंच सकें। आईयूडी गर्भाशय की भीतरी परत (एंडोमेट्रियम) को भी बदलते हैं ताकि यह गर्भावस्था के लिए उपयुक्त न रहे और ताकि यदि अंडा उर्वरित हो भी जाए तो अंडे का विकास न हो सके।
कॉपर आईयूडी और हार्मोनल आईयूडी दोनों शुक्राणु कोशिकाओं के गति करने के तरीके को बदलकर गर्भावस्था को रोकते हैं ताकि वे अंडे तक नहीं जा सकें। यदि शुक्राणु अंडे तक नहीं पहुंच पाता है, तो गर्भधारण नहीं हो सकता है।
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पैरागार्ड आईयूडी में गर्भावस्था को रोकने के लिए कॉपर का उपयोग होता है। शुक्राणु कॉपर को पसंद नहीं करते हैं, इसलिए पैरागार्ड आईयूडी शुक्राणु के अंडे तक पहुंचने को लगभग असंभव बना देता है।
स्काईला (Skyla), मिरेना (Mirena) और लिलेट्टा (Liletta) आईयूडी में पाए जाने वाले हार्मोन गर्भावस्था को दो तरीकों से रोकते हैं - पहला, वे गर्भाशय पर रहने वाले श्लेष्म (म्यूकस) को मोटा करते हैं, जो शुक्राणु के रास्ते को अवरुद्ध करता है।
दूसरा, हार्मोन कभी-कभी अंडों को आपके अंडाशय को छोड़ने (जिसे ओवुलेशन कहा जाता है) से रोकता है, जिसका मतलब है कि शुक्राणु को उर्वरक करने के लिए कोई अंडे नहीं मिलते हैं। अगर कोई अंडे उपलब्ध नहीं हैं, तो गर्भधारण संभव नहीं है।
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क्या आईयूडी लगाना सुरक्षित है? - IUD is safe or not in hindi
ज्यादातर विशेषज्ञ इस तथ्य से सहमत हैं कि यदि आप स्वस्थ हैं और आपके पेट में गर्भाशय हैं, तो संभवतः आप आईयूडी को उपयोग करने के लिए फिट हैं। यह तब भी सही है जब भले ही आप जवान हों, कभी गर्भवती न हुई हों या अभी तक आपके बच्चे नहीं हैं। यह नई माताओं जिन्होंने अभी-अभी एक बच्चे को जन्म दिया है उनके लिए भी एक बेहतर विधि है, भले ही वे स्तनपान करा रही हों।
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यह विधि ज्यादातर महिलाओं के लिए सुरक्षित है लेकिन कुछ स्थितियां जोखिम की आशंका को बढ़ा सकती हैं। यह देखने के लिए कि यह विधि आपके लिए सही है या नहीं, अपनी डॉक्टर से बात करें। यदि आपको निम्नलिखित में से कोई परेशानी हो तो इस विधि का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए -
- गर्भाशय का कैंसर
- सर्वाइकल कैंसर जिसका इलाज नहीं किया गया है
- यदि आपको लगता हैं कि आप गर्भवती हो सकती हैं (और पढ़े - गर्भावस्था में होने वाली समस्याएं)
- पेल्विक संक्रमण या एसटीआई (यौन संपर्क से होने वाले संक्रमण)
- योनि में रक्तस्राव (आपके मासिक धर्म के अलावा)
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- गर्भाशय में छेद (आईयूडी अंदर डालने के दौरान)
- हालांकि इसकी बहुत ही कम आशंका है किंतु ऐसा हो सकता है कि जाँच के दौरान आपकी डॉक्टर को यह पता चले की आपके गर्भाशय में आईयूडी को सही तरीके से फिट नहीं किया जा सकता है। यह आपके गर्भाशय के विशेष आकार या स्थिति पर निर्भर करता है।
कॉपर आईयूडी (पैरागार्ड) का उपयोग नहीं करें यदि आपको कॉपर से एलर्जी है, विल्सन रोग (आनुवंशिक रोग जो शरीर से कॉपर को बाहर नहीं जाने देता है और कॉपर शरीर में जमा होता रहता है ), रक्तस्राव विकार जो आपके खून का थक्का जमना मुश्किल बनाता है, जैसी कोई परेशानी है।
आपको हार्मोनल आईयूडी का उपयोग नहीं करना चाहिए यदि कोई गंभीर लिवर की बीमारी है या स्तन का कैंसर है। यदि उपरोक्त स्थितिया आपके लिए आईयूडी का उपयोग करना असुरक्षित बनाती है, तो जन्म नियंत्रण के अन्य प्रभावी तरीकों को उपयोग करने के बारे में सोचे और इसके लिए अपनी डॉक्टर से सलाह लें।
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आईयूडी कैसे लगाते हैं? - IUD insertion in hindi
यदि आप आईयूडी नामक गर्भ निरोधक के उपयोग के बारे में सोच रही हैं तो इसके लिए, आपको अपनी डॉक्टर से बात करने की आवश्यकता है। वे आपके शरीर, मेडिकल हिस्ट्री और जीवन शैली का आकलन करेंगी।
यदि यह विधि आपके लिए उचित हुई, तो एक मेडिकल जाँच की जा सकती है और आपकी एसटीआई या अन्य संक्रमणों के लिए के लिए भी जाँच करने की आवश्यकता हो सकती है। योनि और अन्य अंगों को आईयूडी फिट करने से पहले जांचा जा सकता है। आपकी डॉक्टर किसी भी प्रकार के पेल्विक संक्रमण की भी जांच करेगी। यदि पेल्विक संक्रमण पाया जाता है, तो पहले इसका उपचार करने की आवश्यकता होगी।
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यह प्रक्रिया आपके मासिक चक्र के दौरान किसी भी समय की जा सकती है, लेकिन यह आपके मासिक धर्म चक्र के मध्य में की जाए तो अधिक अच्छा रहेगा। क्योंकि इस समय गर्भ द्वार सबसे अधिक खुला होता है। गर्भावस्था के बाद या गर्भ गिराने के ऑपरेशन के बाद भी यह प्रक्रिया की जा सकती है।
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आईयूडी एक प्रशिक्षित डॉक्टर या नर्स द्वारा आपके गर्भाशय के अंदर डाला जाता है। परिवार नियोजन केंद्र जाने के बाद आपकी डॉक्टर आपके गर्भाशय में आईयूडी डालेगी। आपकी डॉक्टर प्रक्रिया से कुछ घंटे पहले प्रक्रिया के दौरान आपको दर्द न महसूस हो इसके लिए कोई ओवर-द-काउंटर दर्द की दवा लेने का सुझाव दे सकती है।
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आईयूडी को गर्भाशय के अंदर रखने के लिए, नर्स या डॉक्टर आपकी योनि में एक स्पेक्युलम लगाएंगे और फिर आईयूडी को आपके गर्भ द्वार से होते हुए गर्भाशय में डालने के लिए एक विशेष उपकरण का उपयोग करेंगे। इस प्रक्रिया में आमतौर पर पांच मिनट से भी कम समय लगता है।
यह प्रक्रिया आपको असहज कर सकती है और आपको ऐंठन या खून बहने की परेशानी हो सकती है, लेकिन ये कुछ दिनों में ठीक हो जाती है। कुछ महिलाएं योनि में दर्द के कारण चक्कर आने जैसा महसूस कर सकती हैं।
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आईयूडी कैसे निकालते हैं? - IUD removal in hindi
आपके आईयूडी को किसी भी समय एक प्रशिक्षित डॉक्टर या नर्स द्वारा हटाया जा सकता है। यदि आपने अपना आईयूडी निकला लिया है किंतु आप गर्भवती नहीं बनना चाहती है, तो इसे हटाए जाने से 7 दिन पहले से ही अतिरिक्त गर्भनिरोधक, जैसे कंडोम का उपयोग करना शुरू करें। जैसे ही आईयूडी बाहर निकाल लिया जाता है, गर्भवती होना संभव है।
अगर आपको लगता है कि आप गर्भवती हो सकती हैं, तो जल्द से जल्द अपना आईयूडी हटाने के लिए अपने डॉक्टर से मिलें। गर्भवती होने पर यदि आईयूडी को नहीं हटाया जाता है तो गर्भपात (मिसकैरेज) की संभावना बढ़ जाती है।
यदि आप तय करती हैं कि आपको आईयूडी को हटवाना है, तो आपके मासिक धर्म के दौरान का समय सबसे अच्छा होता है। स्ट्रिंग (तार) को खींचकर आपकी डॉक्टर आईयूडी को हटा देती है। आपको कुछ सेकंड के लिए दर्द महसूस हो सकता है।
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आईयूडी के फायदे - IUD insertion benefits in hindi
गर्भ निरोधक के रूप में आईयूडी के फायदे निम्नलिखित हैं -
- यह 5 साल या उससे अधिक समय तक रह सकता है।
- जैसे ही आईयूडी हटा दिया जाता है, गर्भवती होना संभव है।
- यह यौन संभोग के आनंद में हस्तक्षेप नहीं करता है। (और पढ़े - ऑर्गेज्म कैसे प्राप्त करें)
- यदि आप स्तनपान करा रही हैं तो भी आईयूडी का उपयोग करना आपके लिए सुरक्षित है। (और पढ़े - स्तनपान के फायदे)
- यदि आप गोली नहीं लेना चाहती हैं तो इसका उपयोग कर सकती है।
- मिरेना नामक आईयूडी से, ज्यादातर महिलाओं में मासिक धर्म का दर्द कम हो जाता है और रक्तस्राव भी कम हो जाता है। कुछ महिलाओं में तो मासिक धर्म बंद हो जाता है।
- कॉपर आईयूडी के कोई हार्मोनल दुष्प्रभाव भी नहीं होते है।
आईयूडी के साइड इफेक्ट - IUD ke nuksan in hindi
किसी भी जन्म नियंत्रण विधि के कुछ लाभ तो कुछ नुकसान हो सकते हैं , आईयूडी के निम्नलिखित नुकसान हो सकते हैं -
- जब एक आईयूडी लगाया जाता है तो लगभग 1% संभावना होती है कि आपको योनि में संक्रमण हो सकता है। (और पढ़े - योनि में संक्रमण के घरेलू उपाय)
- आईयूडी लगते समय लगभग 1000 में से 1 मामले में गर्भ में छेद होने की संभावना हो सकती है।
- आईयूडी अपनी जगह पर हो तब भी आप गर्भवती हो सकती हैं लेकिन यह बहुत ही दुर्लभ मामलों में होता है।
- आपको एक्टोपिक प्रेग्नेंसी (फैलोपियन ट्यूबों में) हो सकती है।
- कॉपर आईयूडी मासिक धर्म अवधि दौरान अधिक रक्तस्राव और दर्द का कारण बन सकता है।
- कॉपर से कुछ लोगों को कभी-कभी एलर्जी भी हो सकती है।
- IUD कभी-कभी लगभग 5% मामलों में स्वयं बाहर आ सकता है। आप प्रत्येक मासिक अवधि के बाद या प्रत्येक माह की शुरुआत में अपनी योनि के अंदर आईयूडी की स्ट्रिंग की जांच कर सकती हैं कि यह सही स्थिति में है या नहीं।
- मिरेना नामक आईयूडी प्रारंभ में सामान्य से अधिक दिनों के लिए अनियमित मासिक धर्म, कम रक्तस्राव का कारण बन सकता है।
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सारांश
आईयूडी (Intrauterine Device) एक गर्भनिरोधक उपकरण है, जिसे गर्भाशय में डाला जाता है। यह अनचाहे गर्भधारण को रोकने के लिए सुरक्षित और प्रभावी तरीका है। प्रकार: मुख्य रूप से दो प्रकार के आईयूडी होते हैं—तांबे का (Copper IUD) और हार्मोनल (Hormonal IUD)। तांबे का आईयूडी स्पर्म की गति और निषेचन को रोकता है, जबकि हार्मोनल आईयूडी प्रोजेस्टिन हार्मोन छोड़कर अंडाशय और गर्भाशय के वातावरण को गर्भधारण के लिए अनुपयुक्त बनाता है।
इस्तेमाल का तरीका: आईयूडी का उपयोग प्रशिक्षित डॉक्टर द्वारा किया जाता है, जो इसे गर्भाशय में डालते हैं। यह प्रक्रिया कुछ ही मिनटों की होती है। आईयूडी 3 से 10 वर्षों तक प्रभावी रहता है, प्रकार के आधार पर।