जबड़े में फ्रैक्चर होना क्या है?
जबड़े में फ्रैक्चर होना चेहरे पर लगने वाली एक आम चोट है। जबड़े के दो भाग होते हैं, ऊपरी जबड़ा और निचला जबड़ा। ऊपरी जबड़ा अपनी जगह पर स्थिर होता है और निचला जबड़ा आप हिला पाते हैं। जबड़े का फ्रैक्चर अधिकतर हड्डी पर कुछ लगने या टकराने के कारण होता है। इसका मतलब ये होता है कि खोपड़ी और जबड़े का जोड़ अपनी जगह से हिल गया है।
(और पढ़ें - जबड़े के दर्द का इलाज)
जबड़े में फ्रैक्चर के लक्षण क्या हैं?
जबड़े में फ्रैक्चर होने पर दर्द, मसूड़े सुन्न होना, सूजन, दांत ढीले होना, चेहरे की सूजन, जबड़े में अकड़न, मुंह से खून आना, चबाते समय दिक्कत महसूस होना और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं होती हैं। दर्द, सूजन और ब्लीडिंग जबड़े की फ्रैक्चर के मुख्य लक्षण होते हैं।
(और पढ़ें - मसूड़ों से खून आने का कारण)
जबड़े में फ्रैक्चर क्यों होता है?
जबड़े की हड्डी चोट लगने के कारण टूट सकती है। आपका किसी सख्त सतह पर गिरना या किसी चीज का आपके जबड़े से टकरा जाने के कारण आपको जबड़े का फ्रैक्चर हो सकता है। जैसे, कार एक्सीडेंट में व्यक्ति का डैशबोर्ड से टकराना, खेलते समय कोई बॉल जबड़े पर लगना और मुंह के बल गिरना आदि।
(और पढ़ें - दांत में दर्द का उपचार)
जबड़े में फ्रैक्चर का इलाज कैसे होता है?
जबड़े का फ्रैक्चर होने पर व्यक्ति की जांच की जाती है और ज्यादातर ये फ्रैक्चर मसूड़ों की समस्याओं या ऊतकों के नुकसान से संबंधित होते हैं। इनके लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक से इलाज करते हैं और दर्द के लिए भी दवाएं दी जाती हैं। आपको टिटनेस का इंजेक्शन लगाया जा सकता है। ज्यादातर जबड़े के फ्रैक्चर गंभीर नहीं होते और इनके लिए केवल ऊपर के और नीचे के दांतों को साथ में जोड़कर रखा जाता है ताकि टूटी हुई हड्डी जुड़ सके। ज्यादा गंभीर मामलों में जबड़े के फ्रैक्चर के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है जिसमें जबड़े में प्लेट या पेच जैसी चीजें लगाई जाती हैं ताकि आप जबड़े को सामान्य तरीके से हिला सकें और खाना खा सकें।
(और पढ़ें - नकली दांत कैसे लगाये)