लिस्टिरिओसिज़ क्या है?
लिस्टिरिओसिज़ दूषित खाने से होने वाला संक्रमण है जो लिस्टीरिया बैक्टीरिया के कारण होता है। लिस्टीरिया बैक्टीरिया मिट्टी, पानी, धूल-मिट्टी, जानवर के मल और अन्य घटक में पाया जाता है। अगर आप इनसे जुड़े खाद्य पदार्थ खाते हैं तो आप लिस्टिरिओसिज़ संक्रमण के शिकार हो सकते हैं।
लिस्टिरिओसिज़ के लक्षण क्या हैं?
लिस्टीरिया इन्फेक्शन के दौरान आपको कई लक्षण देखने को मिल सकते हैं जैसे दस्त, मतली और उल्टी, मांसपेशियों में दर्द, बुखार, चक्कर, भूख न लगना आदि। किसी भी प्रकार के दूषित खाना खाने के कुछ दिनों बाद या फिर कुछ महीने बाद यह लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। अगर संक्रमण तंत्रिका तक पहुंच जाता है तो इससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। यह अक्सर व्यस्क, बेहद बूढ़े और उन लोगों में फैलता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है।
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लिस्टिरिओसिज़ क्यों होता है?
लिस्टीरिया संक्रमण बैक्टीरिया के कारण होता है और यह बैक्टीरिया मिट्टी, पानी और जानवरों के मल में मौजूद होते हैं। कच्ची सब्जियां जो संक्रमित मिट्टी में मौजूद होती हैं, संक्रमित जानवरों का मीट, पॉस्चराइज्ड न किया हुआ दूध या ऐसे खाद्य पदार्थ जो अनपॉस्चराइज्ड दूध से बने हो, कुछ प्रकार के प्रोसेस्ड फूड जैसे चीज, हॉट डॉग और मीट के कारण भी लिस्टीरिया संक्रमण हो सकता है। लिस्टिरिओसिज़ संक्रमण से बचने के लिए, खासकर गर्भावस्था के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखें जैसे खाना बनाने से पहले गुनगुने पानी से अपने हाथों को धोएं, कच्ची सब्जियों को पानी में ब्रश से धोएं, खाना बनाने से पहले बर्तन और आसपास के क्षेत्र को साफ करें, मीट और अंडे की सब्जी को अच्छे से पका लें।
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लिस्टिरिओसिज़ का इलाज कैसे होता है?
लिस्टिरिओसिज़ का निदान ब्लड टेस्ट की मदद से हो सकता है। यूरिन टेस्ट और मस्तिष्क मेडु द्रव (spinal fluid) का भी टेस्ट हो सकता है। लिस्टीरिया इन्फेक्शन का इलाज उसके लक्षण और अन्य कारकों पर निर्भर करता है। जिन लोगों को इसके लक्षण कम होते हैं उन्हें इलाज की जरूरत नहीं पड़ती। अधिक गंभीर संक्रमण का इलाज एंटीबायोटिक्स से किया जाता है।
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