नासूर - Canker Sores in Hindi

Dr. Rajalakshmi VK (AIIMS)MBBS

June 14, 2018

August 17, 2023

नासूर
नासूर

नासूर क्या है?

नासूर छोटे और कम गहरे घाव होते हैं जो, आपके मुंह में नरम ऊतकों पर या आपके मसूड़ों की सतह पर विकसित होते हैं। मुँह के छालों के विपरीत, नासूर आपके होंठ की सतह पर नहीं होते हैं और संक्रामक भी नहीं होते हैं। ये दर्दनाक हो सकते हैं, साथ ही खाना और बात करना मुश्किल कर सकते हैं।

अधिकांश नासूर एक या दो सप्ताह में अपने आप ही ठीक हो जाते हैं। यदि आपको असामान्य रूप का, बड़ा या दर्दनाक नासूर है या ऐसा नासूर है जो सही नहीं हो पा रहा है, तो अपने डॉक्टर या दंत चिकित्सक से जांच करवाएं। 

(और पढ़ें - पायरिया क्या होता है

नासूर के लक्षण - Canker Sores Symptoms in Hindi

अधिकांश नासूर, गोल या अंडकार होते हैं जिनका केंद्र पीला और लाल बॉर्डर होता है। ये आपके मुंह के अंदर, जीभ के नीचे, गाल या होंठ के अंदर, मसूड़ों की सतह पर, या फिर मुँह के मुलायम तलुए पर बन सकते हैं। वास्तव में नासूर दिखने से एक या दो दिन पहले झनझनाहट या जलन महसूस हो सकती है।

(और पढ़ें - झनझनाहट का इलाज)

नासूर के लक्षण उसके प्रकार के आधार पर होते हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है:

1. माइनर (कम गंभीर) नासूर - 
ये नासूर का सबसे आम प्रकार होता है, ये - 

  • आमतौर पर छोटे होते हैं 
  • अंडाकार आकार के होते हैं 
  • एक से दो सप्ताह में बिना किसी निशान पड़े ठीक हो जाते हैं 

2. मेजर (गंभीर) नासूर -
ये माइनर नासूर से कम आम हैं - 

  • ये मामूली नासूर से बड़े और गहरे होते हैं 
  • इनके किनारे हर जगह से अलग-अलग ढंग के होते हैं 
  • ठीक होने में छह सप्ताह तक लग सकते हैं और इससे काफी अधिक निशान हो सकते हैं।  

3. हेर्पटिफॉर्म (Herpetiform) नासूर - 
ये नासूर आम तौर पर बहुत कम देखने को मिलते हैं -

  • एक बिंदु के आकार जितने बड़े होते हैं।  
  • अक्सर 10 से 100 घावों के समूह में होते हैं
  • इनके अनियमित किनारे होते हैं
  • एक से दो सप्ताह में बिना किसी निशान के ठीक हो जाते हैं 

(और पढ़ें - घाव के निशान मिटाने के उपाय

Lexanox Oral Paste
₹108  ₹114  5% छूट
खरीदें

नासूर के कारण और जोखिम कारक - Canker Sores Causes & Risk Factors in Hindi

नासूर होने का सटीक कारण अज्ञात है, हालांकि शोधकर्ताओं को संदेह है कि कई वजहों का एक साथ होने की वजह से नासूर होते हैं -

नासूर शुरू होने की संभावित वजहें हैं:

कुछ स्थितियों और बीमारियों के कारण भी नासूर हो सकता है, जैसे कि:

  • सीलिएक रोग, ग्लूटन (अधिकांश अनाज में पाया जाने वाला प्रोटीन) से होने वाली एलर्जी के कारण एक गंभीर आंतों का विकार
  • इन्फ्लामेट्री बाउल डिजीज जैसे क्रॉन रोग और अल्सरेटिव कोलाइटिस का होना 
  • बेहसेट्स डिजीज़ (Behcet's disease), एक दुर्लभ विकार जो मुँह के साथ-साथ पूरे शरीर में सूजन का कारण बनता है (और पढ़ें - सूजन का इलाज)
  • खराब प्रतिरक्षा प्रणाली होना जो वायरस और बैक्टीरिया जैसे रोगजनकों को नष्ट करने के बजाय आपके मुंह में स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करती है
  • एड्स का होना जो प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system ) को दबाता है

मुँह के छालों के विपरीत, नासूर हर्पीस वायरस संक्रमण से संबंधित नहीं होते हैं।

नासूर होने की सम्भावना किन वजह से बढ़ जाती है? 

किसी को भी नासूर हो सकता है, लेकिन ये कारक आपको अधिक संवेदनशील बनाते हैं:

  • अगर आप एक महिला हैं -  महिलाओं में नासूर विशेषकर छोटे छालों का समूह अधिक आम हैं।
  • परिवार में बीमारी का होना - नासूर लगभग एक-तिहाई लोगों में बार-बार नासूर होने की वजह यही होती है। 

नासूर से बचाव - Prevention of Canker Sores in Hindi

नासूर नार-बार हो सकते हैं लेकिन आप निम्न लिखीं चीज़ों का पालन करके ऐसा होने से रोक सकते हैं।

  • ध्यान रखें कि आप क्या खा रहे हैं -
    आपके मुंह को परेशान करने वाले खाद्य पदार्थों से बचने की कोशिश करें। इनमें सुखी मेवा, चिप्स, कुछ मसाले, नमकीन खाद्य पदार्थ और एसिडिक फल, जैसे अनानास, अंगूर और संतरे शामिल हो सकते हैं। ऐसे किसी भी खाद्य पदार्थ से बचें जिससे आपको एलर्जी है।  
     
  • ऐसा भोजन चुनें जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो
    पोषण की कमी से बचने के लिए, बहुत सारे फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाएं।  
     
  • चबाते वक़्त बात न करें
    आप अपने मुंह की नाज़ुक परत को चोट पहुँचा सकते हैं। 
     
  • अच्छी मौखिक स्वच्छता आदतों का पालन करें
    भोजन के बाद नियमित ब्रशिंग और दिन में एक बार दांत साफ़ करने से आपका मुँह साफ़ रहता है साथ ही ऐसे खाद्य पदार्थ जो छालों को जन्म दे सकते है, उनसे बचता है। मुंह के नाजुक ऊतकों में जलन रोकने के लिए मुलायम ब्रश का उपयोग करें, और "सोडियम लॉरिल सल्फेट" (sodium lauryl sulfate) युक्त टूथपेस्ट और माउथवॉश का उपयोग ना करें।
     
  • अपने मुंह को सुरक्षित रखें
    यदि आपके "ब्रेसिज़" (braces) या अन्य दांत उपकरण का इस्तेमाल करते हैं, तो अपने दंत चिकित्सक से तेज किनारों को ढ़कने के लिए ऑर्थोडोंटिक वैक्स (orthodontic wax) के बारे में पूछें।
     
  • तनाव को कम करें
    यदि आपका नासूर, तनाव से संबंधित लगता है, तो मेडिटेशन जैसी तनाव को कम करने वाली तकनीकों को सीखें और उपयोग करें।
SBL Kali chloricum Dilution 30 CH
₹86  ₹105  18% छूट
खरीदें

नासूर का परीक्षण - Diagnosis of Canker Sores in Hindi

नासूर का पता लगाने के लिए टेस्ट की आवश्यकता नहीं है। आपके डॉक्टर या दंत चिकित्सक उन्हें देखकर ही पहचान सकते हैं। कुछ मामलों में, आपको अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की जांच करने के लिए परीक्षण करवाना पड़ सकता है खासकर जब आपका नासूर गंभीर हो और लम्बे समय से शरीर में हो।  

(और पढ़ें - लैब टेस्ट)

नासूर का इलाज - Canker Sores Treatment in Hindi

मामूली नासूर जो एक या दो सप्ताह में खुद ही ठीक हो जाता है, उसके लिए आमतौर पर उपचार आवश्यक नहीं होता है। लेकिन बड़े, लगातार या असामान्य रूप से दर्दनाक नासूर को अक्सर चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है। सबसे गंभीर मामलों के लिए, माउथवॉश और मलहम से लेकर सिस्टमैटिक कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (systemic corticosteroids) तक जैसे कई उपचार के विकल्प मौजूद हैं।  

  • माउथवॉश (mouthwash)
    यदि आपको नासूर हैं, तो आपके डॉक्टर दर्द और सूजन को कम करने के लिए "स्टेरॉयड डेक्सैमेथेसोन" (steroid dexamethasone) युक्त कुल्ला करने के लिए माउथवॉश इस्तेमाल करने को बोल सकते हैं। एंटीबायोटिक टेट्रासाइक्लिन को तरल पदार्थ के रूप में लेने से भी दर्द को कम किया जा सकता है और नासूर को जल्दी ठीक करने में मदद करता है। लेकिन इसमें एक कमी है। इसे लेने से आपको ओरल "थ्रश" (thrush: एक फंगल संक्रमण जिससे दर्दनाक मुँह के छाले होते हैं) होने की सम्भावना बढ़ जाती है और यह हमेशा के लिए बच्चों के दांतों का प्राकृतिक रंग उड़ा सकता है।  
     
  • टॉपिकल पेस्ट (topical paste)
    जैसे ही छाले दिखने शुरू हो तभी बेज़ोकेन (benzocaine), अमेलेक्सानॉक्स (amlexanox) और फ्लोसिनोनाइड (fluocinonide) जैसे तत्वों से युक्त पेस्ट लगाने से दर्द कम होता है औरये नासूर के ठीक होना का समय कम करता है। आपके डॉक्टर दिन में दो से चार बार पेस्ट लगाने की सलाह दे सकते हैं जब तक कि वह ठीक न हो जाए।
     
  • खाने वाली दवाएं
    जो दवाएं विशेष रूप से नासूर के इलाज के लिए नहीं बनी होती हैं जैसे कि हार्टबर्न की दवा "सिमेटिडाइन" और "कोल्सीसिन" (cimetidine and colchicine), जिसे आमतौर पर गाउट के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है, नासूर को सही करने में सहायक हो सकती हैं। आपके डॉक्टर ओरल स्टेरॉयड दवाएं लेने के लिए बोल सकते हैं अगर नासूर अन्य इलाज से सही नहीं हो पाता है, लेकिन गंभीर साइड इफेक्ट्स के कारण इन्हें आमतौर पर अंतिम उपाय के तौर पर ही इस्तेमाल किया जाता है।
     
  • "कॉट्री" (Cautery)
    कॉट्री के दौरान, एक उपकरण या रासायनिक पदार्थ का उपयोग ऊतक को जलाने या नष्ट करने के लिए किया जाता है। "डेबैक्टरोल" (Debacterol) एक तरह का मलहम है जो नासूर और मसूड़ों की समस्याओं का इलाज करने के लिए बनाया गया है। रसायनिक तरह से कॉट्री का उपयोग करने से नासूर के सही होने का समय एक सप्ताह तक कम हो सकता है। "सिल्वर नाइट्रेट" (silver nitrate) एक और रसायनिक पदार्थ है जिससे कॉट्री की जाती है। इससे नासूर के सही होने का समय कम नहीं होता है पर इससे नासूर से होने वाले दर्द को आराम जरूर पहुंचता है।   
     
  • पोषक तत्वों की खुराक 
    यदि आप विटामिन बी9 (फोलिक एसिड), विटामिन बी6, विटामिन बी12 या जिंक जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व का कम मात्रा में उपभोग करते हैं, तो आपके लिए डॉक्टर पोषक तत्वों वाली खुराक तय कर सकते हैं।   

यदि आपका नासूर, अधिक गंभीर स्वास्थ्य समस्या से संबंधित है, तो आपके डॉक्टर उस समस्या का इलाज करेंगे।



संदर्भ

  1. American Academy of Family Physicians [Internet]. Leawood (KS); Canker Sores
  2. Mouth healthy. [internet]. American dental association. Canker Sores.
  3. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Canker Sores
  4. Health Link. Canker Sores. British Columbia. [internet].
  5. Healthdirect Australia. Mouth sores and ulcers. Australian government: Department of Health. [internet].

नासूर की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Canker Sores in Hindi

नासूर के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

सम्बंधित लेख