स्तन संबंधी समस्याएं क्या हैं?
महिलाओं के स्तनों में समय के साथ-साथ कुछ बदलाव आते हैं। उम्र, हार्मोन का स्तर और कुछ प्रकार की दवाएं लेने से महिलाओं के स्तनों पर काफी असर पड़ सकता है। स्तन संबंधी मुख्य समस्याओं में स्तनों में गांठ, उभार या स्तनों से किसी प्रकार का द्रव निकलना आदि शामिल हैं।
यदि आपकी स्तन में गांठ, उभार, दर्द, स्तनों से द्रव निकलना या स्तनों की त्वचा में खुजली व जलन संबंधी अन्य समस्याएं हैं तो जल्द से जल्द आपको डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए। स्तन संबंधी आम समस्या हो या गंभीर इन सब के एक जैसे लक्षण हो सकते हैं।
हालांकि स्तन संबंधी कोई समस्या होने पर ज्यादातर महिलाओं को स्तन के कैंसर का भय हो जाता है, जबकि स्तन संबंधी सभी समस्याएं कैंसर नहीं होती।
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स्तन संबंधी समस्याएं कितने प्रकार की होती हैं?
इसके कई प्रकार को सकते हैं जैसे:
- स्तन में गांठ: यदि आपको या आपके डॉक्टर को स्तन छूने से स्तन के अंदर गांठ बनने जैसा प्रतीत हो रहा है, तो उसकी पुष्टि करने के लिए अन्य टेस्ट किए जा सकते हैं। यदि गांठ, स्तन में कैंसर आदि के कारण शुरू हुई है, तो स्तन को छूने मात्र से ही स्थिति का पता नही लगाया जा सकता। (और पढ़ें - स्तन कैंसर की सर्जरी)
- स्तनों में दर्द: ज्यादातर मामलों में ब्रेस्ट में दर्द मासिक धर्म को नियंत्रण में करने वाले हार्मोन में किसी प्रकार का बदलाव आने के कारण होता है। हार्मोन में असामान्य रूप से बदलाव आने के कारण मासिक धर्म शुरू होने से पहले दोनों स्तनों में दर्द होने लगता है।
- निप्पल से द्रव निकलना: स्तन से दूध के रंग जैसे द्रव निकलने की स्थिति को गैलेक्टोरिया (galactorrhea) कहा जाता है। ऐसा खासकर बच्चे को जन्म देने के बाद एक साल तक होता है।
- त्वचा में बदलाव: स्तन के आसपास या स्तन की त्वचा में भी किसी प्रकार का बदलाव हो सकता है। ऐसी स्थिति में कई बार प्रभावित जगह पर खुजली होने, पपड़ी बनने और सूजन आने जैसे लक्षण भी विकसित हो जाते हैं। इस स्थिति में कुछ मामलों में त्वचा का रंग बदलने लगता है। (और पढ़ें - ब्रेस्ट में दर्द के घरेलू उपाय)
- स्तन का कैंसर: जब शरीर के विकास में मदद करने वाली कोशिकाओं में किसी प्रकार असाधारण परिवर्तन आता है, तो इससे कैंसर विक्सित हो सकता है।
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स्तन संबंधी समस्याओं का इलाज कैसे किया जाता है?
स्तन संबंधी समस्याओं व सूजन आदि से बचाव रखने व इस स्थिति का इलाज करने के लिए डॉक्टर आपको शरीर का स्वस्थ वजन बनाए रखने और संतुलि भोजन खाने जैसे सुझाव दे सकते हैं।
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अधिक नमक खाने से स्तनों में सूजन आने लग जाती है, इसलिए मासिक धर्म के दौरान कम से कम मात्रा में नमक खाना चाहिए। यदि आपके स्तनों में दर्द है, तो कैफीन व इसके जैसे अन्य पदार्थ जैसे की मैथिल्जैंथाइन्स (चॉकलेट व चाय आदि में पाया जाने वाला) आदि का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
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