सिस्टिक फाइब्रोसिस क्या है?
सिस्टिक फाइब्रोसिस माता-पिता से बच्चों में आने वाला एक रोग है। इससे आपके फेफड़ों, पाचन तंत्र और अन्य अंगों को हानि पहुँचती है।
जो ऊतक बलगम, पसीना या पाचन रस (digestive juice) बनाते हैं, सिस्टिक फाइब्रोसिस होने से उन्हें नुक्सान पहुँचता है। ये तरल पदार्थ सामान्य रूप से पतले और चिकने होते हैं। जिन लोगों को सिस्टिक फाइब्रोसिस होता है, उनमें असामान्य जीन (gene) के कारण ये तरल पदार्थ गाढ़े और चिपचिपे हो जाते हैं। लुब्रीकेंट का काम करने के बजाय ये तरल पदार्थ अंगों की नलियां जाम कर देते हैं, खास कर फेफड़ों और अग्नाशय की।
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सिस्टिक फाइब्रोसिस से पीड़ित लोगों को नियमित देखभाल की जरूरत पड़ती है, परन्तु वह आम लोगों की तरह रोजाना स्कूल या दफ्तर जा पाते हैं। आज कल सिस्टिक फाइब्रोसिस रोगियों का जीवन पहले से काफी बेहतर हो चुका है। इलाज और टेस्ट में बेहतरी से सिस्टिक फाइब्रोसिस से पीड़ित लोग अब मध्य 30 साल तक बड़े आराम से जी सकते हैं। कुछ लोग 40-50 साल की उम्र तक भी जी सकते हैं।